हिंदू बेटियों को हिजाब में प्रदर्शित करने का विरोध जारी
मप्र के दमोह नगर के फुटेरा वार्ड 4 में संचालित गंगा जमना हायर सेकेंडरी स्कूल के एमपी बोर्ड टॉपर स्टूडेंट को प्रदर्शित करने लगाए गए एक बोर्ड में हिंदू बेटियों की फोटो भी हिजाब पहले दिखाए जाने को लेकर शुरू हुआ विवाद प्रदेश की राजधानी भोपाल तक पहुंच गया है। मामले में जिला प्रशासन द्वारा स्कूल प्रबंधन को प्रथम दृष्टया क्लीन चिट दिए जाने के बाद प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और गृहमंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा ने भी जिला शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर पहले तो हिंदू छात्राओं के परिजनों द्वारा कोई शिकायत नहीं करने की बात कही वही मामले को तूल पकड़ता देख कर उन्होंने दमोह एसपी को गहन जांच के निर्देश दिए हैं।
दरअसल गंगा जमुना स्कूल के एमपी बोर्ड परिणाम 98.5% को टॉपर 18 स्टूडेंट की फोटोस के साथ प्रदर्शित करते बैनर पोस्टर को स्कूल के बाहर लगाया गया था। जिसमें हिंदू सनातन जैन धर्म से संबंध रखने वाली बेटी लक्ष्मी पटेल, पलक जैन, वंदना चौरसिया एवं रूपाली साहू को भी मुस्लिम स्टूडेंट के साथ हिजाब में दिखाया गया था। 30 मई को उपरोक्त पोस्टर की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इसकी जानकारी व शिकायत मध्य प्रदेश बाल आयोग के अध्यक्ष श्री प्रियंक कानूनगो से की गई थी।
जिस पर उनके द्वारा जिला प्रशासन को जांच कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इधर सोशल मीडिया पर उपरोक्त पोस्टर वायरल होने के साथ द केरला स्टोरी की तर्ज पर दमोह स्टोरी के रूप में मामला प्रचारित होते देर नहीं लगी। हालांकि रात में कलेक्टर द्वारा ट्वीट करके पुलिस तथा शिक्षा विभाग की जांच में इस तरह की बात सामने नहीं आने की जानकारी दी गई। वही यही बात एसपी द्वारा भी कही गई।
प्रशासन द्वारा आनन-फानन में मामले में स्कूल प्रबंधन को दी गई क्लीन चिट पर आपत्ति जताते हुए हिंदू जागरण मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में हिंदू संगठनों के पदाधिकारी महिलाओं युवाओं ने बुधवार दोपहर वाहन रैली निकालकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें गंगा जमुना स्कूल की मान्यता को रद्द किए जाने तथा स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की गई।
हिंदू बच्चियों के अभिभावकों को स्कूल प्रबंधन द्वारा दबाव बनाकर हिजाब मामले में आपत्ति दर्ज नही कराने जैसे आरोप का उल्लेख भी ज्ञापन में किया गया। इस दौरान हिंदू जागरण मंच के संयोजक कृष्णा तिवारी, बजरंग दल के पूर्व संयोजक सुनील ठाकुर, सकल हिंदू समाज से मोंटी रैकवार सूर्यकांत, आशीष शर्मा, छुट्टू यादव, प्रशांत ठाकुर, अभिषेक तिवारी, राजुल चौराहा विधान पाराशर, दीपक नेमा, रितिक जड़िया के अलावा महिला नेत्री साधना तिवारी, सुमन मिश्रा, रानू साहू सहित महिला शक्ति खुलकर आरोप लगाते प्रशासन की जांच पर सवाल उठाते नजर आई। जबकि ज्ञापन लेने पहुंचे डिप्टी कलेक्टर आर एल बागरी का कहना था ज्ञापन में दिए बिंदुओं पर सूक्ष्मता से जांच कराई जाएगी।
इधर जब स्कूल संचालक मुस्ताक खान का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो वह मीडिया के समक्ष कुछ भी बोलने से बचते तथा शिक्षा अधिकारी को बयान दिए जाने की बात करते नजर आए।
हिंदू छात्राओं को हिजाब पहनाए पोस्टर प्रदर्शित मामले की चर्चाएं भोपाल तक पहुंचने के बाद मध्य प्रदेश के गृहमत्री और प्रदेश सरकार के प्रवक्ता श्री नरोत्तम मिश्रा से जब मामले में प्रतिक्रिया चाही गई तो उनका कहना था जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई जांच में उपरोक्त छात्राओं के परिजनों द्वारा कोई शिकायत नहीं की गई है तथा दमोह एसपी को इस मामले में गहन जांच के निर्देश दिए गए हैं।
कलेक्टर ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की. इधर हिंदू संगठन द्वारा दिए गए ज्ञापन और उसमें लगाए गए आरोपो की जांच कराने के लिए कलेक्टर ने 3 सदस्यी जांच कमेटी गठित की है जिसमें तहसीलदार सर्व शिक्षा अभियान की डीपीसी और दमोह नगर पालिका अधिकारी को रखा गया है। यह कमेटी जल्दी जांच करके कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट देगी।
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