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बसपा विधायक रामबाई V/S सीएस ममता तिमोरी.. जिला अस्पताल के हालात पर महिला नेत्रीयो में जुबानी जंग.. एसएनसीयू में पत्रकार के कहने पर विधायक की सिफारिश.. फिर भी अनदेखी करती रही सिविल सर्जन..

 जिला अस्पताल के हालात पर महिला नेत्रीयो में जुबानी जंग
दमोह। जिला अस्पताल के हालात करोड़ों की राशि खर्च के बाद भी छिपे नहीं है। यहा पदस्थ होने वाले डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल के हालात बदलने की वजह अंगद के पांव की तरह यहां जमे रहने की जुगाड़ में लगे रहते है। पूर्व के बरसों में तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया की भल मनसाहत और सरल स्वभाव का फायदा उठाने वालो की अब बदले हुए हालात में हवा बंद है। दमोह विधायक राहुल सिंह की तरह पथरिया विधायक राम बाई भी अस्पताल कि विजिट के दौरान व्यवस्था को लेकर फटकार लगाने और तीखे तेवर दिखाने से नही चूकते है। इसके बाद सामने वाले को सफाई देने को मजबूर हो जाना पड़ता है।

ऐसे ही कुछ हालात शनिवार को फिर देखने मिले, जब किसी परिचित को देखने जिला अस्पताल पहुंची बसपा विधायक रामबाई यहां के हालात को लेकर सिविल सर्जन ममता तिमोरी की ओपन क्लास लेती नजर आई।  दरअसल अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में एक चहेते डॉक्टर को पदस्थ कराने के लिए एक पत्रकार ने विधायक रामबाई से सिफारिश की थी, जिसके बाद विधायिका महोदय लोगों की भीड़ के बीच पत्रकार को बुला उपरोक्त डॉक्टर का नाम पूछा तथा उसे एसएनसीयू में अटैच करने को कहा लेकिन सिविल सर्जन वहां पहले से 6 डॉक्टरों की ड्यूटी होने की बात करती अस्पताल में ड्यूटी डॉक्टरों की कमी का रोना रोने लगी जिसके बाद विधायक रामबाई अपने पुराने अंदाज में आकर खरी खोटी सुनाती नजर आई।
ठेकेदार को फटकार कांग्रेस की बपौती नहीं है अस्पताल-
 जिला अस्पताल के भ्रमण के दौरान विधायक रामबाई को जब यह बताया गया कि यहां खाना सप्लाई करने वाला नया ठेकेदार कांग्रेसी है तो उन्होंने उससे खाना व सब्जी के मीनू की जानकारी ली। तथा संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर यह कहते हुए फटकार लगाने से नहीं चूकी कि कांग्रेस की बपौती नहीं हैं जिला अस्पताल।यह सब की है गरीबों की है। जिला अस्पताल में कोई भी गड़बड़ी नहीं चलेगी। विधायक रामबाई की फटकार के दौरान ठेकेदार की बोलती बंद होती नजर आई। तथा वह बगले झांकना चुपचाप सुनता रहा।
स्पताल के किचिन भंडार प्रभारी को फटकार लगाई- 

                                  
इधर जिला अस्पताल के किचन भंडार गृह में पहुंची विधायक रामबाई वहां पर गंदगी भरे खराब हालत देखकर भड़क उठी। इस दौरान किचन प्रभारी द्वारा उनकी हर बात का जवाब दिए जाने पर उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। और फिर उन्होंने अस्पताल के किचन प्रभारी की जमकर क्लास लेते हुए उन्हें चुप्पी साधने को मजबूर कर दिया इधर कुछ मरीजों द्वारा अस्पताल में जांच आदि के पैसे लिए जाने की शिकायत करने पर विधायक राम बाई सिविल सर्जन ममता तिमोरी से जवाब तलब करते नजर आई। 
भाजपा राज में मालामाल SDO कांग्रेस राज में बरकरार
 लोक निर्माण विभाग में भाजपा सरकार के दौरान करोड़ों के काम करा कर जमकर मालामाल होने वाले लोक निर्माण विभाग के एसडीओ RB पटेल और पीआईओ के एसडीओ KP अग्रवाल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के गठन के 10 माह बाद भी पीडब्ल्यूडी विभाग में अंगद के पैर की तरह जमे हुए हैं तथा भाजपा सरकार की तरह घटिया निर्माण कार्य देते हुए क्लीन चिट कांग्रेस नेता और ठेकेदारों को खुश करने में लगे हुए हैं ऐसे ही कुछ हालात के बीच जिला अस्पताल परिसर में 89 लाख रुपए की लागत वाली नाली के घटिया निर्माण की ओर बसपा विधायक रामबाई का ध्यान आकर्षित कराए जाने पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी के पीआईयू एसडीओ KP अग्रवाल को बुलाकर गुणवत्तापूर्ण कार्य कराने के निर्देश दिए इस दौरान भाजपा कांग्रेश को खुश करने में लगे रहने वाले अधिकारी की सिट्टी पिट्टी गुम होती नजर आई देखना होगा लोक निर्माण विभाग के एक एसडीओ RB पटेल को विधायक रामबाई कब हवा भरती है।

कुल मिलाकर कांग्रेस विधायक राहुल सिंह और बसपा विधायक रामबाई के लगातार विजिट के बाद भी अस्पताल में सब कुछ पुराने ढर्रे पर ही चल रहा है। पूर्व में विभिन्न निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की अनदेखी कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहने वाले नेतानुमा ठेकेदार और स्वास्थ्य विभाग के इंजीनियर कम सुपरवाइजर के चहेतों को उपकृत करने की नीति के चलते निर्माण मेंटेनेंस के नाम पर लाखों के वारे न्यारे होने की चर्चाएं भी अब जोर पकड़ने लगी है वहीं जानकार यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि पूर्व मंत्री मलैया के कार्यकाल में अस्पताल में हुए करोड़ों के कार्यों के घटिया निर्माण के बावजूद इन्हीं सुपरवाइजर कम इंजीनियर की ok रिपोर्ट के चलते सभी भुगतान बेरोकटोक और घटिया कार्य धरासाई होते रहे।वहीं जिला अस्पताल सहित जिले के स्वास्थ्य महकमे में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए इंजीनियर महोदय कि यहां से छुट्टी किया जाना भी अब जरूरी महसूस होने लगा है। उपरोक्त सुपरवाईज कम इंजीनियर के कार्यकाल में हुए अस्पताल के विभिन्न कार्या के हालात की रिपोर्ट के अपडेट के साथ जल्द मिलते है। अटलराजेंद्र जैन

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