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तालाब का कचरा भी एक विघ्न ही है जिसे हमें दूर करना चाहिए.. केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल के निर्देशन में.. बेलाताल को जलकुंभी मुक्त करने फिर हुआ श्रमदान.. इधर नौरादेही अभ्यारण्य की वेबसाईट शुरू.. पर्यटकों को मिलेंगी अनेक सुविधाएं..

सामाजिक संगठनों जनप्रतिनिधियों ने निभाई सहभागिता

दमोह। बेलाताल सफाई अभियान समिति ने जब यह काम शुरू किया था उसका परिणाम यह हुआ है कि बेलाताल अब सूखता नहीं है। आज त्यौहार का समय है भगवान श्री गणेश जी विराजमान है तालाब का कचरा भी एक विघ्न ही है जिसे हमें दूर करना चाहिए। वर्तमान में पर्युषण पर्व चल रहा हैए हम सभी मनोयोग के साथ स्वच्छता के प्रति अपने इस अभियान को जारी रखें। इस आशय के विचार केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जल शक्ति राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल ने स्वच्छता अभियान के तहत  आज बेलाताल में सफाई के दौरान व्यक्त किये।

केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल ने कहा इस बार वर्षा कम होने के बावजूद भी तालाब एक बार ओवरफ्लो हुआ है। तालाब में बड़ी मात्रा में कचरा था। तिरंगा यात्रा के समय सभी सहयोगी मित्रों ने तय किया था कि बेलाताल सफाई का काम शुरू करना है। सभी सहयोगी मित्र तमाम व्रत होने के बावजूद भी सफाई अभियान में लगे हुये है। समिति में सराफा बाजार वाले अधिक है जिन्होंने इस अभियान के लिए समय निकाला आज संख्या काफी अच्छी है पहले से ज्यादा है इसका मतलब यह है कि लोग इस काम में रुचि रख रहे हैं। भरे हुए तालाब में आज का स्वच्छता अभियान हम सभी और शहरवासियों को याद रहेगा।
बेलाताल में इस समय बड़ी संख्या में जलकुंभी की सफाई के लिये केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटेल के नेतृत्व प्रातःकाल से ही सामाजिक संगठनों कार्यकर्त्ताओं सहित नगर पालिका और होमगार्ड की टीमें तत्पर थीं। नगर के नागरिकों सहित महिला कार्यकर्त्ताओं ने भी श्रमदान कर सफाई की और घाटों पर जमा कचरा समेट कर नगर पालिका की ट्रालियों से अलग कराया। होमगार्ड द्वारा तालाब में वोट पर बचाव दल तैनात किया गया था जो जलकुभी हटाने में भी अपनी सहभागिता निभा रहा था। इस मौके पर सुरक्षा के लिये पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि नरेंद्र बजाज, आलोक गोस्वामी, गोपाल पटेल, नरेंद्र दुबे, सतीश तिवारी, यशपाल ठाकुर, कैलाश शैलार, अनुपम सोनी, विक्रांत गुप्ता, भरत यादव, बिहारी लाल गौतम, पवन तिवारी, नरेद्र चंदेल, अनिल कोटवानी, विनोद अमुलानी, मोंटी रैकवार, मनीष सोनी, कणाद खरे, मणिकचंद्र सचदेव, वीरू नेमा, सुशील गुप्ता, राजकुमार सिंह निज सचिव, खरगराम पटेल, गणेश जाटव, गुलशन जाटव, प्रीतम चौकसे, शोभित गुप्ता, कल्लू रैकवार, जुगल अग्रवाल, अबरार खान, रघु श्रीवास्तव, मनीष असाटी, एडवोकेट श्याम सुंदर, आजम खान, शैफ खान, खिलान अहिरवार, पन्नालाल लखेरा, रामेश्वर चौधरी, राजकुमार पटेल, गौरव सोनी, सुशील सोनी, डॉक्टर विश्वकर्मा, शिखा जैन, संगीता राजपूत, वर्षा रैकवार, बबली विश्वकर्मा, कुसुम खरे, छाया साहू, रश्मि वर्मा, सुमन मिश्रा, संगीता जैन, धनीराम, कमलेश शर्मा, शनि गांधी, राजेंद्र चौरसिया,  संगीता राजपूत, डब्बू पेंटर, अनुज बाजपेई, मंदीप यादव सहित अनेक लोगों ने श्रमदान किया।
एसडीएम दमोह गगन विसेन, टीआई विजय राजपूत, नगर पालिका इंजीनियर मेघ तिवारी, सुशील सोनी, आकाश उदैनिया, आपदा प्रबंधन प्राची दुबे और टीम, एसएम टीम गौरव भट्ट, अखिलेश चौबे किशोरी भट्ट, नगर पालिका से विकास तिवारी, पप्पू खान आदि की भी मुहिम में सहभागिता रही।

नौरादेही अभ्यारण्य की वेबसाईट का वर्चुअली अनावरण

दमोह।  नौरादेही अभ्यारण्य में बाघों की संख्या बढ़ने से प्रदेश में नौरादेही अभ्यारण्य उभरता हुआ अभ्यारण्य है। इस अभ्यारण्य में 12 बाघों के साथ.साथ भेडिया, तेंदुआ, भालू तथा अनेक शाकाहारी वन्यप्राणी विचरण करते है। इसके अतिरिक्त अनेक प्रवासी पक्षी भी अपना स्थान बनाये हुये है। जहॉं वन्यप्राणियों की संख्या में निरंतर वृद्वि हो रही है वहीं पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। यहां प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भी पर्यटक अभ्यारण्य के अद्भुत नजारों का अनुभव करने के लिए आते है। नौरादेही अभ्यारण्य को बाघों के संरक्षण के लिए भी संभावनाओं से परिपूर्ण स्थल के रूप में चिन्हित किया गया है। अभ्यारण्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मप्र वन विभाग द्वारा नौरादेही अभ्यारण्य की वेबसाईट तैयार की गई। वेबसाईट का अनावरण भारतीय वन सेवा मुख्य वन्यप्राणी अभिरक्षक एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक; वन्यप्राणी मप्र भोपाल जेएस चौहान द्वारा वर्चुअली किया गया।  

             
वेबसाईट के तैयार होने से पर्यटकों को टूर बुकिंग विश्रामगृह बुकिंग के साथ.साथ अभ्यारण्य से जुड़ी अन्य जानकारियां तथा गतिविधियों की जानकारी पहुंचना आसान होगा। वेबसाईट की सहायता से पर्यटन में भी वृद्धि होने की अपार संभावनाएं होगी। नौरादेही अभ्यारण्य की वेबसाईट अनेक विशेषताओं से परिपूर्ण है। इसे हिन्दी एवं अग्रेजी दोनो माध्यमों में तैयार किया गया है। साथ ही इसे मोबाइल पर भी उपयोग किया जा सकता है। पर्यटक इससे अभ्यारण्य में मौजूद वनस्पतियों वन्यप्राणियों पर्यटन स्थलों आदि के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है। वेबसाईट के माध्यम से अभ्यारण्य तक पहुंच मार्ग ठहरने की व्यवस्था अभ्यारण्य में होने वाले कार्यक्रमों समाचारों तथा दरों के बारे में जानकारी भी प्राप्त की जा सकती है।
कार्यक्रम में अमित कुमार दुबे मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त सागर, सुधांशु यादव, वनमंडलाधिकारी नौरादेही ;वन्यप्राणी वनमंडल सागर, सेवाराम मलिक, उप वनमंडल अधिकारी ;वन्यप्राणी रहली एवं समस्त गेम परिक्षेत्र अधिकारी भी उपस्थित रहे।

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