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मप्र भाजपा की दूसरी सूची में केंद्रीय मंत्री तोमर पटेल कुलस्ते सहित 7 सांसदों पर दांव से CM दावेदार बढ़े.. विजयवर्गीय को मौका भार्गव सहित अन्य मंत्रियों की टिकट बैटिंग में.. कांग्रेस का कटाक्ष घबराहट में भाजपा का यह आखिरी दांव..

मप्र भाजपा की दूसरी सूची में आठ बड़े चेहरों पर दांव

दिल्ली। मध्य प्रदेश में चुनाव की घोषणा के पहले भारतीय जनता पार्टी की तरफ से 39 प्रत्याशियों की दूसरी सूची सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें अनेक चौकाने वाले नाम सामने आए है। खास बात है कि सूची में तीन केंद्रीय मंत्री सहित सात सांसदों को प्रत्याशी घोषित किया गया है। वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गी को भी फिर से विधायक की टिकट दे दी गई है। वहीं दूसरी पार्टी से आए कुछ नेताओं को भी दूसरी सूची में प्रत्याशी बनाया गया है जबकि अनेक सुनिश्चित जीत वाले वरिष्ठ मंत्रियों के क्षेत्र से टिकट घोषणा को लंबित रखा गया है। 

भाजपा की दूसरी सूची में जिन 39 नाम पर भरोसा जताते हुए केंद्रीय चुनाव समिति ने अपनी सहमति बन अनुमति प्रदान की है और मैं सबसे चौंकाने वाला नाम वरिष्ठ कैबिनेट केंद्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर का है।  श्री तोमर को दिमनी से प्रत्याशी घोषित किया गया है।
दूसरा चौंकाने वाला नाम दमोह सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का है जिनको नरसिंहपुर से भाजपा विधायक छोटे भाई जालम सिंह पटेल की जगह प्रत्याशी बनाया गया है। तीसरी केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलदस्ते को निवास से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया है।

भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और जबलपुर सांसद राकेश सिंह को जबलपुर पश्चिम से सतना सांसद गणेश सिंह को सतना से सीधी सांसद रीती पाठक को सीधी से तथा होशंगाबाद सांसद उदय प्रताप सिंह को गाडरवारा से भाजपा प्रत्याशी घोषित किया गया है। 
वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गी को फिर से इंदौर से प्रत्याशी बनाया गया है। पिछले साल कांग्रेस से भाजपा में आए बृज बिहारी पटेरिया को देवरी से प्रत्याशी बनाया गया है। जबकि रहली गढ़ाकोटा जैसी सुनिश्चित विजय वाली सीट सहित अन्य कद्दावर मंत्रियों के क्षेत्र से नाम घोषित नहीं करना आश्चर्य का विषय बना हुआ है। 
छठवी बार CM बनने शिवराज की राह होगी मुश्किल
 भाजपा की सूची में विधायक पद के लिए बड़े चेहरों के सामने आने से इस बात के कायास लगाए जाने लगे हैं कि चुनाव बाद भाजपा का बहुमत आने पर शिवराज सिंह चौहान की पांचवें बार मुख्यमंत्री बनने की राह आसान नहीं रहेगी।
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ में अब तीनो केंद्रीय मंत्री के साथ वरिष्ठ नेता विजयवर्गीय के नाम पर भी चर्चा की जाएगी। भाजपा की दूसरी सूची में तीन केंद्रीय मंत्री सहित सात सांसदों के नाम घोषित करने के पीछे इनके जातिगत वोटो को भाजपा के पक्ष में करने की रणनीति का हिस्सा भी कहा जा सकता है।
कांग्रेस बता रही बौखलाहट में भाजपा का आखिरी दांव
 भाजपा के द्वारा इन केंद्रीय मंत्री सहित 7 सांसदों पर दाव लगाने के मामले को कांग्रेस जन इसे कमलनाथ के साथ कांग्रेस सरकार के पक्ष में प्रदेश में चल रही लहर रूपी माहौल बता रही है। दमोह विधायक अजय टंडन का यहां तक कहना है कि प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए यह भाजपा द्वारा लगाया गया यह आखिरी दाव है। भाजपा ककुशासन से तंग आ चुकी जनता इस चुनाव में इन बड़े चेहरों को भी सबक सिखाने से नहीं चुकेगी। क्या बीजेपी का एक देश एक चुनाव यही तस्वीर है..? पिक्चर अभी बाकी है..

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