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रेल सुविधाओं की अनदेखी चुनाव में भारी पड़ेगी.. पथरिया बांदकपुर में ट्रेन स्टॉपेज का लॉलीपॉप.. लेकिन दमोह में छग संपर्क क्रांति के स्टॉपेज और प्रस्तावित नागपुर ट्रेन की चर्चा नहीं.. समिति ने खजुराहो नागपुर ट्रेन हेतु BJP प्रदेश अध्यक्ष को मांग पत्र सौपा..

चुनाव पूर्व पथरिया बांदकपुर में ट्रेन स्टॉपेज का लॉलीपॉप

दमोह। कोरोना काल के दौरान बंद हुई अधिकांश रेलगाड़ियां पटरी पर वापस दौड़ने लगी है लेकिन बीना कटनी रेल खंड से निकलने वाली कोटा जबलपुर ट्रेन सहित करीब आधाा दर्जन यात्री गाड़ियां चालू करना रेल प्रशासन भूल गया है। इधर दोबारा शुरू हुई ट्रेनों में से पथरिया तथा बांदकपुर स्टेशन पर अधिकांश ट्रेनों का स्टॉपेज शुरू नहीं किया गया था। जिसको लेकर लोगो मे साफ नाराजगी झलकने लगी थी। विधान सभा चुनाव की पूर्व बेला में इस नाराजगी को भापते हुए भाजपा के विधायक प्रत्याशी लखन पटेल की पहल पर दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने पथरिया तथा बांदकपुर स्टेशन पर कोरोना काल से बंद ट्रेनों के स्टॉपेज फिर से शुरू करा दिए हैं। श्री पटेल ने शुक्रवार को पथरिया पहुंचकर क्षिप्रा एक्सप्रेस के स्टॉपेज की समारोह पूर्वक शुरुआत करने के साथ वह हरी झंडी दिखाकर रवाना भी कर चुके है। 

इस दौरान वह इन ट्रेनों के स्टॉपेज की मांग करने वाली पथरिया की जनता की जागरूकता की सराहना भी कर चुके हैं। लेकिन दमोह के मामले में लगातार मांगों के बावजूद सांसद तथा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल क्यों ध्यान नहीं दे रहे यह बात लोगो को समझ के परे है। जब कभी रेल संघर्ष समिति या मीडिया कर्मी उनसे रेल सुविधा में वृद्धि की बात करते हैं तो वह बीना कटनी के बीच तीसरी लाइन कंप्लीट होने का इंतजार करने का कह देते हैं। जबकि लंबे समय से जिन रेल सुविधा में वृद्धि की मांग की जा रही है वह वर्तमान हालात में भी उपलब्ध कराई जा सकती है।
रेल सुविधाओं की अनदेखी भाजपा को भारी पड़ेगी..
 केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के दमोह से सांसद रहते 9 साल से अधिक का कार्यकाल बीत जाने के बावजूद दमोह में छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति तथा दुर्ग जम्मू तवी ट्रेन का स्टॉपेज नहीं हो। नागपुर तथा दक्षिण भारत के लिए कोई भी ट्रेन सुविधा उपलब्ध नहीं हो सकी है। इंदौर हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस लगातार मांग के बावजूद प्रतिदिन नहीं की गई है। जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा के चुनाव अभियान की कमान संभालने वालों में रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव भी प्रमुख है। वहीं दमोह रेल संर्घष समिति के लोग केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी तक को उपरोक्त हालात से अवगत करा चुके है। रेल सुविधाओं की मांग को लेकर जल्द ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड़डा तथा अमित शाह से भी मुलाकात को यह लोग दिल्ली जाने वाले है।
आने वाले दिनों में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस तथा विपक्ष के लोग केंद्रीय मंत्री के कार्यकाल में दमोह में रेल सेवा और सुविधाओं की उपेक्षा के मामले को जमकर उछालने की रणनीति बना चुके हैं। विधानसभा चुनाव में जिसका खामियाजा भाजपा को जमकर उठाना पड़ सकता है। देखना होगा ऐसे में अभी समय रहते दमोह सांसद श्री पटेल  रेल मंत्री से अपने संबंधों का उपयोग कर ते हुए दमोह वासियो की पुरानी मांगे पूरी करवा पाते हैं.. अथवा नहीं ? अन्यथा यहां की रेल सुविधाओ के उपेक्षाओं का मुद्दा आगामी दिनों में चुनाव के दौरान नरसिंहपुर तक गूंजेगा इसमें कोई शक नहीं।
छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति का दमोह में स्टॉपेज कब तक ?
जबलपुर से निजामुद्दीन के बीच तीन दिन चलने वाली मध्य प्रदेश संपर्क क्रांति ट्रेन की टाइमिंग पर ही तीन दिन छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति और एक दिन दुर्ग जम्मू ट्रेन का संचालन कटनी बीना रेल खंड से हो रहा है। लेकिन छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति 12823/24और दुर्ग जम्मू ट्रेन 12548/49का दमोह रेलवे स्टेशन पर लगातार मांग किए जाने के बावजूद स्टॉपेज नहीं किया जा रहा है। जबकि यह दोनों ट्रेन मप्र के शहडोल उमरिया जैसे 50/60 किमी के अंतराल वाले छोटे स्टेशन पर रुकते हुए बरसों से चल रही है। वही मुड़वारा से दमोह में रुके बिना सीधे सागर में रूकती है।
मुड़वारा कटनी से सागर के बीच दमोह मॉडल स्टेशन है, केंद्रीय मंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है फिर भी इन दोनो ट्रेनों का स्टॉपेज आज तक नही दिया गया है। जिसको लेकर दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल से लगातार मांग की जाती रही है। वही इस मामले में सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र बजाज के द्वारा रेलवे के अधिकारियों को पत्र लिखने की बात कही जाती रही है। ऐसे में लोगो के बीच यह सवाल उठना लाजमी है कि क्या रेलवे के अधिकारी केंद्रीय मंत्री के पत्र को कोई तवज्जो नहीं देते या फिर इस तरह के पत्र केवल दिखाने के लिए लिख दिए जाते हैं।
इंदौर हावड़ा क्षिप्रा एक्सप्रेस भी प्रतिदिन नही हो सकी
इंदौर से हावड़ा के बीच सप्ताह में 3 दिन चलने वाली क्षिप्रा
 एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाये जाने की मांग वर्षो पुरानी है। श्री प्रहलाद पटेल के दमोह से सांसद बनने और इसके बाद केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद सभी को उम्मीद थी इस महत्वपूर्ण ट्रेन को श्री पटेल प्रतिदिन तो करवा ही देंगे। लेकिन रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से नजदीकी संबंधों के बावजूद श्री पटेल ने आम जनता से जुड़ी इस महत्वपूर्ण मांग को पूरा कराने मे रुचि नहीं। वहीं पूर्व लोकसभा अध्यक्षा सुमित्रा महाजन ताई भी क्षिप्रा एक्सपे्रस को प्रतिदिन चलाने की घोषणा को पूरा करने के लिए कड़ी भाषा में अनेक बार रेल मंत्री को पत्र लिख चुकी है।
उल्लेखनीय है कि 5 साल पहले तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भोपाल में आयोजित रेलवे के सम्मान समारोह में इंदौर हावड़ााा शिप्रा एक्सप्रेस ट्रेन को प्रतिदिन चलने के आदेश सार्वजनिक रूप सेे रेलवे केे अधिकारियों को दिए थे। उस समय रतलाम रेल मंडल ट्रेन को प्रतिदिन करने सभी तैयारियां कर ली थी। लेकिन इस दौरान कोरोना काल शुरू हो जाने से शिप्रा एक्सप्रेस का संचालन प्रतिदिन नहीं हो सका था। उसके बाद से लगातार मांग की जाती रही है। इंदौर सांसद से लेकर सागर सांसद तक लोक सभा में इस ट्रेन को प्रतिदिन चलाने की मांग उठा चुके हैं। लेकिन श्री पटेल के रुचि नही लेने की बजह से क्षिप्रा एक्सप्रेस आज तक प्रतिदिन नहीं चल पा रही है।
प्रस्तावित नागपुर ट्रेन का परिचालन भी नहीं हो सका शुरू
तीन माह पहले भोपाल रेल मंडल की में सागर सांसद द्वारा नागपुर ट्रेन चलने का प्रस्ताव दिए जाने पर रेल मंडल द्वारा दमोह से नागपुर साप्ताहिक ट्रेन प्रस्तावित की गई थी। जिसको मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया था लेकिन य ट्रेन भी आज तक शुरू नहीं हो सकी है। 
जबकि इसके बाद शहडोल सांसद की पहल पर शहडोल नागपुर ट्रेन प्रस्तावित हुई थी जो कि शुरू की जा चुकी है। ऐसे में लोग यह कहने से भी नही चूक रहे कि जब शहडोल और सागर सांसद की पहल पर इतना हो सकता है तो दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री श्री प्रहलाद पटेल सुविधाओं को लेकर रेल मंत्री को एक कॉल कर दें तो नागपुर ट्रेन शुरू होते देर नहीं लगेगी। 
कोरोना काल से बंद कोटा जबलपुर को नागपुर तक चले
बीना कटनी रेल खंड से आजादी के बाद आज तक नागपुर को ट्रेन नहीं मिल पाने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी मरीजों तथा उनके परिजनों को उठाने पड़ती है। कोरोना काल से बंद चल रही कोटा जबलपुर ट्रेन को नागपुर तक बड़ाकर समस्या का समाधान किया जा सकता है।
इसको लेकर रेल संघर्ष समिति के लोग कोटा जाकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को भी मांग पत्र सौंप चुके हैं लेकिन जब तक इसको लेकर दमो सांसद पहलाद पटेल पहल नहीं करेंगे तब तक इस बंद ट्रेन का फिर से पटरी पर लौटना और नागपुर तक बढ़ाना असंभव बना हुआ है।
नागपुर ट्रेन चलवाने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को ज्ञापन
भोपाल में दमोह रेल संघर्ष समिति द्वारा मध्यप्रदेश के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा सांसद खजुराहो से उनके कार्यालय में मुलाकात करके एक सूत्रीय मांग पत्र का ज्ञापन सौंपा गया,उक्त ज्ञापन में बुंदेलखंड से गुजरने वाली, 3 साल से बंद चल रही 04189 / 04190 जबलपुर-खजुराहो एक्सप्रेस ट्रेन को पुनः शुरू करवाने एवं रोगी, बीमार, मरीजों के लिए स्वास्थ्य सुभिदा लाभ के लिए इस ट्रेन को नागपुर तक बढ़वाने हेतु निवेदन किया गया
उन्हें बताया गया कि पिछड़े क्षेत्र बुंदेलखंड से 3 वर्ष पूर्व गुजरने वाली, सप्ताह में 3 दिन चलने वाली ट्रेन खजुराहो-जबलपुर एक्सप्रेस जो खजुराहो से छतरपुर, टीकमगढ़, ललितपुर, बीना, खुरई, सागर, दमोह, कटनी से होकर जबलपुर तक चलती थी, यह जन जनहितैषी ट्रेन पिछले 3 साल कोरोना काल से बंद है, यह ट्रेन आमजनता के दैनिक जीवन का हिस्सा थी,बुंदेलखंड आमजनता की मांग है, कि इस ट्रेन को जबलपुर से आगे सुपरफास्ट के रूप में वाया नैनपुर, गोंदिया होकर नागपुर तक बढ़ाया जाता है तो यह ट्रेन बुंदेलखंड की जनता के लिए महासंजीवनी से कम नही होगीवर्तमान में बुंदेलखंड की जनता बद से बत्तर स्थिति में जैसे तैसे नागपुर इलाज कराने जाती है, वर्तमान में हमारे बुंदेलखंड में अत्याधुनिक इलाज की व्यवस्था नहीं है, आमजनता इलाज के अभाव में लुटने और मरने मजबूर है, इसलिए इस ट्रेन के चलने से पूरे बुंदेलखंड की जनता के दैनिक जीवन में फर्क आयेगा।  जबलपुर-खजुराहो ट्रेन पुन: चलने और जबलपुर से वाया नैनपुर, गोंदिया होकर नागपुर तक बढ़ने से बुंदेलखंड की आमजनता स्वास्थ्य सुभिदाओ को लेकर आत्मनिर्भरता महसूस करेगीउक्त ट्रेन को पुनः फिर से शुरू करवाने हेतु उचित प्रयास करने हेतु निवेदन किया गया

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