निर्यापक मुनि श्री समय सागर जी बांदकपुर में विराजमान
दमोह। परम
पूज्य विश्व वंदनीय संत शिरोमणि आचार्य श्री की विद्यासागर जी महाराज के
परम प्रभावक शिष्य जेष्ठ श्रेष्ठ निर्यापक श्रमण मुनि श्री समय सागर जी
महाराज बांदकपुर में विराजमान है ।बांदकपुर की पुण्य धरा पर एक साथ 28
आर्यिकारत्न माताओं ने की जेष्ठश्रेष्ठ निर्यापक श्रमण श्री 108 समय सागर
जी महाराज के चरणों की वंदना ।संघस्थ क्षुल्लक महाराजों ने की आर्यिका संघ
की अगवानी । एक साथ बिहार करते हुये आर्यिकारत्न श्री अंतरमती माताजी
आर्यिका श्री अक्षयमति माताजी आर्यिका श्री अपूर्वमति माताजी 18 आर्यिकाओं
और आर्यिकारत्न श्री दुर्लभमति माताजी ससंघ 10 आर्यिका माता जी ने दूसरे
मार्ग से द्रुत गति से एक साथ पहुंचकर ज्येष्ठ मुनि राजों की वंदना कर
पूज्य श्री समयसागर जी महाराज की प्रदक्षिणा कर वंदना की और नमोस्तु
निवेदित कर आशीष प्राप्त किया। 9 अप्रैल को कुंडलपुर में होगी भव्य मंगल आगवानी.. निर्यापक मुनिश्री समय सागर जी एवं निर्यापक मुनिश्री वीर
सागर जी की ससंघ आगवानी 9 अप्रैल होगी। दोपहर 3 बजे पटेरा से जुलूस
प्रारंभ होगा और कुंडलपुर में शाम 4 बजे मंगल प्रवेश होगा। इस कार्यक्रम की
तैयारिया जोरो से चल रही है। इसमें भारत के प्रसिद्ध 21 दिव्य घोष (बैंड) ,
36 रथ, 300 सदस्यों का अखाड़ा, ड्रोन से सुगंधित जल की वर्षा, 111
ध्वजाएं, 111 ढोल नगाड़े, गौशाला, हथकरघा, प्रतिभास्थली, पूर्णायु
चिकित्सालय, भाग्योदय, शांति धारा दुग्ध योजना आदि की झांकी रहेंगी। 16
अप्रैल 2024 मंगलवार को प.पू. निर्यापक मुनिश्री समय सागर जी महाराज के
आचार्य पद के संस्कार होंगे।
मुनि श्री शैलसागर जी, अचलसागर जी, सहज सागर जी का कुंडलपुर में भव्य मंगल प्रवेश.. दमोह।
सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र, जैन तीर्थ कुंडलपुर में 16 अप्रैल को आचार्य पद
पदारोहण अनुष्ठान महोत्सव आयोजित किया गया है ।कुंडलपुर की पावन धरा पर
मुनि संघो का निरंतर आगमन हो रहा है ।युग श्रेष्ठ संत शिरोमणि आचार्य श्री
विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री शैल सागर जी महाराज,
मुनि श्री अचल सागर जी महाराज, मुनि श्री सहजसागर जी महाराज का भव्य मंगल
प्रवेश रविवार को कुंडलपुर की पावन वसुंधरा पर हुआ ।
इस अवसर पर मुनि संघ की
गाजे-बाजे के साथ भव्य अगवानी की गई ।पाद प्रक्षालन किया गया एवं आरती की
गई ।कुंडलपुर में पूर्व से विराजित निर्यापक संघों ,मुनि संघो ,आर्यिका
माता संघों का वात्सल्य मंगल मिलन हुआ ।सभी मुनि संघ संत भवन स्थित पंडाल
में विराजमान हुए ,जहां आचार्य श्री का पूजन किया गया एवं मुनिश्री के मंगल
प्रवचन हुए ।सभी मुनि संघो एवं आर्यिका संघों की आहारचर्या संपन्न हुई।
श्रद्धालु भक्तों ने आहार चर्या में भाग लेकर पुण्यार्जन किया। सायंकाल
आचार्य भक्ति की गई।
निर्यापक श्रमण मुनि श्री वीर सागर जी पुणे से पद विहार कर आ रहे.. कुंडलपुर
सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में 16 अप्रैल को आयोजित आचार्य पद
पदारोहण अनुष्ठान महोत्सव मैं शामिल होने के लिए निर्यापक श्रमण मुनि श्री
वीर सागर जी महाराज के चरण पुणे से लगभग 1000 किलोमीटर की दूरी तय करने के
पश्चात छालों से भरे हैं । अभी भी दूरी 40 किलोमीटर शेष है । धन्य है दिगंबर
साधु जो एक बार आहार पानी लेकर भीषण गर्मी में गुरु विरासत को संयोजने
निरंतर बढ़ रहे हैं। मुनि श्री का आज दमोह आगमन हुआ।
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