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तथाकथित पत्रकारों को ग्रामीण क्लीनिकों, पंचायतों तथा खरीदी केंद्रों पर जाकर आए दिन अवैध वसूली करना महंगा पड़ा.. पुलिस ने प्रेस लिखा वाहन, आईडी कार्ड जब्त करके महिला सहित 6 पर मामला दर्ज किया..

शाहगढ़ क्षेत्र में  दो माह से सक्रिय थे जबरन वसूलीकर्ता

सागर। दमोह संसदीय क्षेत्र के शाहगढ़ तथा आसपास के गांव में पिछले 2 महीने से अवैध वसूली के लिए चक्कर लगाकर चर्चाओं में आए तथाकथित पांच खबर नवीसों के खिलाफ लगातार शिकतों के बाद आखिरकार पुलिस कार्रवाई की खबर सामने आ रही है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार शाहगढ़ नगर सहित आसपास के क्षेत्र में संचालित हो रहे क्लीनिक दवाखानों और गेहूं खरीदी केंद्र की कमियों को उजागर ना करने के एवज में बंगाली डॉक्टर और केंद्र संचालकों से अवैध वसूली करने  के लिए एक महिला सहित 6 तथाकथित पत्रकारों की पिछले दो माह से लगातार दस्तक से अनेक लोग परेशान थे। इसके बाद आखिरकाार त्रस्त होकर लोगों की अवैध वसूली की गतिविधियों की शिकायत पुलिस तक पहुंची। और पुलिस जांच के बाद शाहगढ़ पुलिस थाने में सोमवार की देर रात इन तथाकथित खबरचियो पर मामला दर्ज कर के कार्यवाही की गई।

स्थानीय निवासियों के अनुसार शाहगढ़ क्षेत्र में प्रेस और 24 न्यूज़ लिखें चार पहिया वाहन क्रमांक एमपी 15 सीसी 4390 पिछले दो माह से भ्रमण होने की चर्चा जोरो पर थी, क्लीनिक संचालको से लेेेकर खरीदी केंद्र प्रभारी तथा ग्राम पंचायत के पदाधिकारी प्रतिनिधि इनके द्वारा आए दिन पत्रकारिता की आड़ में दी जाने वाली धमकी से त्रस्त हो चुुके थे। स्वास्थ्य अधिकारी बनी महिला राधिका सूर्यवंशी और 24 यूट्यूब चैनल से जुड़े होने का आईडीकार्ड दिखाने वाले मनोज साहू, कमलेश साहू, महेंद्र साहू, चंद्रभान पटेल, नरेंद्र चौरसिया सभी सागर निवासी द्वारा पिछले दो माह से दवा खानों और खरीदी केंद्र संचालकों से अवैध वसूली करने की शिकायत पूर्व में बराज चौकी और शाहगढ़ पुलिस थाने में सामुहिक रूप से की गई थी। 

23 मार्च 2024 यानि 43 दिन पहले तारपोह गांव में प्रेस और 24 न्यूज लिखा हुआ चार पहिया वाहन पहुंचा था जिसमें एक महिला जो खुद को स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी बता रही थीं। वही उसके साथ पांच लोग जिनके हाथों में 24 यूट्यूब न्यूज चैनल का पहचान पत्र था दिखाते हुए क्लीनिक संचालक आसिम मित्र के दवा खाने पहुंचें और क्लीनिक के संचालन को अवैध बताते हुए दस्तावेज के अलावा 20 हजार मांगे। इतनी बड़ी रकम नहीं होने का हवाला दिया तो पत्रकारों ने क्लनिक संचालक आसिम मित्र को जबरन गाड़ी में बैठाकर जंगल की तरफ ले गए। तब जबरन वसूली करने का वीडियो भी वायरल हुआ था। इधर क्लनिक संचालक आसिम मित्र ने निवेदन किया और जेब में रखे दो हजार रूपए दिए तब उन्होंने छोड़ा। इसके बाद इनका अवैध वसूली करने का लालच बढ़ता गया और आखिर में यह धरे गए।

 इनके द्वाराऐसे ही बराज, बरायठा, हीरापुर, शाहगढ़ आदि कई जगहों पर चल रहे क्लनिक संचालकों से डिमांड की गई। क्लीनिक संचालकों ने रकम को देना पुलिस थाने में स्वीकार किया है। पिछले दो माह से क्षेत्र में भ्रमण कर इन पत्रकारों को अच्छी खासी कमाई होने लगी तो इनका लालच बढ़ता गया और शाहगढ़ के गांव-गांव में बार-बार आना हुआ, लेकिन ऐसे पत्रकारों से खुद को लुटा जानकर क्षेत्र के सभी क्लीनिक संचालक लामबंद हो गए और सोमवार को नगर में स्थित डॉ. डीके पाल और डॉ. कौशिक पोद्दार के क्लीनिक पर जैसे ही पहुंचे तो उन्होंने फौरन सभी क्लीनिक संचालकों, स्थानीय पत्रकारों और पुलिस सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना दे दी।

हालाकि सागर से वसूली करने आए सभी पत्रकार स्वेच्छा से खुद के प्रेस वाहन में ही सवार होकर शाहगढ़ पुलिस थाने पहुंचे, थाने में करीब 2 घंटे के दौरान एकत्रित हुए सभी क्लीनिक संचालकों द्वारा अपने लूटे पिटे होने की व्यथा पुलिस को सुनाई, और फर्जी बने पत्रकारों का पर्दाफास किया। तारपोह के मुख्य फरियादी क्लीनिक संचालक आसिम मित्र सहित रामसिंह लोधी बराज, अलिफ सरकार बरायथा, डीके पाल, डीके सरकार, असीम विश्वास, राजाराम अहिरवार, कौशिक पोद्दार, प्रदीप रॉय आदि क्लीनिक संचालकों से जबरन वसूली करने संबंधी लिखित सामुहिक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है महिला सहित छह लोगों पर धारा 384 34 का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है वही उनके वाहन आईडी कार्ड को भी जब्त किया गया है।

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