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भोपाल में फंसे दमोह जिले के 32 स्टूडेंट तथा अन्य को.. पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने बस का इंतजाम व परमीशन दिलाकर दमोह रवाना करवाया.. इंदौर में फसे करीब सौ स्टूडेंट व अन्य की वापसी हेतु प्रयास जारी..

पूर्व मंत्री मलैया के प्रयासों से बस से दमोह रवाना किया
 भोपाल। कोरोना वायरस के लाक डाउन के बीच दमोह जिले के 32 स्टूडेंट एवं अन्य लोग भोपाल में फस कर रह गए थे। जिसकी जानकारी युवा समाजसेवी सत्येंद्र साहू को लगने पर उनके द्वारा पूर्व वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया एवं उनके पुत्र निशांत मलैया को व्हाट्सएप संदेश के द्वारा प्रेषित करते हुए उनके दमोह वापसी हेतु प्रयास प्रारंभ किए गए। 
जिसके बाद श्री मलैया और उनके बेटे ने भोपाल एसडीएम से परमिशन लेते हुए दमोह वापस लौटाने के लिए बस का इंतजाम कराते हुए दमोह वासियों की वापसी को सुनिश्चित कराया। नवरात्र के चलते मौनव्रत से रहने वाले सत्येंद्र साहू ने भोपाल में फंसे दमोह जिले के पढ़ने बाले छात्र, छात्राओं, नोकरी, बिजनिस करने वाले लोगों को आज पिपलानी पेट्रोल पंप पर बस खड़ी करवा कर  दमोह के लिए रवाना करवाया।
 इस दौरान सभी 32 लोगो को सेनिटाइज कर,मास्क पहनाकर दमोह रवाना किया। इस मुहिम में सत्येन्द्र साहू, जितेन्द्र साहू ,मुकेश राजपूत, भारत सिंह, पुष्पेंद्र साहू एवं पीपुल्स ऑफ भोपाल इन दमोह के सदस्यों ने भोपाल में पिछले 7,8 दिनों से फंसे लोगों को अपने अपने घरों में भेजने का संकल्प पूरा किया। दमोह वासियो ने मलैया जी एवं सभी का आभार जताया। 

सत्येन्द्र साहू ने बताया कि इंदौर में भी करीब 100 लोग फंसे हैं। जिनकी दमोह भेजने मलैया जी ने बस की परमिशन हेतू प्रशासन से निवेदन किया है जो शीघ्र ही मंजूरी मिलने के बाद दमोह रवाना होंगे। पूरे प्रदेश में यह पहला मामला है कि पूर्व जनप्रतिनिधि ने अपने ग्रह क्षेत्र के परेशान लोगो की मदद के लिए प्रयास किया। 

ऐसे ही सारे जनप्रतिनिधियों से सत्येन्द्र साहू ने निवेदन किया है कि जब पूर्व जनप्रतिनिधि मदद कर सकते है तो वर्तमान के जनप्रतिनिधियों अपने अपने क्षेत्रों के लोगो को प्रशासन की मदद से सकुशल घर भेज सकते है जिससे भोपाल इंदौर व अन्य जगहों पर फंसे लोगों को राहत मिलेगी व उनके परिवारों की चिंता समाप्त होगी

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