एक पूर्व पार्षद ने दो नपा कर्मचारियों को ठोका...
दमोह। जिले भर के नगरीय निकायों में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। पालिका प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म हो जाने के बाद भी वह पहले जैसा हस्तक्षेप करने से नही चूक रहे है वही कर्मचारी अब उनको पहले जैसा भाव देने को तैयार नहीं है। वर्षों तक प्रभारी सीएमओ के भरोसे रही दमोह नगर पालिका में भले ही अब प्रभावी सीएमओ ने चार्ज ले लिया हो लेकिन पुराने पार्षदों से लेकर अधिकांश कर्मचारी पुराने ढर्रे पर ही चल रहे हैं। जिस वजह से कलेक्टर राज में संचालित नगर पालिका के हालातों में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा है।
फिलहाल हम बात कर रहे हैं स्टेशन रोड स्थित नगर पालिका के नए कार्यालय में सीएमओ चेंबर से चंद कदम की दूरी पर एक पूर्व पार्षद द्वारा सीएमओ के आदेश वाहक महेंद्र प्रजापति तथा आउट सोर्स एजेंसी के कर्मचारी राहुल शर्मा के साथ मारपीट के घटनाक्रम की। जिसके बाद पालिका कर्मचारियों को एकजुट होकर विरोध करने नारेबाजी प्रदर्शन करने का मौका मिल गया और सभी कर्मचारी आरोपी पूर्व पार्षद के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने कोतवाली पहुंच गए। जबकि पुलिस ने आरोपी पूर्व पार्षद को पालिका परिसर से ही हिरासत में ले लिया था।
इस पूरे मामले की जहां सीसीटीवी फुटेज सामने आई हैं वही इसके पीछे पीएम आवास योजना कुटीर की किस्त पाने के लिए एक हितग्राही द्वारा सीएम हेल्प लाइन में शिकायत करने के बाद राशि आ जाने और पालिका कर्मियों द्वारा उपरोक्त शिकायत को खत्म कराने हेतु प्रयास करना बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस मामले में पूर्व पार्षद कफील कुरेशी अनावश्यक हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहे थे इसी को लेकर 2 कर्मचारियों के साथ मारपीट किये जाने की बात कही जा रही है। जबकि पूर्व पार्षद कुरेशी का कहना है कि उपरोक्त कर्मचारी ने उसके साथ पहले गाली गलौज की थी।
इस घटनाक्रम के बाद कोतवाली पहुंचे नगर पालिका के कुछ कर्मचारी पार्षदों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते उनके द्वारा 5 साल में अर्जित की गई संपत्ति का ब्यौरा देते नजर आए। दमोह जिले के विभिन्न निकायों में 5 साल में किन पार्षदों ने किस तरह से योजना मुलक कार्यो में क्या लाभ उठाया इसकी चर्चा हम फिर कभी करेंगे। फिलहाल इस मामले में कोतवाली टीआई सतेन्द्र सिंह के अनुसार नपा कर्मी महेंद्र प्रजापति की शिकायत पर आरोपी पूर्व पार्षद के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है वही मामले की जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि नगरपालिका में जनप्रतिनिधियों की बजाय प्रशासनिक राज कायम हो जाने के बाद लेनदेन के मामले में जहां कोई कमी नहीं आई है वही लोकायुक्त कार्रवाई के हालात भी सामने आते रहे हैं। दूसरी ओर सूचना के अधिकार मामले में जानकारी देने में भी हीला हवाली का दौर पूर्व की तरह जारी है। इधर जिन खबरचियों की यहा पर फर्जी निविदा प्रकाशन मामले में तूती बोलती थी वह आज भी तथा कथित न्यूज़ एजेंसी के नाम पर दमोह नही आने वाले अनेक अखबारों के मनमाने बिल अपने खातों में डलवा कर डकार रहे हैं।
दूसरी ओर पिछले 15 अगस्त 2020 को तत्कालीन सीएमओ कपिल खरे ने जिन इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल मीडिया कर्मियों को विज्ञापन आदेश जारी किए थे उनके भुगतान साल भर बाद भी करने ध्यान नही दिया जा रहा है। ऐसे ही कुछ हालात तेंदूखेड़ा पथरिया हटा हिंडोरिया पटेरा आदि नगर पालिका में भी बने हुए हैं। वर्षों से जारी विभिन्न निर्माण कार्यों के डीपीआर की हेरा फेरी व फर्जीवाड़े के खेल के खुलासे की खबर के साथ जल्द मिलते है। तब तक आपके पास कोई अंदरूनी गड़बड़ी की शिकायत जानकारी हो तो जरूर व्हाट्सएप करें। राजेन्द्र अटल.. 9425095990
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