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जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात कर.. जबलपुर गोंदिया ब्रॉड गेज रूट पर एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेन चलाने चर्चा की.. दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह क्षेत्र की रेल सुविधाओं को लेकर रेल मंत्री जी से कब करेंगे चर्चा मुलाकात.. ?

 जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज रूट पर जल्द चलेगी ट्रेने

जबलपुर/दिल्ली। जबलपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत दक्षिण पूर्व मध्य रेल मंडल एवं पश्चिम मध्य रेल मंडल के तहत ट्रेनों के संचालन, यात्री सुविधाओं और जबलपुर में बन रहे फ्लाई ओवर निर्माण में रेल प्रशासन के सहयोग हेतु लोकसभा मुख्य सचेतक साँसद श्री राकेश सिंह ने रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव से दिल्ली में भेंट कर मांग पत्र सौंपा।


साँसद श्री सिंह के आग्रह पर रेल मंत्री ने जबलपुर गोंदिया ब्रॉडगेज रूट पर जबलपुर - चांदाफोर्ट एक्सप्रेस और जबलपुर- नैनपुर पैसेंजर ट्रेन का संचालन प्रारम्भ करने पर सहमति देते हुए शीघ्र कार्यवाही हेतु कहा है। साँसद श्री राकेश सिंह ने रेल मंत्री श्री वैष्णव को बताया जबलपुर-गोंदिया ब्राडगेज परियोजना न केवल जबलपुर बल्कि सम्पूर्ण महा कौशल क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित परियोजना थी। इस परियोजना को पूरा करवाने में महाकौशल क्षेत्र के लाखों-लाख आमजनता और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के दशकों के संघर्षों का ही परिणाम हैं। उन्होंने बताया कि नागपुर मंडल (दक्षिण पूर्व मध्य रेल-बिलासपुर) के अधीनस्थ मेरे संसदीय क्षेत्रान्तर्गत सगड़ा (गढ़ा), ग्वारीघाट, जमतरा, चारघाट, बरगी, सुकरी एवं कालादेही रेलवे स्टेशन हैं जिनमे बड़ी संख्या में यात्री रेल सुविधाओं का उपयोग करते है साथ ही इस रूट पर बालाघाट और नागपुर के यात्री भी बड़ी संख्या में है और रेल मंत्रालय द्वारा जबलपुर से बालाघाट नए रूट पर एक नियमित ट्रेन चलाने की स्वीकृति प्रदान की गई जिसे जबलपुर - चांदाफोर्ट तक चलाया जाना था। चूंकि इस ट्रेन का संचालन प्रारंभ नहीं हुआ है, अतः आपसे आग्रह है कि ट्रेन के संचालन हेतु निर्देशित करें, ताकि स्थानीय लोगों को नागपुर के लिये सीधी ट्रेन की सेवा मिल सके।

मीडिया प्रभारी कमलेश साहू ने बताया कि श्री सिंह ने अपने मांग पत्र में जबलपुर-नैनपुर पैसेन्जर ट्रेन के संदर्भ में भी बात की और बताया कि जबलपुर-गोंदिया ब्रॉडगेज रूट पर जबलपुर से नैनपुर तक जाने वाली पैसेन्जर ट्रेन चल रही थी, जिसे कोविड-19 के दौरान बंद कर दिया गया था, जिसका संचालन अभी भी प्रारंभ नहीं हुआ है। चूंकि इस रूट पर बड़ी संख्या में यात्री मिलते हैं, और उनके आवागमन के लिये कोई अतिरिक्त ट्रेन भी नहीं है, अतः इस ट्रेन का संचालन शीघ्र प्रारंभ कराने का कष्ट करें, साथ ही इस रूट पर जबलपुर-रायपुर एक्सप्रेस का संचालन प्रारंभ होने से इस रूट में यात्रियों को लाभ मिलेगा और जबलपुर से रायपुर ट्रेन व्हाया गोंदिया चलाये जाने से आवागमन में लगने वाले समय की भी बचत होगी।

सांसद श्री सिंह ने ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन पर सभी गाड़ियों के ठहराव, यात्री सुविधाओं,  रेल सुरक्षा बल एवं जीआरपी केअतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ बरगी रेलवे स्टेशन  में ट्रेनों के स्टॉपेज और यात्री सुविधाओं को बढ़ाये जाने की बात रखी। श्री सिंह ने पश्चिम मध्य रेल के अंतर्गत आने वाले मदन महल स्टेशन में बन रहे टर्मिनल स्टेशन के विषय मे अवगत कराते हुए बताया कि जबलपुर रेलवे स्टेशन पर यातायात के बढ़ते दबाव के मद्देनजर मेरी मांग पर तत्कालीन रेल मंत्री द्वारा रेल बजट वर्ष 2016-17 में मदन महल रेलवे स्टेशन को टर्मिनल रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किये जाने हेतु स्वीकृत किया गया था। इस हेतु 125 करोड़ की एकमुश्त राशि ही स्वीकृत की गई थी और इसका विकास कार्य प्रारंभ किया जा चुका है, किन्तु विकास कार्य की गति अत्यंत धीमी है, जिसे गति देने के साथ समयसीमा पर पूरा किया जा सके, इस हेतु आपसे आग्रह है कि आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित करें। 

साँसद ने रेल मंत्री से भेंट के दौरान बताया कि जबलपुर में प्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओवर बन रहा है जिसका एक हिस्सा रेलवे स्टेशन के ऊपर से जाएगा इस हेतु रैम्प निर्माण आदि कार्य हेतु रेल प्रशासन का सहयोग अपेक्षित होगा इस हेतु आप अधिकारियों को निर्देशित करने का कष्ठ करे।

 रेल मंत्री श्री वैष्णव ने साँसद श्री सिंह की सभी मांगों पर सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि कोविड के दौरान बड़ी संख्या में ट्रेनों का संचालन बन्द हुआ था जिसे अब प्रारंभ किया जा रहा है और देश मे लगभग 17 सौ ट्रेनों को प्रारंभ किया जाना है किंतु कोविड अभी पूरी तरह समाप्त नही हुआ है इसीलिए ट्रेनों को प्रारम्भ करने में इस बात का भी ख्याल रखा जाता है पर जहां तक आपके द्वारा जिन ट्रेनों को प्रारंभ करने का आग्रह किया गया है उसे शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा।

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल दमोह की रेल समस्याओं को लेकर कब करेंगे रेल मंत्री से मुलाकात..?

दमोह। पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल की तरह वर्तमान केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्वनी वैष्णव से दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल के नजदीकी संबंध जग जाहिर है वही देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष स्नेह भी श्री पटेल को प्राप्त है जिससे वह मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभागों की मंत्री हैं। इसके बावजूद रेल सुविधाओं के मामले में बरसों से आकुल व्याकुल बैठे दमोह क्षेत्र के नागरिकों की व्याकुलता को सांसद महोदय क्यों लगातार नजर अंदाज करते हुए चल रहे हैं यह बात किसी की भी समझ में आज तक नहीं आ सकी है।



दमोह से शुरू होने वाली ट्रेनों का नामोनिशान मिटा

वर्ष 2014 से श्री प्रहलाद पटेल दमोह संसदीय क्षेत्र से सांसद है और तभी से नई रेल सेवाओं के मामले में दमोह स्टेशन से सूखे जैसे हालात बने हुए हैं दमोह से चलने वाली दमोह भोपाल राज्यरानी एक्सप्रेस, दमोह कोटा शटल, दमोह बीना पैसेंजर, दमोह चिरमिरी पैसेंजर अब गुजरे जमाने की ट्रेन बन चुकी है। कोरोना संक्रमण की आड़ में बन्द हुई पैसेंजर ट्रेन बीना कटनी खण्ड पर दोबारा नही लौटी है वही दमोह रेलवे स्टेशन से ऐसी कोई भी ट्रेन नहीं है जो शुरू होती हो या यहां आकर समाप्त होती हो।

छग संपर्क क्रांति व दुर्ग जम्मू का स्टापेज कब तक ?

 श्री पटेल की अनदेखी का नतीजा है कि पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर के अधिकारी भी अब दमोह रेलवे स्टेशन के मामले में घोर उपेक्षात्मक रुख अपना चुके हैं। नई ट्रेनें मिलना तो दूर पूर्व से निकल रही छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति और दुर्ग जम्मू ट्रेन का आज तक स्टॉपेज दमोह स्टेशन को हासिल नहीं हो सका है जबकि रेलवे के रिकॉर्ड में यह ए क्लास का मॉडल स्टेशन है। इतना ही नहीं यह दोनों ट्रेनें रहने अनूपपुर उमरिया जैसे छोटे स्टेशनों पर रुकती है। कटनी सागर आदि में रुकते हुए दिल्ली की तरफ जाती हैं लेकिन दमोह के मामले में  रेलवे के अधिकारियों को क्या बेवफाई है यह समझ में नहीं आती है।

क्षिप्रा एक्सप्रेस आज तक डेली नही हो सकी..


इंदौर हावड़ा क्षिप्रा एक्सप्रेस की सौगात दमोह सागर वालो को तथा ग्वालियर हावड़ा चंबल एक्सप्रेस की सौगात ग्वालियर वालो को अस्सी के दशक में तत्कालीन रेल मंत्री श्रीमंत माधवराव सिंधिया ने दी थी। पहले यह दोनों ट्रेन सप्ताह में एक एक दिन चलती थी फिर तीन और चार दिन चलने लगी थी। लेकिन दोनों ट्रेनें आज तक डेली नही हो सकी क्यो की मानिकपुर स्टेशन से आगे का इनका रूट और समय एक ही रहता है। 

इस समस्या से निजात हेतु 3 साल पहले तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इंदौर हावड़ा शिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन चलाने की घोषणा भोपाल में आयोजित सम्मान समारोह में की थी। जिसको लेकर रतलाम रेल मंडल ने नोटिफिकेशन आदि भी जारी करके हासिल कर लिए थे इसके बाद भी क्षिप्रा एक्सप्रेस के डेली होने मैं कहां ब्रेक लग गया जो आज तक किसी की समझ में नहीं आया।

सागर सांसद लोकसभा में उठा चुके है क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन करने की घोषणा पर ध्यानाकर्षण..


क्षिप्रा एक्सप्रेस को प्रतिदिन बीना कटनी होकर ही चलाने की रेल मंत्री पीयूष गोयल की मार्च 2019 की घोषणा को लेकर दमोह सागर के पत्रकार अनेक बार केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल से चर्चा कर ध्यानाकर्षण करा चुके हैं। इसके बावजूद उनकी तरफ से आज तक क्षिप्रा एक्सप्रेस को डेली कराने के लिए रेल मंत्री से मुलाकात करके या अन्य किसी तरीके से क्या कार्रवाई की गई यह पता किसी को नही है। जबकि सागर सांसद राज बहादुर सिंह इसको लेकर 20 नबंवर 2019 को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान लोकसभा अध्यक्ष ध्यानाकर्षण तक कर चुके हैं। इसके बाद इंदौर सांसद शंकर लालवानी भी रेल मंत्री से मुलाकात करके इस मामले में ध्यान दिलाने के बाद लोकसभा में शून्य काल के दौरान इसे उठा चुके है। 

कोरोना की पहली लहर से घोषणा नही हो सकी पूरी


जिसके बाद तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अप्रैल 2020 से इसे डेली चलाने के निर्देश रतलाम रेल मंडल के अधिकारियों को दिए थे। लेकिन इसके पहले कोरोना की पहली लहर आ जाने से 27 मार्च 2020 से सभी ट्रेने बन्द कर दी गई थी। बाद में पुरानी ट्रेनें तो शुरू हो गई लेकिन पुरानी घोषणाएं संक्रमित होकर रह गई। अब जबकि कोरोना की तीसरी लहर की कोई उम्मीद नही है ऐसे में दमोह सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल यदि क्षिप्रा ट्रेन को ही डेली कराने की घोषणा को पूरा करा देते है तो लोगो को लगेगा कि उनको दो बार सांसद चुनना सार्थक हो गया।

इतना सब कुछ लिखने का आयश यही है कि जो ट्रेन दमोह में नहीं रुक रही उन के स्टॉपेज हो जाये, जो कोरोना काल मे बन्द होने के बाद अभी तक शुरू नही हुई वह फिर से चालू हो जाए तथा क्षिप्रा प्रतिदिन हो जाये तो कम से कम क्षेत्र वासियो को श्री पटेल का कार्यकाल पाने के बजाय खोने वाली ट्रेनों के लिए तो याद नही रखना पड़ेगा। वैसे भी दक्षिण भारत और नागपुर आदि के लिए आजादी के बाद से नई रेल सेवाओं का इंतजार कर रहे दमोह के लोगो को श्री पटेल से बहुत उम्मीद थी और जब तक वह केंद्र में मंत्री है तब तक यह उम्मीद जिंदा रहेगी भले ही वह ध्यान दे या नही..  अटल राजेन्द्र जैन

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