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बसस्टेंड एवं विटनरी केंपस को निजी हाथों में सौपने की तैयारी..! लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग भोपाल के अधिकारियों ने.. बसस्टेंड, कचोरा, चमड़ा फैक्ट्री स्थल का जायजा लिया.. चमड़ा फैक्टरी स्थल की टेंडर प्रक्रिया शुरू..

  भोपाल की टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ बसस्टेंड, कचोरा, चमड़ा फैक्ट्री स्थल का जायजा लिया.. 

दमोह। पिछले विधानसभा चुनाव में तत्कालीन विधायक और मंत्री रहे जयंत मलैया की पराजय का एक कारण रहे बसस्टेंड को सागर नाका वायपास पर बनाए जाने का कार्य कमलनाथ सरकार में टेंडर प्रक्रिया तक सिमटने के बाद शिवराज सरकार में ठंडे बस्तें में चला गया है। इसकी एक बजह आने वाले महिनों में होने वाला दमोह विधान सभा का उपचुनाव भी माना जा रहा है।  इधर वर्तमान बसस्टेंड को निजी हाथों में सौपने तथा कचोरा के सामने विटनरी हास्पिटल परिसर को निजी शापिंग माल आदि के लिए चिंहित किए जाने जैसी प्रक्रिया भोपाल स्तर पर शुरू हो चुकी है। इसी कड़ी में चेनुपरा के समीप चमड़ा फैक्टरी परिसर को देने के लिए तो टेंडर प्रक्रिया तक शुरू हो गई है।
इसी कड़ी में शुक्रवार को दमोह पहुचे मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भोपाल से आये अधिकारियों ने चमड़ा फैक्ट्री की भूमि के अलावा बस स्टेण्ड और कचैरा स्थित विटनरी अस्पताल की जमीन का निरीक्षण स्थानीय अधिकारियों के साथ किया। मध्यप्रदेश शासन के लोक परिसम्पत्ति प्रबंधन विभाग के माध्यम से शासन की ऐसी अनुपयोग भूमि को समुचित उपयोग अथवा उनका नीलामी निष्पादन किया जायें जो कई वर्षो से उपयोग नहीं हो रहा है। इस हेतु नोडल विभाग मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम को शासन द्वारा नोडल बनाया गया है। उनके अधिकारियों में ए.के. दुबे एवं अन्य अधिकारी के साथ तहसीलदार डॉ. बबीता राठौर, परियोजना अधिकारी शहरी विकास अभिकरण कपिल खरे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। 

अधिकारियों ने बताया चमड़ा फैक्ट्री का योजना तहत चयन किया जाकर टेण्डर 22 दिसंबर 2020 को किया गया। 21 जनवरी 2021 तक टेण्डर भरने की अंतिम तिथि है, 22 जनवरी को निविदाएं खोली जायेगीं। उक्त जमीन 4492 वर्ग मीटर जो कि वार्ड क्रमांक 5 बजरिया स्थित है। निविदा मूल्य के बारे में बताया गया। जारी निविदा के अनुसार परिसम्पत्ति स्थल भ्रमण किया गया बिड जमा करने की अंतिम तिथि 21 जनवरी 11 बजे तक है।
कुल मिलाकर पिछली शिवराज सरकार में चुनाव के पूर्व दमोह को यूनिवर्सिटी तथा मेडिकल कालेज की मांग जोर शोर से उठाई थी। फिर से शिवराज सरकार बनने के बाद निजी यूनिवर्सिटी की सौगात देने के बाद उपचुनाव की घोषणा के पूर्व मुख्यमंत्री दमोह में मेडिकल कालेज का ऐलान तथा भूमि पूजन भी कर सकते है। वहीं इसके पूर्व बसस्टेंड सहित अन्य कीमती भूमि को निजी हाथों में दिए जाने की तैयारियां शुरू हो जाने के बाद भी भाजपा कांग्रेस के नेताओं की चुप्पी आश्र्चयजनक है।

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