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लगातार बारिश के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 4 अगस्त का दमोह दौरा स्थगित.. ! इधर शिव भक्तों ने उप चुनाव के दौरान बांदकपुर धाम के विकास को लेकर.. मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा की याद दिलाई..

 4 अगस्त का मुख्यमंत्री के दमोह द्वारा कार्यक्रम स्थगित

बुंदेलखंड सहित मध्य प्रदेश के अनेक क्षेत्रों में झमाझम बारिश का दौर जारी है ऐसे में दमोह जिले में बारिश के रेड एलर्ट के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का 4 अगस्त को प्रस्तावित दमोह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है उल्लेखनीय है कि 4 अगस्त को मुख्यमंत्री श्री चौहान दमोह आगमन के दौरान सागर नाका तीन गुल्ली से रोड शो करने वाले थे इसके बाद तहसील ग्राउंड पर लाडली बहना सम्मेलन को भी संबोधित करना था। अनेक निर्माण विकास कार्यों का भूमि पूजन और लोकार्पण भी प्रस्तावित था।

 लेकिन लगातार बारिश की वजह से फिलहाल यह दौरा कार्यक्रम स्थगित हो जाने की जानकारी सामने आई है। उल्लेखनीय की दमोह जिले में दो दिनों से लगातार बारिश की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में अनेक स्थान पर जल भराव की हालत बने हुए हैं वही जिला मुख्यालय का भी अनेक ग्रामीण क्षेत्र से सड़क संपर्क टूटा हुआ है। पाला की जिला प्रशासन से लेकर पार्टी संगठन द्वारा मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी इसके बावजूद शुक्रवार को भी बारिश के अलर्ट के चलते मुख्यमंत्री का दमोह आगमन स्थगित हो जाने से तैयारियों पर भी लाखों के खर्च पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है..

शिव भक्तों ने की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से दमोह उपचुनाव में बांदकपुर धाम को अयोध्या धाम के तरह विकास की घोषणा को पूरा करने की मांग..

दमोह बुंदेलखंड और प्रदेश का प्रमुख प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर धाम जहां श्री जागेश्वर नाथ महादेव जी विराजमान हैं लाखों लाख भक्तों की आस्था का केंद्र है। लगभग दो वर्ष पहले दमोह उपचुनाव के दौरान प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने शिव की नगरी बांदकपुर धाम में चुनावी जनसभा के दौरान श्री जागेश्वर नाथ धाम को अयोध्या धाम की तरह संपूर्ण विकास की बात कही थी। हिंदूवादी सरकार के मुखिया के द्वारा की गई घोषणा के बाद भी इतना समय बीतने के बाद भी हिंदू तीर्थ में धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ है।

 एक बार फिर विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं और बांदकपुर धाम का मुद्दा गर्म है। राजनेताओं के द्वारा श्री जागेश्वर धाम बांदकपुर तीर्थ क्षेत्र की उपेक्षा वर्षों से की जा रही है ।आए दिन राजनेता वहां घोषणाएं करते हैं लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं होता है इन्हीं सब को लेकर लगातार अनेक संगठन शिवभक्त ज्ञापन आंदोलन चला रहे हैं । पिछले ही दिनों केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल के निवास पर भी जाकर अनेक शिव भक्तों ने मंदिर द्वार से अतिक्रमण हटाकर श्री जागेश्वर नाथ कॉरिडोर के निर्माण के संदर्भ में लिखित पत्र सौंपा था ।

इसके पूर्व में अनेक बार सामूहिक ज्ञापन आवेदन दिए जा चुके हैं। यहां तक कि देश के अनेक पूज्य संतों ने भी व्यासपीठ से और मंच से बार-बार बांदकपुर धाम के विकास की बात कही है। चित्रकूट से श्री रामभद्राचार्य जी महाराज, बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर श्री बागेश्वर महाराज ने बार-बार व्यासपीठ से बांदकपुर धाम के विकास की बात कही है। 
देखना है मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बांदकपुर धाम को लेकर अपनी पुरानी घोषणा पर क्या कहते हैं या फिर से कोई नई घोषणा करेंगे वर्षों से हिंदू तीर्थ क्षेत्र विकास की राह देख रहा है। क्या यह घोषणा केवल जुमला बन के रह जायेगी या फिर हिंदू तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर धाम में हिंदूवादी सरकार धरातल पर कार्य करेगी सभी शिव भक्तों की यही मांग है कि मंदिर द्वार पर जो वर्षों से अतिक्रमण हैं जिससे मंदिर ठीक से दिखाई भी नहीं देता है उसको हटाकर श्री जागेश्वर नाथ धाम कॉरिडोर का निर्माण हो। जैसे कि बाबा विश्वनाथ धाम बनारस, बाबा महाकाल लोग उज्जैन और अयोध्या धाम में विकास कॉरिडोर बना है। भोलेनाथ के भक्त लगातार कर रहे हैं। मांग और प्रतीक्षा।

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