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एक तरफ सेवाभावी कार्यों के लिए हो रहा पुलिस का सम्मान.. वही एसपी भी दिखा रहे सहृदयता.. लेकिन कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा लाठियां भांजकर दिखाई जा रही हिटलरगिरी.. बच्चो तथा बुजुर्गों को डरा रही है..

 एसपी की सहृदयता, पुलिस की लाठियां भांजती तस्वीरें
दमोह। कोरोना वायरस संक्रमण काल में लाक डाउन के दौरान लोगों को घरों में रहने बातें करने के लिए पुलिस द्वारा दिन रात ड्यूटी करके जहां सेवाभावी प्रयास किए जा रहे हैं वही विभिन्न सामाजिक राजनीतिक संगठनों द्वारा इनका जगह-जगह स्वागत सम्मान करके हौसला अफजाई भी की जा रही है। वहीं कुछ स्थानों पर पुलिस की पुरानी लट्ठे छाप तस्वीरें भी सामने आ रही है जिन्हें एकदम से नजरअंदाज करना मुश्किल है।
दमोह पुलिस के मुखिया यानी एसपी हेमंत चौहान लॉक डाउन के दौरान जिले के विभिन्न क्षेत्रों का लगातार भ्रमण करके चेक पोस्ट आदि पर पहुंचकर स्वयं मानीटरिंग कर रहे हैं। वही रास्ते में मिलने वाले राहगीरों, वाहन चालकों, साइकिल सवार आदि से पूछताछ करने के बाद उन्हें समझाइश देने से नहीं चूक रहे हैं। एसपी की इस सह्रदय ता के सभी कायल है। वही पुलिस के अन्य अधिकारी भी उसे फॉलो कर रहे है।
रविवार को एसपीके पथरिया भ्रमण के दौरान  ऐसे ही कुछ तस्वीरें सामने आई जब साइकिल बाइक सवार  लोगों को सड़क से निकलता देख कर उन्होंने पूछताछ की तथा जाने दिया। वही रविवार को ही दमोह के तीन गुल्ली चौराहे पर दो पुलिसकर्मियों की एक बच्चे पर डंडे का जोर दिखाने की तस्वीरें भी सामने आई है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में एक पुलिसकर्मी साइकिल से आ रहे एक बच्चे को रोकने के बाद प्लास्टिक के पाइप्स से भरपूर बार करता नजर आ रहा है। वही दूसरा पुलिसकर्मी उसे रोकने के बजाय बच्चे को डंडे का जोर दिखा रहा है। 
इसके पूर्व इसके पूर्व ऐसे ही उस तस्वीर हटा में भी सामने आई थी जब एक वृद्ध सब्जी वाली महिला पुलिस की लाठियों का शिकार होकर अपना पैर सुजा बैठी थी। रविवार को ही दमोह रेलवे स्टेशन माल गोदाम के पास ले जाकर पुलिस ने दो युवकों को मुर्गा बनाकर साथ मे चल रहे एक दलाल खबरची से अखबार के लिए फोटो सेशन कराया था। रविवार को ही भाजपा नेताओं ने कोतवाली पुलिस की टीम को जगह-जगह पुष्प माला पहनाकर और अभिनंदन करके सम्मानित किया था। इसी दौरान कोतवाली क्षेत्र के तीन गुल्ली से सामने आई पुलिसकर्मी की बच्चे को मारपीट की यह तस्वीर निश्चित रूप से विचलित करने वाली है। 
ऐसे मामलों को एसपी महोदय स्वयं संज्ञान में लेकर यदि कार्रवाई करते हैं तो जो गिने-चुने पुलिसकर्मी जो बच्चों व वृद्धों पर लाठी का जोर दिखाने से नहीं चूकते हैं उन्हें भी पुलिस को जगह जगह दिए जाने वाले सेवा भाव का सम्मान का एहसास हो सकेगा। अटल राजेन्द्र जैन

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