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गरीबों के आशियाना तोड़ने पर बसपा विधायक रामबाई ने तीखे तेवर दिखाए.. भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से मुलाकात कर आपत्ति जताई..

 बसपा विधायक रामबाई ने खरी खोटी सुनाई-
दमोह। नए वर्ष में जबलपुर नाका गुरु नानक स्कूल के पीछे अतिक्रमण के नाम पर प्रशासन द्वारा बड़ी संख्या में मकानों को जेसीबी की मदद से ध्वस्त कर दिए जाने का मामला अब राजनीतिक रंग लेता हुआ तूल पकड़ता नजर आने लगा है। बसपा ने इस मामले में कार्रवाई करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया है वहीं भाजपा नेताओं ने कलेक्टर से मुलाकात करके दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
1 जनवरी को जब प्रशासनिक अधिकारियों ने यहां पर अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की थी उस समय बताया गया था कि खाली पड़े मकानों को हटाने की कार्यवाही की गई है। जबकि आज बड़ी संख्या में इन मकानों में रहने वाले लोग सामने आए तथा उन्होंने प्रशासनिक कार्यवाही पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि बिना किसी नोटिस के उनके मकानों को ध्वस्त कर दिया गया।

इस मामले में बसपा विधायक राम बाई पीड़ित लोगों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंची। जहां पीड़ित लोगों ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग की। बसपा विधायक ने तीखे तेवर दिखाते हुए अधिकारियों को खरी खोटी सुनाई। इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर 7 दिन में कार्यवाही नहीं होने पर अनशन आंदोलन की चेतावनी भी दी।
 बसपा विधायक का कहना था अधिकारी अभी भी भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली के अनुरूप कार्य कर रहे हैं तथा उन्होंने यह अतिक्रमण हटा कर यह साबित करने की कोशिश की है। इस मामले में बसपा विधायक ने मुख्य मंत्री कमलनाथ से भी चर्चा करने की बात कही है।
कुल मिलाकर नए साल के पहले दिन जिस तरह से पहले से विवादित इस क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के नाम पर प्रशासनिक अधिकारियों ने जल्दबाजी दिखाई है वह कहीं ना कहीं इनके ऊपर किसी बाहरी दबाव का संकेत करती नजर आ रही है। इस मामले में नव पदस्थ कलेक्टर को गुमराह करके भी पुराने अधिकारियों द्वारा इस कार्यवाही को कराया जाना बताया जा रहा है। 
इधर जिस तरह से बसपा विधायक राम बाई ने इस मामले में तीखे तेवर दिखाए हैं, उससे इस कार्यवाही के दौरान सक्रिय अधिकारी भी बगले झांकते नजर आए। बसपा विधायक की मुख्य मंत्री कमलनाथ से हुई चर्चा के बाद यदि भोपाल लेवल के अधिकारी इस मामले को संज्ञान में लेकर जांच कराएं तो स्पष्ट हो जाएगा नए साल के पहले दिन किसे लाभ पहुंचाने के लिए किसके इशारे पर दमोह के पुराने अधिकारियों ने गरीबों के आशियाने उजाड़ने में जेसीबी को चलवाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। 
इधर इस मामले को लेकर भाजपा नेताओं ने भी कलेक्टर नीरज कुमार सिंह से मुलाकात की तथा यहां पर बरसों से निवासरत अनेक लोगों को भी कलेक्टर से मिलबाते हुए हालात से अवगत कराया। भाजपा नेताओं का कहना था कांग्रेस की सरकार बनते ही उन लोगों के मकान गिरा दिए गए जो बरसों से काबिल थे।

भाजपा के मीडिया प्रभारी मनीष तिवारी का कहना था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही 1 सप्ताह के भीतर गरीबों के आशियाने बिना किसी नोटिस के ढहा दिए गए। जबकि भाजपा सरकार में इनके खिलाफ कार्रवाई करने तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया स्पष्ट तौर पर अधिकारियों को रोके हुए थे।
 
कुल मिलाकर दमोह के नवागत कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टोरेट कार्यालय के सामने पेट्रोल पंप के बाहर लीज शर्तों को ताक पर रखकर कराए जा रहे निर्माण कार्य के मामले को भी संज्ञान में लेना चाहिए। 
अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट

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