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नोहटा क्षेत्र से 9 माह पूर्व अपह्रत नाबालिक चचेरी बहिनो में से.. एक का शव हाइवे पर मिलने के बाद दूसरी को आगरा से मुक्त कराया.. आरोपियों की तलाश में हरियाणा पहुची पुलिस को आगरा में मिली सफलता..

 नाबालिक चचेरी बहिनो के अपहर्ता को पुलिस ने आगरा से पकड़ा.
दमोह/सागर। पिछले दिनों सागर झांसी हाईवे पर बांदरी थाना अंतर्गत जींस टीशर्ट पहने एक युवती का शव बरामद होने के बाद उसकी पहचान नोहटा थाना क्षेत्र से अपह्रत युवती के तौर पर हुई थी। बांदरी थाना पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझाते हुए उपरोक्त युवती के प्रेमी को गिरफ्तार करके विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। वही युवती के अपहरण का मामला दमोह जिले में दर्ज होने से आगे की जांच नोहटा पुलिस को सौंप दी गई थी
दरअसल नोहटा थाना में 9 माह पूर्व दो नाबालिग युवती जो आपस मे चचेरी बहिने थी के अपहरण का मामला  अज्ञात आरोपियों पर दर्ज किया गया था परंतु पुलिस उपरोक्त नाबालिगों का पता लगाने में नाकामयाब रही थी। इधर पिछले दिनों बांदरी थाना क्षेत्र में  मिली अज्ञात युवती की शिनाख्त नोहटा थाना क्षेत्र सेे अपह्रत उपरोक्त 2 में से एक युवती के तौर पर होने के साथ आरोपी  मालथौन निवास धर्मेंद्र रजक को पुलिस ने गिरफ्तार करके जब पूछताछ की थी तो मामले की परतें खुलती चली गई थी। इसके बाद नोहटा थाना पुलिस ने मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए मृतका की चचेरी बहन अपह्रत दूसरी नाबालिक को बरामद करने के साथ आरोपी को आगरा से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
उपरोक्त संदर्भ में जानकारी देते हुए नोहटा थाना प्रभारी सुधीर बेगी ने बताया कि 12 अप्रैल 2019 को अपराध क्रमांक 117/19 धारा 363 आईपीसी पंजीबद्ध किया गया था। अपहरणकर्ता एवं अपहर्ताओं की तलाश दिल्ली आगरा गुड़गांव में की गई थी, लेकिन तब पुलिस को कोई सुराग नहीं लगा था। लेकिन पिछले दिनों बांदरी क्षेत्र में मिले युवती के शव की पहचान इन दो अपहृत में से एक के रूप मैं होने के तत्पश्चात फरियादी के द्वारा पुलिस को एक आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था। जिसमें बताया गया कि ग्राम के ही नोने सिंह ठाकुर, धर्मेंद्र रजक निवासी माल्थोन, एवं अशोक रैकवार निवासी घाट पिपरिया उक्त तीनों लोगों ने मिलकर मेरी बेटी एवं भतीजी के साथ मारपीट एवं दुराचार किया है। 
पुलिस के द्वारा विवेचना में धारा 366 ,376 डी 4/5 पास्को एक्ट बढ़ा कर आरोपियों की तलाश जारी कर दी गई। 29 दिसंबर को आरोपी धर्मेंद्र रजक पिता गनेश रजक निवासी मालथोन को गिरफ्तार करने पुलिस को बताया कि नोने सिंह ठाकुर गुरुग्राम सेक्टर 49 हरियाणा में रहता है। जिसके बाद नोहटा थाना पुलिस की टीम दोनों आरोपी की तलाश में हरियाणा पहुंची लेकिन वहां से उनके आगरा भागने का पता लगा। बाद में अपहर्ता को आगरा में आरोपीयो के चंगुल से मुक्त करा कर परिजनों के सुपुर्द किया गया। अपहर्ता ने बताया कि तीनों आरोपियों ने  दोनों बहनों के साथ मारपीट कर दुराचार किया एवं नोने सिंह एवं अशोक रैकवार ने मेरी बहन को धर्मेंद्र रजक के लिए बेंच दिया था। अशोक रैकवार गुड़गांव को छोड़कर आगरा में रहने लगा था। 
1 जनवरी 2020 को आरोपी नोने सिंह ठाकुर एवं अशोक रैकवार अपहर्ता को लेकर कहीं बाहर जाने की फिराक में थे, तभी पुलिस की टीम ने दबिश देकर अपहर्ता को अपराधियों के चंगुल से मुक्त कराया एवं आरोपी अशोक रैकवार पिता किशन रैकवार निवासी घाट पिपरिया थाना हिंडोरिया एवं आरोपी नोने सिंह किताब उमराव से लोधी निवासी खमरिया थाना नोहटा को पुलिस टीम के द्वारा रेलवे स्टेशन कैंट आगरा से गिरफ्तार कर नोहटा थाने लाया गया एवं 2 जनवरी को न्यायालय के समक्ष किया गया। जहा से दोनों को जेल भेज दिया गया।
पुलिस कार्यवाही में सुधीर वेगी थाना प्रभारी नोहटा, श्रद्धा शुक्ला थाना प्रभारी मगरोन, संजय सिंह चौकी प्रभारी बनवार, एस आई एस एस दुबे, प्रधान आरक्षक रवि शंकर ब्रह्मा आरक्षक देवेंद्र ,मणि बालप्पा एवं साहिबा, आरक्षक राकेश ,अजीत दुबे, एवं सौरभ टंडन की अहम भूमिका रही। अभिजीत जैन की रिपोर्ट

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