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एक्टिवा में मिले 4 लाख रुपए क्रिकेट सट्टा के निकले.. कोतवाली टीआई ने जांच के बाद किया खुलासा..

कोतवाली पुलिस ने जांच के बाद किया खुलासा-
दमोह। नगर के उमामिस्त्री तलैया नौटंकी पानी टंकी के पास एक्टिवा गाड़ी से 2 दिन पूर्व पुलिस द्वारा बरामद की गई चार लाख की रकम जांच के बाद क्रिकेट के सट्टे की निकली। जिसे अब पुलिस ट्रेजरी से वापस अपने कब्जे में लेकर जब्ती की कार्रवाई करेगी। पुलिस द्वारा  मामले का पर्दाफाश किए जाने के साथ ही मुख्य सटोरिया फरार हो गया। जिसकी  पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है।
एसपी विवेक अग्रवाल के निर्देशन में कोतवाली पुलिस द्वारा गहन जांच-पड़ताल के बाद की गई कार्रवाई के संदर्भ में कोतवाली टीआई रविंद्र गौतम ने बताया कि 24 अक्टूबर की शाम पुलिस ने सपन जैन की एक्टिवा गाड़ी में रखे 4 लाख रुपए बरामद किए थे। जिसके संदर्भ में किसी प्रकार के दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए जाने पर चुनाव आयोग के निर्देशानुसार उड़न दस्ता दल ने उक्त रकम कब्जे में लेकर ट्रेजरी में जमा करा दिया था।

तहसीलदार एवं पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में सपन द्वारा उक्त रकम सतीश मिश्रा की होना बताया था। तथा उक्त रकम पर अपना दावाकरते हुए सतीश कोतवाली भी पहुंचा था। परंतु वह किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं बता पाया था। इस बीच पुलिस को सूचना मिली की यह रकम क्रिकेट के सट्टे में उपयोग के लिए एक्टिवा में लाई जा रही थी।

जिसके बाद सपन जैन की तलाशी लिए जाने पर उसके पास क्रिकेट सट्टे की पर्चियां बरामद हुई तथा मोबाइल में भी 23 अक्टूबर के इंग्लैंड श्रीलंका मैच का हिसाब मिला। उसके द्वारा मोबाइल से उक्त हिसाब की कॉपी एक युवती को सेंड किए जाने तथा सतीश मिश्रा के मोबाइल पर भी भेजे जाने का भी खुलासा हुआ। जिसके बाद पूछताछ करने पर उसने क्रिकेट सट्टे के खेल का काम सतीश मिश्रा के लिए करने की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने रात में ही सतीश के ठिकानों पर छापा मारा परंतु वह पहले ही फरार हो चुका था। मामले में कोतवाली पुलिस ने सपन जैन के खिलाफ सट्टा 4 एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया। वहीं सतीश  के खिलाफ धारा 109 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध करते हुए तलाश की जा रही है।
टीआई आरके गौतम ने बताया कि जप्त रकम ट्रेजरी से वापस लेकर अप पुलिस द्वारा जप्त की जाएगी वहीं जब्त मोबाइल की साइबर सेल की मदद से जांच के दौरान क्रिकेट सट्टा के अवैध कारोबार से जुड़े खेलने और खिलाने वाले नामों के साथ पुराने हिसाब के खुलासे की उम्मीद है। अटल राजेन्द्र जैन की रिपोर्ट

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