सुनार नदी में अचानक बाढ़ जैसा जल सैलाब..
दमोह/सागर। इस साल मानसून की दस्तक के पहले ही झमाझम बारिश का दौर शुरू हो जाने से नदी नाले अचानक उफान पर नजर आने लगे हैं बीती रात हुई तेज बारिश के बाद दमोह सागर जिले में बहने वाली सुनार, कोपरा, बेवस, ब्यारमा आदि नदी का जलस्तर अनेक स्थानों पर तेजी से बढ़ने से अचानक बाढ़ के सैलाब जैसे हालात बन रहे हैं।
ऐसे ही कुछ हालातों के बीच रहली गढ़ाकोटा क्षेत्र में सुनार नदी के खाली घाटों पर अचानक उफान भरे हालात गुरुवार को सामने आए। इस दौरान नदी के बीच में फंस गए लोगों ने जैसे तैसे अपनी जान बचाई। उधर गढ़ाकोटा के समीप रनगुवा में नदी के सैलाब में फंस गए 4 बच्चों को घंटों की मशक्कत के बाद सागर से आई टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके वोट के सहारे बचाकर किनारे लगाया।
इस दौरान युवा समाजसेवी अभिषेक भार्गव ने रेस्क्यू में जुटी एसडीआरएफ की टीम स्थानीय गोताखोरों को धन्यवाद के साथ बधाई दी तथा मौके पर पहुंचे कलेक्टर, एसपी, एसडीएम राजस्व अमले को भी धन्यवाद दिया इनकी तत्परता से बच्चों की जान बचाई जा सकी बच्चों के सुरक्षित घर पहुंचने पर उनके माता-पिता की आंखों से भी खुशी के आंसू झलक नजर आए वहीं सागर कलेक्टर दीपक सिंह ने सागर से आई टीम तथा गोताखोरों की बहादुरी की प्रशंसा करते हुए हौसला अफजाई की।
पथरिया नरसिंहगढ़ हटा वाले रहे सावधान..
गढ़ाकोटा से सुनार नदी पथरिया नरसिंहगढ़ होते हुए हटा पहुंचती है जहां गैसाबाद के पास ब्यारमा में नदी में मिल जाती है। ब्यारमा आगे जाकर कैन नदी में मिलती है और कैन का मिलन आगे यमुना से होता है। ब्यारमा में नदी में पहले से जल सैलाब उमड़ने ऐसी हालात बने हुए हैं वही अब कोपरा तथा सुनार नदी में भी जल सैलाब उमड़कर आगे बढ़ रहा है ऐसे में पथरिया नरसिंहगढ़ हटा क्षेत्र के उन लोगों को सावधान हो जाना चाहिए जो नदी के बीच में ट्रैक्टर आदि ले जाकर रेत निकालने के काम में जुटे रहते हैं।
अचानक सैलाब आने पर नदी के बीच फस जाने या बह जाने जैसे हालात बन सकते हैं। और गढ़ाकोटा की तरह यहां इतनी जल्दी रेस्क्यू टीम और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच जाएं इस बात की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि इन क्षेत्रों में अभिषेक भार्गव जैसा युवा नेता तो है नहीं जो जनता की जान बचाने के लिए खुद की जान जोखिम में डालकर प्रशासन पर तत्काल टीम भेजने प्रेशर बना सके.. गढ़ाकोटा से रवि सोनी के साथ दमोह से अभिजीत जैन की रिपोर्ट
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