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सब इंस्पेक्टर से रिश्वत मांगना महंगा पड़ा.. रीवा लोकायुक्त की टीम ने दो लाख की रिश्वत मांगने वाले रेंजर को पकड़ा..दो ट्रैक्टर ट्राली को छोड़ने रेंजर ने मांगी दो लाख की रिश्वत

सब इंस्पेक्टर से रिश्वत मांगना महंगा पड़ा.

 मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का दंश पवित्र नवरात्र व्रत जान महानदी थमने का नाम नहीं ले रहा है यहां तक कि अब अधिकारी भी अधिकारी को छोड़ दे तैयार नहीं है ताजा मामला शहडोल में सामने आया है जहां रीवा लोकायुक्त की टीम ने एक सब इंस्पेक्टर से दो लाख रूपये की रिश्वत की मांग करने वाले वन विभाग के रेंजर को 50 हजार की रिश्वत मामले में कार्यवाही की है..

शहडोला। लोकायुक्त रीवा की टीम ने निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार के नेतृत्व में 4 अप्रैल को शहडोल जिले के जयसिंह नगर स्थित वन परिक्षेत्र कार्यालय पहुंच कर रेंजर महेंद्र सिंह यादव को रिश्वतखोरी मामले में कार्रवाई की है। मामले ने आवेदक कृष्ण कांत तिवारी निवासी ठैगहरा तहसील जयसिंहनगर जिला शहडोल पुलिस उप निरीक्षक एवं कृषक ने लोकायुक्त एसपी रीवा को शिकायत की थी कि अरविंद सिंह परिहार अपने एवं अपने परिचित कृष्ण कुमार तिवारी के ट्रैक्टर ट्राली को लेकर दिनांक 6 अक्टूबर 2021 को ग्राम ठेगहरा में अपने खेत से घर की छपाई के लिए मिट्टी लेने गया था। इस दौरान वन परीक्षेत्र जयसिंह नगर के कर्मचारियों द्वारा दोनों ट्रैक्टर ट्राली को यह कहते हुए कि तुम रेत लेने गए थे जप्त कर लिया था। इन ट्रैक्टरों को छोड़ने के लिए वन परिक्षेत्र जयसिंह नगर के रेंजर महेंद्र यादव द्वारा प्रति ट्रैक्टर 50- 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। जो शिकायतकर्ता द्वारा ना देने पर  दोनों ट्रैक्टरों के विरुद्ध रेत चोरी का केस बना दिया गया था।जब शिकायतकर्ता ने रेंजर से बात की तो उसने कहा की अब 50-60 हजार से कुछ नहीं होगा अब तो डेढ़ 2 लाख रुपए देने पढ़ेंगे, तभी तुम्हारा ट्रैक्टर छूट सकेगा।

renjar

प्राप्त शिकायत की लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक रीवा श्री गोपाल सिंह धाकड़ द्वारा सत्यापन कार्यवाही कराई गई। जिसमें रिश्वत की मांग किया जाना प्रमाणित पाया जाने पर आज लोकायुक्त संभाग रीवा की टीम ने वन परिक्षेत्र जयसिंहनगर पहुंचकर प्रकरण में कार्यवाही की है। ट्रेप राशि पहले 50,000 बाद में डेढ़ से दो लाख रुपए रिश्वत की मांग करने पर रेंजर महेंद्र यादव को पकड़ कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है। ट्रैपकर्ता अधिकारी निरीक्षक प्रमेंद्र कुमार, निरीक्षक जिया उल हक उप निरीक्षक आकांक्षा पांडे एवं 15 सदस्यीय टीम शामिल रही।

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