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तेंदूखेड़ा जबलपुर मार्ग के एक्ससीडेंटल पॉइन्ट पर.. दिन में JCB से लोड़ ट्रॉला मोड़ पर पलटा.. रात में कार को बचाने के चक्कर मे बोरो से भरा ट्रक पलटा.. दोनों हादसों में जनहानि टली लेकिन वाहनों को हुआ नुकसान..

 दिन में जेसीबी मशीनों से लोड़ ट्रॉला मोड़ पर पलटा.. 

दमोह। तेंदूखेड़ा पाटन जबलपुर मार्ग पर कुछ स्थान लंबे समय से एक्सीडेंटल पॉइंट बने हुए हैं वही इन स्थानों पर हादसों के बाद किसी प्रकार के संकेतक डायवर्सन निशान आदि अपडेट नहीं किए जाने की वजह से रात के समय दूसरे वाहन यहां पर हादसों के शिकार हो रहे हैं खास बात यह है कि हादसों के बाद वाहनों की बैटरी सहित अन्य कीमती सामान चोरी करने वाला गिरोह भी यहां पर सक्रिय बना हुआ है।

 पाटन जबलपुर मार्ग पर तेन्दूखेड़ा की सीमा अंतर्गत दिन के समय एक जेसीबी मशीनों से लोड़ ट्रॉला पलट गया था। जिससे जेसीबी मशीन रोड़ किनारे पलट गई थी। जयपुर से जबलपुर जा रहे ट्राला क्रमांक छस्01 ।म्3769 के चालक राहुल खान के अनुसार मोड़ पर एक कार को बचाने के चक्कर में ट्राला पलट गया और जेसीबी मशीन बिखर गई। इसके 15 दिन पहले भी इसी मार्ग पर एक जेसीबी मशीनों से लोड़ ट्राला दुर्घटनाग्रस्त हो गया था तथा बाद में इसके चक्कर में बस और ट्रक की टक्कर हुई थी। जिसमें बस खाई में पलट गई थी जिसमें दो दर्जन लोग घायल हुए थे जिसमें से एक युवक की इलाज के दौरान मौत भी हो गई थी।

 रात में कार को बचाने मटर के बोरो से भरा ट्रक पलटा

 दोपहर में जहा जेसीबी मशीनों से लोड़ एक ट्राला कार को बचाने के चक्कर में पलटा था उसी स्थान पर रात में एक ट्रक कार को बचाने के चक्कर में कुआ वाली झील में लूम वाली सड़क पर पलट गया। ट्रक क्रमांक एमपी 15 एचए 1041 महाराजपुर सागर से बटरी लेकर जबलपुर जा रहा था। हादसे के बाद पूरी बोरिया खाई में गिर गई और बटरी बिखर गई। ट्रक में दो लोग सवार थे जिनको मामूली चोटें आई है। जिस जगह पर ये हादसे हो रहे हैं वह सुनसान क्षेत्र और जंगल भी है और घटना स्थल से ही पाटन थाने की दूरी लगभग 8 किलोमीटर दूर पड़ती है इसलिये यहां पलटने वाले वाहनों में लगी सामग्री अक्सर चोरी हो जाती है।

 यहा पलटा जेसीबी मशीनों से लोड़ ट्राला को देखने आये कंपनी के लोगों ने जब पूरी सामग्री की जांच पड़ताल की तो उनमें लगी बैटरी चोरी मिली। यहां जितने भी एक्सीडेंट होते है उनकी सामग्री चोरी चली जाती है। इसी तरह की चोरी तेन्दूखेड़ा की नरगुवा घाट पर भी होती है । पुलिस भी इस तरह की चोरियों के मामले में ध्यान नहीं देती जिससे स्थानीय चोरों के हौसले बुलंद बने हुए हैं। तथा वह दूसरे वाहन वालों को नाम मात्र के दाम पर चोरी की बैटरी व अन्य सामान दे देते हैं। तेंदूखेड़ा से विशाल रजक की रिपोर्ट

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