पुजारी की मौत से आक्रोश, गुस्साए परिजनों ने सड़क पर शव रखकर किया प्रदर्शन.. दमोह।
बांदकपुर में विगत दिनों श्री जागेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी गणेश दुबे
ग़ुल्रू महराज मंदिर दर्शन कर मंदिर के पास एक चाय की दुकान पर बैठे चाय पी
रहे थे जहां अचानक एक पीपल के पेड़ की सूखी डाल उनके ऊपर गिरी जिस कारण वह
घायल हो गए थे उन्हें जिला अस्पताल दमोह में भर्ती कराया गया इसके बाद ईलाज
के लिए जबलपुर ले जाया गया जहां ईलाज के दौरान गत रात्रि में उनकी मृत्यु
हो गई घटना को लेकर परिजनों में आक्रोश के चलते शव को सड़क पर रखकर
प्रदर्शन किया गया.. मौके पर चौकी प्रभारी बांदकपुर थाना प्रभारी
हिंडोरिया,नायब तहसीलदार पहुंचे परिजनों की और मांग की गई कि मृतक परिवार
को सरकार के द्वारा 10 लाख रूपये और मंदिर प्रबंधन द्वारा 5 लाख रुपए की
राशि तत्काल सहायता के रूप में दी जाए मृतक पुजारी के बालक मंदिर में नौकरी
एवं एक दुकान दी जाए एवं घटना की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी
कार्यवाही की जाए परिजनों ग्राम पंचायत एवं मंदिर प्रबंधन पर आरोप लगाते
हुए कहा अगर समय रहते बांदकपुर में लगे सूखे पेड़ों को काट दिया जाता तो
उक्त घटना नहीं होती इनकी लापरवाही के चलते ये घटना घटित हुई है.. उसके पूर्व
भी बांदकपुर में ऐसी अनेक घटनाएं हुई है लेकिन बार बार लापरवाही के चलते
ऐसी घटनाएं होती हैं जिन पर ध्यान नहीं दिया जाता शीघ्र ही मंदिर के आसपास
लगे सूखे पेड़ों को या जो पेड़ पुराने हो गए है ऐसे सभी पेड़ों को कटा जाए पत्र में कहा गया है अगर प्रशासन 7 दिवस के भीतर कार्यवाही नहीं करता तो परिवारजनों एवं ग्रामीणों के द्वारा बृहद आंदोलन किया जाएगा।
अग्रवाल समाज का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न.. दमोह। अग्रवाल
समाज दमोह कि नवीन कार्यकारिणी का शपथ ग्रहण समारोह अग्रवाल धर्म शाला में
आयोजित किया गया। जिसमें सर्वप्रथम अग्रकुल प्रवर्तक श्री श्री महाराजा
अग्रसेन जी का पूजन अर्चन किया गया उसके पश्चात समाज के वरिष्ठ जन एवं
मार्गदर्शक मंडल की उपस्थिति में नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का सम्मान एवं
शपथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। नवनिर्वाचित समिति से सचिव श्री विजय अग्रवाल
द्वारा समिति की कार्ययोजना सहसचिव जगदीश जी द्वारा समिति का गठन का
प्रारूप समाज के समक्ष प्रस्तुत किया गया। अध्यक्ष श्री राकेश अग्रवाल ने
समाज के सभी से कार्य योजना पूर्ण करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने एवं
अपेक्षित सहयोग देने की बात अग्रवाल समाज के वरिष्ठ जनों एवं सभी से कही
इसी क्रम में कोषाध्यक्ष अनिल अग्रवाल एवं कार्यकारिणी सदस्य रमेश अग्रवाल
द्वारा भी समाज से नये आयाम एवं योजनाओं पर कार्य करने की बात कही गई,इस
कार्यक्रम में संरक्षक मंडल से श्री रामगोपाल जी, द्वारका प्रसाद जी, डॉ
जे.पी. पसारी, डी.डी. अग्रवाल, देवेंद्र अग्रवाल, शिव अग्रवाल, पूर्व
अध्यक्ष रविशंकर, राधे रमन ट्रस्ट अध्यक्ष जीवनलाल, रामनाथ सुरेखा, द्वारका नाथ का सम्मान नवनिर्वाचित समिति द्वारा किया गया। इसके
अलावा समाज के मार्गदर्शक मंडल में राकेश, किशोर, श्यामसुंदर, विनोद,
सदानंद, राजेंद्र, दीपक, प्रदीप, गणेश, मनोज, जुगलकिशोर जी, आशीष, मदन,
मनीषकांत, शिवकांत,महेश,अशोक, अनिल, कृष्णकुमार, अभिनव, अमित, उमाकांत,
श्रीमती अनीता, रमा, अंजलि, तरुण मंच से दीपक, शशांक, सरस, अनुज, अनमोल,
अक्षत, सक्षम, शुभम, शिवम, विकास, कृष्णकांत, संकेत, अंशुल, रचित सहित सभी
लोगों की उपस्थिति रही। आयोजक समिति अग्रवाल तरुण मंच से अध्यक्ष दीपक के
निर्देशन में तरुण मंच के सदस्यों द्वारा सभी सम्मिलित सदस्यों का तिलकवंदन
कर स्वागत किया गया। आभार नवनिर्वाचित समिति उपाध्यक्ष श्री
राजबहादुर द्वारा दिया गया, संचालन तरुण मंच के सचिव शशांक ने
किया।
तिरंगा मय हुई हिन्दी लेखिका संघ, देश को समर्पित काव्यांजलि आयोजित की.. दमोह। सरस्वती
कन्या विद्यालय के सभाकक्ष में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हिन्दी
लेखिका संघ दमोह ने देश को समर्पित काव्यांजलि आयोजित की। बहनों के हाथ
में तिरंगा और तिरंगा दुपट्टा पहने देख कर लग रहा था कि संस्था आज तिरंगामय
हो गई है। इस कार्यक्रम की आयोजक कमलेश शुक्ला थीं।कार्यक्रम की मुख्य
अतिथि ऊषा शिवहरे नीरांजना, विशिष्ट अतिथि मंजु राजपूत रहीं। अध्यक्षता
संस्था अध्यक्ष पुष्पा चिले ने की। मां वीणा पाणी के पूजनोपरांत वसुंधरा
तिवारी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। संचालन डॉ प्रेमलता नीलम ने किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में पुष्पा चिले ने आगामी कार्यक्रम के विषय में चर्चा
करते हुए बताया कि इस बार सुरम्या हिन्दी की सशक्त हस्ताक्षर महादेवी वर्मा
पर केन्द्रित होगी। दूसरे चरण में देश प्रेम से ओतप्रोत रचनाओं का पाठ
किया। पुष्पा चिले ने कहा सांसें हम जो ले रहे, आजादी की आज। वीरों के
बलिदान से,मिल पाया यह ताज। डॉ प्रेमलता नीलम ने पढ़ा आज फिर याद आये,भरे
हैं नमन,प्राण देकर जिन्होंने संवारा वतन।ऊषा शिवहरे नीरांजना ने कहा मां
आई भाल पर करने तिलक,हाथ में आरती मां भारती पुकारती।मंजु राजपूत ने कहा आन बान शान लिए, हिन्द की पहचान लिए,गगन में झूमता ये ध्वज अभिमान है।
मनोरमा रतले ने कहा लहर लहर लहराये रे, झंडा भारत मां का। लता गुरु ने कहा
हमारा मान है भारत, हमारी शान है भारत। पद्मा तिवारी ने पढ़ा भारत की रक्षा
की खातिर सीमा पर सैनिक तैनात, कफ़न बांध कर अडिग खड़े सब, चाहे मृत्यु मिले
सौगात। संगीता पान्डे ने पढ़ा भारत वंदेमातरम, जय भारत वंदेमातरम,रुक न
पायें तूफानों में, सबसे आगे बढ़े कदम। कुसुम खरे श्रुति ने कहा प्रकृति ने
सजाया रूप तिरंगा फहराकर,सूरज उगता ले सिंदूरी चूनर। वसुंधरा तिवारी ने पढ़ा
भारत देश की शान है, भारत मां के वीर सपूतों पर हम सबको अभिमान है।
शिवकुमारी शिवहरे ने पढ़ा जवान वीर देश के तिरंगे को निहारते, लड़ें जवान
युद्ध मातृभूमि को पुकारते। अर्चना राय ने पढ़ा लेखन काव्य हो गया, एक
अंतराल हो गया, काव्य को मूर्तरूप देने का आगाज हो गया। मधुलता पाराशर ने
कहा अमर शहीदों के चरणों में शत-शत वंदन करती हूं, और आज की पावन बेला का
अभिनंदन करती हूं। भावना शिवहरे ने पढ़ा ये हमारा शान झंडा, शक्ति ये पहचान
तूं,शीश अर्पन कर चढ़ा दूं,मांग जननी दान तूं। आराधना राय ने कहा नमन उन
अनगिनत शहीदों को, जिन्होंने आजादी की खातिर, देश की खातिर जान न्योछावर कर
दी। साधना बिरथरे ने कहा देश नगर और गांवन में, मन भावन तिरंगा सावन में।
आभार मनोरमा रतले ने माना।अंत बहनों ने तिरंगा लहराते हुए देश भक्ति रस से
सराबोर गीत गाये।
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