दो युवकों से 2 माउजर और 3 जिंदा कारतूस बरामद-
कोतवाली पुलिस ने शहर के वैशाली नगर निवासी विकास उर्फ विशाल राजपूत को खजरी मोहल्ले से पकड़ने के बाद एक अन्य युवक सोनू मटका को भी पकड़ा है। पुलिस ने इनके कब्जे से दो माउजर और तीन जिंदा कारतूस जप्त होने की जानकारी दी हैं। कोतवाली टीआई एचआर पांडे का कहना है कि इन से अवैध हथियार के बारे में पूक्षताक्ष की जा रही है, वहीं इनको जेल भी भेज दिया गया है। ऐसे में सवाल यही उठता है कि यह आरोपी माउजर और जिंदा कारतूस लेकर शहर में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए घूम रहे थे अथवा यह इनकी तस्करी, खरीद-फरोख्त गिरोह से जुड़े हुए थे ? इससे पर्दा क्यो नहीं उठ सका?
उल्लेखनीय है कि जिले में पुलिस के अनेक प्रयासों के बाद भी माउजर कट्टा जैसे खतरनाक हथियारों और कारतूस की खरीद फरोख्त की तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस आए दिन इक्का-दुक्का आरोपियों को पकड़कर हथियार जब्ती का खुलासा करती रहती है। लेकिन इन हथियारो के मूल स्रोत तक पहुंचने के पहले मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। जिससे इस अवैध कारोबार के शिकंजे में शहर के नवयुवक शॉर्टकट से पैसा कमाने के चक्कर में फंसते रहते हैं।
दमोह। संवेदनशील मौके पर कोतवाली पुलिस ने दो माउजर और 3 जिंदा कारतूस के साथ दो युवकों को गिरफ्तार किया है। एसपी विवेक सिंह के निर्देशन में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही सराहनीय होने के साथ कुछ सवालों के अनुत्तरित रहने से चर्चा का विषय भी बनी हुई है। वह इस मामले में कल तक एक आरोपी से दो माउजर और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए जाने की जानकारी सामने आने के बाद अचानक इस मामले में एक चर्चित सटोरिया का नाम भी शामिल हो जाना चर्चा का विषय बना हुआ है।
उल्लेखनीय है कि जिले में पुलिस के अनेक प्रयासों के बाद भी माउजर कट्टा जैसे खतरनाक हथियारों और कारतूस की खरीद फरोख्त की तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। पुलिस आए दिन इक्का-दुक्का आरोपियों को पकड़कर हथियार जब्ती का खुलासा करती रहती है। लेकिन इन हथियारो के मूल स्रोत तक पहुंचने के पहले मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है। जिससे इस अवैध कारोबार के शिकंजे में शहर के नवयुवक शॉर्टकट से पैसा कमाने के चक्कर में फंसते रहते हैं।
सीएसपी मुकेश अविद्रा के निर्देशन में कोतवाली टीआई एचआर पांडे के नेतृत्व में हुई इस कार्रवाई में कोतवाली के पुलिस स्टाफ संजय पाठक महेश यादव मनीष गंधर्व सूर्यकांत और आकाश पाठक का खास योगदान बताया गया है। इस मामले में खास बात यह है कि सोनू मटका नाम का आरोपी कुख्यात सटोरिया है। जिस वजह से उसके नाम के साथ मटका शब्द जुड़ा हुआ है ।सूत्रों का कहना है कि अवैध माउजर व कारतूस लिए विशाल राजपूत को ही पकड़ा गया था। वही सटोरिया सोनू मटका से बड़ी सौदेबाजी सेट नहीं हो पाने की वजह से वह भी माउजर मामले में लपेटे में आ गया।
भास्कर सागर में 16 दिसंबर को टी आई के हवाले से छपी खबर में एक ही आरोपी से दो माउजर और तीन कारतूस बरामद किए जाने का उल्लेख है। जिससे कहा जा सकता है सोनू मटका का पदार्पण इस मामले में बाद में हुआ। यदि एसपी महोदय इस मामले की अपने स्तर पर जांच कराएं तो तस्वीर साफ हो सकती है। अटल राजेन्द्र जैन की रिपोर्ट
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