दमोह में चार दिन पूर्व कछियाना रेलवे लाइन के समीप रेलवे ट्रैक पर मिले युवक की अंधी हत्या की गुत्थी को पुलिस ने स्कूल जाने में सफलता हासिल करते हुए 6 आरोपियों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से वारदात में प्रयुक्त बाइक स्कूटी व अन्य सामग्री आदि बरामद करने में सफलता हासिल की है..
दमोह पुलिस कंट्रोल रूम में एसपी डीआर तैनीवार ने बुधवार शाम इस अंधे हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि 6 नवंबर को फुटेरा एवं पथरिया फाटक के बीच रेल्वे ट्रेक पोल क्रमांक 1127/32 34 के बीच एक अज्ञात शव मिला था। जिसकी शिनाख्त अतुल तिवारी पिता कमल तिवारी उम्र 23 वर्ष निवासी गौरीशंकर मंदिर के पास फुटेरा वार्ड नंबर दमोह के रूप में हुई थी। मर्ग कायम कर जांच उपरांत अपराध क्रमांक 837/2021 धारा 302 201 ताहि पंजीबद्ध किया गया था। घटना स्थल का निरीक्षण एसपी, एएसपी, सीएसपी, एफएसएल टीम डॉग स्कॉटद्वारा वारीकी से किया गया था। इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने के लिए एसपी ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में देहात थाना एवं कोतवाली टीआई के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। जिसने आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ मुखबिर तंत्र एवं उपलब्ध वैज्ञानिक संसाधन का उपयोग विवेचना में करते हुये प्रकरण को सुलझाने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है।
आरोपी किशन पटेल, मोहन पटेल, घनश्याम खंगार, चन्नू उर्फ चरन गौंड निवासी कछयाना मोहल्ला तथा रैचू उर्फ प्रवीण रजक निवासी नया बाजार 5 बगिया मोहल्ला एवं तरूण पटेल निवासी फुटेरा वार्ड 4 दमोह को गिरफ्तार किया गया है। विबेचना में यह तथ्य सामने आए की मृतक अतुल का आरोपी किशन पटेल एवं अन्य के साथ में शराब पीने तथा लाने पर से विवाद हुआ था इसी दौरान अतुल द्वारा गाली गलौज कर अपमान किए जाने पर आरोपियो ने सर्वप्रथम महाकाली चौराहे पर मारपीट करने के बाद नरसिंह मंदिर के आगे खंडरनुमा मकान में ले जाकर मारपीट की गई। बाद में कछयाना मोहल्ला साथ में ले जाकर मारपीट करके अंत में रेल्वे ट्रेक पर मारपीट करते हुए अतुल को मरा समझ कर छोड़ दिया था। जिससे घटना ट्रेन एक्सीडेन्ट के रूप में समझी जाये।
पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त सामग्री में आरोपियो द्वारा घटना में प्रयुक्त वाहन स्कूटी एवं बाइक, मृतक का पर्स एवं पर्स में रखे दस्तावेज, मृतक के कपड़े, मारपीट में उपयोग चमड़े के बेल्ट आदि को जप्त किया है। आरोपियो में मोहन पटेल पूर्व में लूट की वारदात में भी गिरफ्तार किया गया था शेष के पूर्व का कोई रिकार्ड नही है। इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी कोतवाली सतेन्द्र सिंह राजपूत, थाना प्रभारी देहात विजय सिंह राजपूत, आरक्षक नवीन, हेमन्त अवस्थी, देवेन्द्र सिंह, महेश, सूर्यकांत, आसिफ थाना कोतवाली सउनि रमाशंकर मिश्रा, प्र.आर. सौरभ टंडन, राकेश अठ्या, आरक्षक अजीत दुवे सायवर सेल आरक्षक रामनरेश सीसीटीव्ही पुलिस कंट्रोल रूम दमोह का विशेष योगदान रहा आरोपियों को बुधवार शाम न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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