बिफरी महिलाओं का कलेक्ट्रेट में हल्ला बोल प्रदर्शन
दमोह। जबलपुर नाका पॉलिटेक्निक कॉलेज परशुराम टेकरी के समीप बरसों से कुचबंदीया समाज के लोग कब्जा जमाए हुए हैं। धीरे धीरे यहां पर पक्के मकानों के निर्माण के साथ अवैध शराब बिक्री जैसी गतिविधियों के संचालन तथा अन्य लोगों के भी अतिक्रमण के हालात सामने आते रहे हैं।
प्रदर्शन में शामिल महिलाओं तथा अन्य लोगों को शांत करने के लिए अपर कलेक्टर नाथूराम गोंड ने उन का शिकायती आवेदन लेकर मांगों पर कार्रवाई का भरोसा भी दिलाया।लेकिन कुछ महिलाएं कलेक्टर को अपनी व्यथा कथा सुनाने के लिए अड़ी रही तथा इन्होंने मैन गेट से कलेक्ट्रेट के अंदर प्रवेश करते हुए चैनल गेट को पार कर के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष के पास पहुंच गई। इस दौरान उनको सुरक्षा कर्मियों और कर्मचारियों ने रोकने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी तथा वह कलेक्टर से बात करने के लिए डटी रही।
उल्लेखनीय है कि कलेक्ट्रेट से चंद कदम की दूरी पर वन विभाग के अधीन परशुराम टेकरी, पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे के इलाके में देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में अवैध निर्माण हो चुके हैं। पूर्व में भी जब प्रशासनिक कार्रवाई करने के लिए अधिकारी पहुंचे थे तो विभिन्न दलों के नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए पहुंच गए थे। फिलहाल कोई चुनाव नहीं है इसलिए इस बार नेतागिरी करने वाले तो उनकी तरफ से नहीं पहुंचे लेकिन अवैध कब्जा धारियों ने कब्जा स्थल से लेकर कलेक्ट्रेट तक उग्र प्रदर्शन करके यह संकेत जरूर दे दिए की वर्तमान हालात में उनको हटाना इतना आसान नहीं होगा जितना अधिकारी समझते हैं।
मास्क और सोशल डिस्टेंस की अनदेखी वाला प्रदर्शन
पूरे हंगामा प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के मास्क अभियान की हवा निकलती नजर आई वही कोई भी अधिकारी कर्मचारी इन महिलाओं पुरुषों को मास्क लगाने के लिए कहने की भी हिम्मत नहीं जुटा सका। इनकी हालात देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है शायद कोरोना वैक्सीन भी इनमें से किसी ने लगवाई हो। इनमें कुछ महिला तो ऐसी भी रहे हैं जो अवैध शराब निर्माण बिक्री के मामले में सालो से चर्चाओं में रही है तथा अनेक बार इन पर कार्यवाही भी हो चुकी है।
कांग्रेस नेता नौशाद खान पर हमला, जबलपुर रेफर
दमोह। शहर के गढ़ी मोहल्ला इलाके में कांग्रेस नेता नौशाद खान के ऊपर सोमवार दोपहर चाकू से जानलेवा हमला किए जाने का घटनाक्रम सामने आया है। जिला अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे नौशाद खान ने हमलावर का नाम छोटू कसाई बताते हुए जबरन रुपए मांगे जाने का विवाद बताया है। प्राथमिक उपचार के बाद नौशाद को जबलपुर रेफर कर दिया गया है वह क।तवाली पुलिस ने मामला दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
तेंदूखेड़ा के जंगल मे जुआरियों से 5150 रु की जब्ती
दमोह। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले वन क्षेत्र लंबे समय से बाहर से आने वाले बड़े जुआड़ियों के अलावा जुआ का दावा लगाने वाले स्थानीय लोगो के लिए सुरक्षित साबित होते नजर आए है। हालांकि वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद इन फड़ो पर कार्रवाई करने के लिए स्थानीय पुलिस को पहुंचना पड़ता है लेकिन उसके पहले ही सूचना जुआड़ियों तक भी पहुंच जाने से पुलिस कार्रवाई महज खानापूर्ति बन आती है।
जिले के तेंदूखेड़ा थाना अंतर्गत इमलीडोल के जंगल में जबलपुर के कुछ लोगों द्वारा लंबे समय से रिस्क जुआ खिलाने की खबरें सामने आ रही थी। जिसमे तेंदूखेड़ा नगर सहित आसपास के गांवों के लोग भी हजारों लाखों का दांव लगाकर अपनी किस्मत चमकाने पहुंचते थे। जिसकी भनक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को लगने के बाद रविवार शाम को तेंदूखेड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी। सोमवार को थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि जंगल में जुआ खेलते 6 लोगो को पकड़कर 5150 रु नगदए तीन बाइक] 6 मोबाइल जप्त किए गए है।
आरोपियों पर जुआ एक्ट की धाराओ पर कार्यवाही की गई हैं। पकड़े गये जुआरियों के नाम शिवलाल खमरिया के पूर्व सरपंच रतन सींग लोधीए सेल्समैन बृजेश तिवारीए नीलेश यादव धनगोरए राजेश लोधीए बेलखेड़ा थाने अंतर्गत आने बाले ग्राम पिपरिया का गोलू लोधी जबलपुर दशरथ पाल आदि बताए गए है।
जबकि मामले में सूत्रों का कहना है कि मौके पर लाखों रुपए का जुआ चल रहा था। दर्जनों की संख्या में जुआरी तथा बोलेरो गाड़ी भी मौजूद थी। इसके पहले भी जबलपुर मार्ग के नरगुवा घाट के जंगल में जुआरियों का अड्डा था। जहां पर एसडीओपी अशोक चौरसिया की कार्रवाई के बाद जुआरियों ने अड्डा बदल दिया था। कुल मिलाकर स्थानीय पुलिस कर्मियों की जानकारी और शाह पर ही इस तरह के जुआ फड़ो के जरिए जंगल में मंगल जैसे हालात निर्मित होने और दूसरे जिले के लोगो के हजारों लाखों के दाव लगाने के लिए पहुंचने की खबरें हटा पटेरा मगरोन कुम्हारी मडियादो राजपुरा आदि थाना क्षेत्रों से भी सामने आती रही है। वहीं क्षेत्रों में पुलिस की भूमिका और कार्रवाई पर भी सवाल उठते रहे हैं।
1 Comments
बिना पुलिस की मिली भगत के कुछ भी अपराध संभव नहीं रिश्वत एक ऐसा माया चक्र है कि खबरीलाल भी पुलिस के मुखबिर भी पुलिस के,,मडियादो थाना क्षेत्र में में गोरों से चलता है पर ताजुब ये कि बाहर लोग जुआ खेलने आते और जब्ती हद से हद 4अंकों में ही सामी रहती
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