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केंद्रीय मंत्री और सांसद प्रहलाद पटेल की पहल पर बेलाताल सौंदर्यीकरण कार्य शुरू होने के पूर्व.. सिविल 7 के लोगों को विस्थापन खतरा.. ! आशंकित लोगों ने कांग्रेस नेताओं के साथ कलेक्ट्रेट पहुंच.. हाईकोर्ट के निदेशों का हवाला दे ज्ञापन सौंपा..

बेलाताल क्षेत्र से विस्थापन से डरे लोगों ने ज्ञापन सौंपा
दमोह। नगर के बेलाताल का सौंदर्यीकरण कार्य केंद्रीय पर्यटन मंत्री और सांसद प्रह्लाद पटेल की पहल पर होने जा रहा है। लेकिन इसके पूर्व ही बेलाताल की तलहटी क्षेत्र सिविल वार्ड 7 के निवासियों के बीच में इस बात की भय और आशंका बन गई है कि सौंदर्यीकरण के दौरान उनके बरसो पुराने कच्चे मकान हटाए जा सकते हैं। जिसको लेकर आज कांग्रेस नेताओं के साथ स्थानीय निवासियों ने नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
सिविल वार्ड 7 स्टेडियम के समीप निवासरत करीब 60 70 परिवारों ने बुधवार को नारे जिसमेबाजी के साथ प्रदर्शन करते हुए कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी को कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। बताया गया है कि बेलाताल तालाब की साइड में बने कच्चे घरों में वर्षों से काबिज पचासो गरीब परिवार निवासरत है। इनको पूर्व में हटाने की कोशिश प्रशासन द्वारा की गई थी जिस पर इनके द्वारा माननीय हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया था। जिस पर कोर्ट द्वारा इनको तात्कालिक राहत देते हुए भविष्य में रहवासी पट्टे आदि प्रदान करने तथा इनको हटाए जाने के दौरान किसी प्रकार का बल प्रयोग आदि नहीं करनी जैसे दिशा निर्देश प्रशासन को दिए थे। 
कोर्ट के पूर्व के उपरोक्त दिशानिर्देशों की छाया प्रति के साथ डिप्टी कलेक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्हें जानकारी लगी है कि केंद्रीय मंत्री और सांसद श्री प्रहलाद पटेल की पहल पर बेलाताल तालाब का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। जिसके तहत उन लोगों पर बरसों पुराने कच्चे घरों को हटाया जा सकता है। इसी संदर्भ में स्थानीय रहवासियों द्वारा कांग्रेस नेताओं के साथ कलेक्टर के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। 
इस दौरान इस दौरान किसान कांग्रेस के अध्यक्ष नितिन मिश्रा, पूर्व पार्षद आशीष पटेल, मिक्की चंदेल सहित अनेक कांग्रेस नेताओं और पूर्व पार्षदों की मौजूदगी रही। हड़ताल का बेलाताल का सौंदर्यीकरण शुरू होने के पहले ही स्थानीय निवासियों में इस तरह से हड़कंप भरी हालात बनने की वजह 2 दिन पूर्व राजस्व विभाग के अमले द्वारा सिविल सा क्षेत्र में जाकर सौंदर्यीकरण योजना तहत सीमांकन आदि का कार्य किया जाना बताया जा रहा है। जिसके चलते ही आज ज्ञापन दिया गया है।
एक नजर इधर भी.. बेलाताल के सामने सड़क सकरी होने जबकि यहां से कलेक्ट्रेट एसपी ऑफिस जटाशंकर तरफ तरफ आने जाने वाले वाहनों की आवाजाही बने रहने से बेलाताल के सामने सड़क चौड़ीकरण की अपेक्षा की जाती रही है। यहा सौंदर्यीकरण के नाम पर पूर्व में फुटपाथ निर्माण करा कर सड़क को और भी सकरा कर दिया गया था। यहा लगे बांसों के झुरमुट को हटाकर फुटपाथ तथा बाउंड्री को 5 मीटर पीछे कराते हुए यहां सड़क चौड़ीकरण कराने की महती अत्यावश्यक महसूस की जा रही है। 
उल्लेखनीय है कि पूर्व में तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया की पहल पर जब पूरे शहर में सड़कों के चौड़ीकरण के कार्य कराए गए तब महाराणा प्रताप चौक से कीर्ति स्तंभ के बीच की यह सड़क ही अछूती रह गई थी। जिसकी एक वजह इस सड़क के पीडब्ल्यूडी और नगरपालिका के बच में फंसा होना रहा है। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी जहा यह सड़क नगर पालिका को सौंपने की बात करते रहे है वही आए दिन बेलाताल मार्ग की मरम्मत करा उसका भुगतान करने वाली नगरपालिका इसे आज भी अपनी सड़को में नही गिनती। जिससे आज तक इसके चौड़ी करण की कोई कार्ययोजना ही तैयार नहीं हो सकी।
 आने वाले दिनों में जब बेलाताल का सौंदर्यीकरण हो जाएगा तो यहां आने वाले लोगों की आवक बढ़ने के साथ पार्किंग जैसी समस्या भी सामने आएगी।  इसे ध्यान में रखकर अभी से बेलाताल के सामने वाले बांसों के झुरमुट वाले क्षेत्र को सड़क चौड़ीकरण व पार्किंग हेतु डेवलप किए जाने की प्लानिंग बनाए जाने की अपेक्षा माननीय सांसद, कलेक्टर और नगरपालिका अधिकारी  से की जा रही है।

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