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दमोह जिले के गैसाबाद में सीमेंट फैक्ट्री को मंजूरी.. BCCI के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवासन की कंपनी को कमलनाथ सरकार ने दी 7 दिन में मंजूरी.. गैसाबाद पहुची प्रोजेक्ट टीम और अधिकारी..

 गैसाबाद में श्री निवासन की सीमेंट फैक्ट्री को मंजूरी-
दमोह। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष व धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम के मालिक एन श्रीनिवासन दमोह जिले में 1400 करोड़ रुपए का निवेश करने जा रहे हैं। इनकी कंपनी इंडिया सीमेंट्स हटा अनुभाग के गैसाबाद में 2.20 मिलीयन टन सालाना उत्पादन क्षमता वाला सीमेंट प्लांट लगाने जा रही है। जिसकी मंजूरी मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट द्वारा दी जा चुकी है। 
 मप्र की कमलनाथ सरकार की केबिनेट कमेटी आफ इन्वेस्टमेंट प्रमोशन अर्थात सीसीआइपी ने तमाम छूट  शर्तों के साथ इस प्रोजेक्ट को बुधवार को मंजूरी दे दी और गुरुवार को इंडिया सीमेंट के प्रोजेक्ट मैनेजर यतेंद्र शाह के साथ अन्य अधिकारी गैसाबाद पहुचे। जहा हटा एसडीएम एवं तहसीलदार के साथ प्रोजेक्ट टीम के लोगों ने स्थानीय किसानों के साथ बैठक करते हुए चर्चा की। 
बताया जा रहा है कि गैसाबाद में सीमेंट फैक्ट्री निर्माण हेतु 238 किसानों की लगभग 300 एकड़ भूमि की आवश्यकता पड़ेगी। इस तारतम्य में आज अधिकारियों की मौजूदगी में प्रोजेक्ट अधिकारी और ग्रामवासियों के बीच देर तक चर्चा चलती रही। दमोह जिले में इतनी बड़ी सीमेंट कंपनी के आने तथा इनके प्रोजेक्ट को महज 7 दिनों के अंदर मंजूरी मिल जाने की यह खबर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों तक को कानो कान नहीं लग सकी थी। आज जब सीमेंट कंपनी के प्रोजेक्ट अधिकारी और टीम हटा पहुंची और वहां से एसडीएम, तहसीलदार के साथ सभी लोगों ने गैसावाद पहुंचकर ग्रामीणों से चर्चा की तब इस बात का खुलासा हो सका। 
अब गैसावाद क्षेत्र को पिछड़ेपन के दंश से मुक्ति के साथ बुंदेलखंड के विकसित एरिया के तौर पर पहचान मिलने जा रही है। व्यारमा नदी के किनारे प्रचुर मात्रा मे फैली चूना सीमेंट पत्थर से बनने वाला सीमेंट देश मे दमोह जिले को एक नई पहचान देने जा रहा है। यह बात किसी सपने से कम नहीं है लेकिन यह सपना नहीं वरन हकीकत बनने जा रही है। क्योंकि गैसावाद क्षेत्र के सीमेंट फैक्ट्री प्रोजेक्ट मंजूरी के मामले में महज एक सप्ताह में भाग्य खुलने जैसे हालात निर्मित हुए हैं।
एक सप्ताह में हो गई इतने बड़े प्रोजेक्ट की मंजूरी-
इंडिया सीमेंट के मालिक श्रीनिवासन की निवेश के प्रति गंभीरता और राज्य सरकार की तत्परता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि महज 1 सप्ताह में मैसर्स स्प्रिंगवे माइनिंग प्राइवेट लिमिटेड केस प्रोजेक्ट को सशर्त मंजूरी प्रदान कर दी गई। 3 जून को कंपनी ने एक लाख रुपए जमा करके गैसाबाद में सीमेंट संयंत्र हेतु आवेदन किया था। 4 दिन बाद प्रशासकीय अनुमोदन के साथ उसे वित्त विभाग को भेज दिया गया। ऊर्जा विभाग और वाणिज्य कर विभाग ने भी तुरंत अपना अभिमत दे दिया 4 दिन बाद यानी बुधवार 12 जून को सीसीआइपी की बैठक में तमाम छूट व शर्तों के साथ प्रोजेक्ट को मंजूरी देे दी गई।
राज्य सरकार का दावा है कि प्रदेश में पहली बार निवेश करना चाह रही श्रीनिवासन समेत सात निवेशकों के 6 प्रस्तावों को 7 दिन में मंजूरी दी गई है कुल 4000 करोड़ के निवेश से 7500 लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। सीसीआइपी में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले निवेश को लगातार प्रोत्साहित किया जाता रहेगा।
दमोह जिले के गैसाबाद में सीमेंट फैक्ट्री सहित मध्यप्रदेश में 7 निवेशकों के 6 प्रस्तावों को 7 दिन में मंजूरी देने के लिए कमलनाथ सरकार निश्चित तौर पर बधाई की पात्र है। अटल News 24 परिवार दमोह जिले के लिए स्वीकृत हुई सीमेंट फैक्ट्री की मंजूरी के लिए बहुत-बहुत बधाई, साधुवाद के साथ शुभकामनाएं देती है। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट

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