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भाजपा प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव के दमोह दौरे के बाद..पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ की भाजपा में वापसी.. भाजपा से निलंबित पांच पूर्व मंडल अध्यक्षों की भी पार्टी में वापसी.. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंग वस्त्र पहनाकर भाजपा में शामिल किया..

 सिद्वार्थ मलैया की भारतीय जनता पार्टी में हुई वापसी

भोपाल। दमोह विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह की करारी हार के बाद भाजपा से बाहर कर दिए गए पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया की आज साथियों सहित भाजपा में वापसी हो गई है। गुरुवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने सिद्वार्थ मलैया को भाजपा का अंग बस्त्र पहनाकर पार्टी में स्वागत किया।

 इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद  श्री विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी एवं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य नेताजी की मौजूदगी रही। सिद्धार्थ के साथ भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी, अभिलाष हजारी, अजय सिंह, संतोष रोहित, देवेंन्द्र राजपुत की भी पार्टी में वापसी हो गई है। इनका भी पार्टी का अंग वस्त्र पहना कर स्वागत किया गया। 

उल्लेखनीय है कि भाजपा के तत्कालीन 5 मंडल अध्यक्षों को भी दमोह विधानसभा उपचुनाव में करारी हार के बाद सिद्धार्थ मलैया के साथ पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। आज भाजपा में वापसी पर सिद्वार्थ मलैया ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व के समक्ष मेरी घर वापसी हुई है। भारतीय जनता पार्टी व प्रदेश नेतृत्व ने हमें स्वीकार किया है इसके लिए मैं पार्टी नेतत्व का आभार व्यक्त करता हॅू। उन्होंने कहा कि पार्टी हमें जो दायित्व देगी हम उस पर खरे उतरेंगे।

भाजपा प्रदेश प्रभारी के दमोह दौरे के बाद हुई वापसी

भाजपा के प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव 2 दिन पूर्व ही दमोह जिले के प्रवास पर रहे थे। इस दौरान यहा पर आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के दौरान ही वह नाखुश नजर आए थे। वही इस बात के भी संकेत दे दिए थे कि चुनावी साल में दमोह विधानसभा क्षेत्र मैं पार्टी की वर्तमान स्थिति से वह से संतुष्ट नहीं है। 

हालांकि इसके बाद भी उन्होंने अपने संबोधन के दौरान साफ कर दिया था कि भाजपा 360 डिग्री के एंगल से भी विधान सभा चुनाव जीतेगी। उस समय पार्टी नेताओं को उनका 360 डिग्री का मतलब समझ में नहीं आया था। लेकिन आज सिद्धार्थ मलैया और उनकी टीम की भाजपा में वापसी से यह साफ हो गया है कि 2018 में राहुल की टक्कर तथा बाद में 2020 में राहुल के चक्कर में अपनी परंपरागत सीट दमोह विधानसभा को खो चुकी भाजपा अब किसी भी हालात में इसे तीसरी बार खोना नहीं चाहती।

टीम सिद्धार्थ के कारण भाजपा के सिर से छिन गया दमोह नगर पालिका और जिला पंचायत अध्यक्ष का ताज..

पिछले साल हुए नगरपालिका तथा जिला पंचायत चुनाव के दौरान टीम सिद्धार्थ मलैया द्वारा स्वतंत्र रूप से चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा के हाथ से नगर पालिका अध्यक्ष उपाध्यक्ष तथा जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष की कुर्सी निकल गई थी। जबकि इन दोनों चुनाव की कमान प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल संभाले हुए थे। इसके बाद भी दमोह नगर पालिका में भाजपा इतने पार्षद भी नहीं जुटा पाई थी कि वह अध्यक्ष उपाध्यक्ष बनवा सके।  इसी तरह जिला पंचायत अध्यक्ष उपाध्यक्ष के चुनाव में भाजपा की जमकर किरकिरी हुई थी भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी ने ही नामांकन पत्र जमा नही करके कांग्रेस को वाकओवर दे दिया था। 

भाजपा टिकट देगी या फिर संगठन की जिम्मेदारी..

टीम सिद्धार्थ की भाजपा में वापसी से इतना तो तय हो गया है कि पार्टी हर हालत में दमोह विधानसभा सिडको वापस पाना चाहती है लेकिन देखना होगा आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया को फिर से पार्टी टिकट देती है या फिर सिद्धार्थ मलैया को संगठन की कमान सौंपी जाती है। उल्लेखनीय की भाजपा में जिला अध्यक्ष की फेरबदल को लेकर लंबे समय से अटकलों का दौर जारी है। फिलहाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष समर्थक प्रीतम सिंह पार्टी के जिला अध्यक्ष है। वही उनको  बदले जाने की अटकलों के बीच महामंत्री सतीश तिवारी तथा उपाध्यक्ष अमित बजाज गोलू जिलाध्यक्ष के लिए जोर आजमाइश करते नजर आए हैं।  

यदि भाजपा के जिला अध्यक्ष पद पर पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया की पसंद की बात की जाए उनकी पसंद पथरिया के पूर्व विधायक लखन पटेल रहे हैं। लेकिन उनकी पथरिया क्षेत्र से पुनः पार्टी टिकट की संभावना के चलते वह जिला अध्यक्ष पद में फिलहाल रुचि लेते नही दिख रहे। इधर   बदले हुए हालात में यदि विधानसभा चुनाव के पहले सिद्धार्थ मलैया को भाजपा जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप दें तो आश्चर्य नहीं होगा। फिलहाल सिद्धार्थ मलैया व टीम की भाजपा में वापसी उन नेताओं के चेहरों का रंग उड़ा हुआ अपने आपको ही पार्टी का कर्ताधर्ता मानकर चल रहे थे..

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