संगठन ही सर्वोपरि है-कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल
दमोह ।
प्रदेश सरकार में महिला एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम विभाग मंत्री
प्रहलाद सिंह पटेल का भाजपा जिला कार्यालय पर प्रथम आगमन पर भाजपा
कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। इस दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह,
वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन के चेयरमैन राहुल सिंह, पूर्व अध्यक्ष विद्यासागर
पांडेय, नरेन्द्र व्यास, सतीश तिवारी, गोपाल पटेल मंचासीन रहे।
केबिनेट
मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा
कि संगठन ही सर्वोपरि है। एक जुटता से हम संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे ।
हम सब देश प्रदेश के नेतृत्व में पार्टी को आगे बढ़ाने का कार्य करें।
विरासत के साथ विकास का इतिहास लिखा जा रहा हैं। ग्रामीण विकास विकास का
पैमाना होता है इसलिए शीघ्र ही पंचायती राज की आदर्श व्यवस्था लागू करने
का कार्य किया जाएगा। स्वागत समारोह का संचालन रामेश्वर चौधरी ने और आभार
रूपेश सेन ने व्यक्त किया।
पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रदेश महामंत्री संजय राय,
बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक श्याम शिवहरे, नरेन्द्र बजाज,
जिला उपाध्यक्ष चंदभान पटेल, अमित बजाज, संजय यादव ,वर्षा रैकवार, रश्मि
साहू, रामलाल उपाध्याय, सुरेश पटेल, राघवेन्द्र सिंह परिहार, महेन्द्र जैन,
रिंकू अनिल गोस्वामी, संदीप शर्मा, देवी सिंह नंदरई विक्रम सिंह राजपूत,
जुगल अग्रवाल पवन तिवारी, अनुपम सोनी, प्रीतम चौकसे, राजू ठाकुर सहित जिला
पदाधिकारी मंडल अध्यक्ष सहित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहीं।
चित्रकूट की उपत्यकाएं राम नाम से गूंजी (एक संस्मरण) रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे - पं. विद्यासागर पांडे
दिनांक 28.10.90 को स्वर्गीय श्रद्धेय हमारी आर्यमाला राजमाता श्रीमंत विजया राजे सिंधिया के नेतृत्व में 2 लाख से अधिक कार सेवकों ने चित्रकूट से अयोध्या के लिये प्रस्थान किया साथ में सुश्री उमा भारती, रामकृष्ण कुसमरिया एवं बाबूराव पंराजेय, लोकेन्द्र सिंह, सरदार आंगे, सुमित्रा महाजन, बसुंधरा राजे एवं दर्जनों विधायक, सांसदों, सल, महत, साधु सन्यासी, महिलाएं, बच्चौ रोम-रोम रोमांचित हो रहा था। दमोह जिले से भी मैं विद्यासागर पांडे स्व. हकीकत राय मदान स्व. पं. बिहारी लाल गौतम सुरेन्द्र सोनी श्रीमती कविता राय सुनील ठाकुर चन्द्रगोपाल प्यासी हटा परसु सोनी हटा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता भी उत्साह के साथ श्रीराम का जयघोष करते हुये कार्य सेवा में शामिल हुये थे सभी जय श्रीराम व रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे के नारे लगाते जा रहे थे। चित्रकूट अपने बिछुडे राम की जयघोष एवं तुमुलनाद से आल्हादित था, केशरिया बाना, पगड़ी, रामनामी, दुपट्टे पहने कार सेवक रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे के मर्मभेदी नारे लगाते हुये उत्तर प्रदेश की सीमा में घुसे सैकड़ों, घुडसवार पुलिस को देखकर भयावह लग रहा था राजमाता जी की गिरफ्तारी के साथ गिरफ्तारी शुरू हुई।राम भक्तों को वहाँ खड़ी सैकड़ों प्राइवेट बर्सी, ट्रकों, एवं उत्तर प्रदेश की राज्य परिवहन की बसों में कहां ले जाया जा रहा था पता नहीं। तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, म.प्र., उड़ीसा, मद्रास के कार सेवकों के 10 हजार से अधिक होंगे भेड़-बकरी की तरह भरकर उ.प्र. की बर्बर पुलिस ले जा रही थी गंतव्य हमें पता न था। रास्ते में भरतकूप, बर्दासा, अतर्रा से हम गुजरे तो वहां के हिन्दुओं ने पुड़ी बिस्कुट लाई, मीठा हमारी धीरे-धीरे चलती बसों में फेका आगे नरेनी बांदा जिले का गांव था वहां के सैकड़ों निवासी हमारी बसों के सामने आ गये एवं हमसे बसों से उतरने को कहा बताया गया कि पूर्व में 12 बसों के कार सेवकों को बांदा के धने जंगलों में -छोड़ दिया। हमसब अड़ गये, सारे कार सेवक जो 60 बसों में थे, उतर आये। पूर्व से ही वहां जेले भर गई थी बस्ती के लोगों ने सभी की तत्काल भोजन व्यवस्था की, महिलाओं को ठहरने अलग व्यवस्था की लोग हरिजन सवर्ण को भेद भूल गये घर-घर भोजन की व्यवस्था थी व वहाँ के व्यापार मंडल ने जनसहयोग से पूरा भार भोजन व्यवस्था का किया। पुलिस पानी भी न पिला सकी दूसरे दिन रात को हमारी गिरफ्तारी बताई गई, रवाने का इंतजाम नरेनी बासी ही करते रहे व नरेनी के सर्व श्रीकात करवरिया, अनंतराम तिवारी, नारायण त्रिपाठी, रामरतन गुप्ता, केदार त्रिपाठी, रामअवतार सोनी, रामबहोरी सोनी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं सहित पूरा सहयोग दिया।
दिनांक 28.10.90 को स्वर्गीय श्रद्धेय हमारी आर्यमाला राजमाता श्रीमंत विजया राजे सिंधिया के नेतृत्व में 2 लाख से अधिक कार सेवकों ने चित्रकूट से अयोध्या के लिये प्रस्थान किया साथ में सुश्री उमा भारती, रामकृष्ण कुसमरिया एवं बाबूराव पंराजेय, लोकेन्द्र सिंह, सरदार आंगे, सुमित्रा महाजन, बसुंधरा राजे एवं दर्जनों विधायक, सांसदों, सल, महत, साधु सन्यासी, महिलाएं, बच्चौ रोम-रोम रोमांचित हो रहा था। दमोह जिले से भी मैं विद्यासागर पांडे स्व. हकीकत राय मदान स्व. पं. बिहारी लाल गौतम सुरेन्द्र सोनी श्रीमती कविता राय सुनील ठाकुर चन्द्रगोपाल प्यासी हटा परसु सोनी हटा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता भी उत्साह के साथ श्रीराम का जयघोष करते हुये कार्य सेवा में शामिल हुये थे सभी जय श्रीराम व रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे के नारे लगाते जा रहे थे। चित्रकूट अपने बिछुडे राम की जयघोष एवं तुमुलनाद से आल्हादित था, केशरिया बाना, पगड़ी, रामनामी, दुपट्टे पहने कार सेवक रामलला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे के मर्मभेदी नारे लगाते हुये उत्तर प्रदेश की सीमा में घुसे सैकड़ों, घुडसवार पुलिस को देखकर भयावह लग रहा था राजमाता जी की गिरफ्तारी के साथ गिरफ्तारी शुरू हुई।राम भक्तों को वहाँ खड़ी सैकड़ों प्राइवेट बर्सी, ट्रकों, एवं उत्तर प्रदेश की राज्य परिवहन की बसों में कहां ले जाया जा रहा था पता नहीं। तमिलनाडू, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, म.प्र., उड़ीसा, मद्रास के कार सेवकों के 10 हजार से अधिक होंगे भेड़-बकरी की तरह भरकर उ.प्र. की बर्बर पुलिस ले जा रही थी गंतव्य हमें पता न था। रास्ते में भरतकूप, बर्दासा, अतर्रा से हम गुजरे तो वहां के हिन्दुओं ने पुड़ी बिस्कुट लाई, मीठा हमारी धीरे-धीरे चलती बसों में फेका आगे नरेनी बांदा जिले का गांव था वहां के सैकड़ों निवासी हमारी बसों के सामने आ गये एवं हमसे बसों से उतरने को कहा बताया गया कि पूर्व में 12 बसों के कार सेवकों को बांदा के धने जंगलों में -छोड़ दिया। हमसब अड़ गये, सारे कार सेवक जो 60 बसों में थे, उतर आये। पूर्व से ही वहां जेले भर गई थी बस्ती के लोगों ने सभी की तत्काल भोजन व्यवस्था की, महिलाओं को ठहरने अलग व्यवस्था की लोग हरिजन सवर्ण को भेद भूल गये घर-घर भोजन की व्यवस्था थी व वहाँ के व्यापार मंडल ने जनसहयोग से पूरा भार भोजन व्यवस्था का किया। पुलिस पानी भी न पिला सकी दूसरे दिन रात को हमारी गिरफ्तारी बताई गई, रवाने का इंतजाम नरेनी बासी ही करते रहे व नरेनी के सर्व श्रीकात करवरिया, अनंतराम तिवारी, नारायण त्रिपाठी, रामरतन गुप्ता, केदार त्रिपाठी, रामअवतार सोनी, रामबहोरी सोनी ने सैकड़ों कार्यकर्ताओं सहित पूरा सहयोग दिया।
इसी बीच मालूम हुआ कि
महाराष्ट्र के कार सेवकों को जंगल में उतारने मुलायम सिंह की अत्याचारी
पुलिस ले जा रही है तो सभी कार सेवकों व वीर शिवाजी के महाराष्ट्र के युक्क
कार सेवकों ने ले जा रहे कार सेवकों को घेर लिया व उन्हें बस से उतारकर 42
पुलिस वालों को घेरकर जो कार सेवकों को धने जंगलों में छोड़ने जा रहे थे,
उनकी वदी उतरवा ली एवं एक बस में उन्हें उत्तरप्रदेश भेज दिया व कार सेवकों
को मुक्त कराया बाद में कार सेवकों को उत्तरप्रदेश की पुलिस द्वारा कार
सेवकों को म.प्र. की सीमा पर छोड़ा गया। पन्ना दमोह के कार सेवक उत्तर
प्रदेश परिवहन की दो बसों को भी पन्ना तक साथ ले आये व बसों को कोई क्षति
नहीं पहुंचायी। ज्ञातव्य हो यह कार सेवा सदा स्मरणीय रहेगी। नरेनी में
बच्चे ने गधों पर मुलायम सिंह की पट्टिका लगाकर जलूस निकालने का आनंद ले
रहे थे। जेलों में जगह न होने से सारा बांदा जिला मानो जैल बन गया था।
राष्ट्र के नायक श्रीराम की जन्म स्थली पर मंदिर निर्माण के विरोध में
उत्तर प्रदेश की सरकार की दमन नीति के विरोध में पूरे उत्तर प्रदेश की जनता
ने सड़क पर आकर 144 धारा कर्पू तोड़कर बर्बरता, चंगेजी दमन के खिलाफ खुला
जंग किया है जो इतिहास में अविस्मरणीय रहेगा वहीं नरेनी की जनता द्वारा
किया गया कार सेवकों का वह स्वागत याद रखेगा पूरा भारत/कार सेवकों में
मुस्लिम भी थे जिनमें इंदौर में श्रीमंती अंसारी जोकि श्रीमती गोरे के
नेतृत्व में आई थी। पं. विद्यासागर पांडे
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