Ticker

6/recent/ticker-posts

देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड के बाद पूर्व मंत्री जयंत मलैया और दीपू भार्गव ने कानून व्यवस्था को गंभीर बताया, पूर्व मंत्री कुसमरिया ने गिरफ्तारी तथा बसपा विधायक रामबाई ने की CBI जांच की मांग..

 देवेंद्र हत्याकांड के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल-
दमोह। पथरिया मंडी अध्यक्ष और भाजपा नेता खरग राम पटेल के ऊपर पिछले दिनों दमोह में हुए हमले के बाद हटा में कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया और उनके बेटे पर हुये प्राणघातक हमले में देवेंद्र चौरसिया की मौत के बाद आरोपियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। जिससे चुनाव आचार संहिता के दौर में जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति के ठीक नही रहने को लेकर भाजपा नेताओं ने खुलकर आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं।
हटा के लाडले नेता देवेंद्र चौरसिया की अंत्येष्टि में कांग्रेश के अलावा भारतीय जनता पार्टी के भी अनेक नेतागण सम्मिलित हुए। इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया ने कहा कि पूरे प्रदेश के साथ दमोह जिले में भी कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है आम आदमी का रहना दूभर हो गया है। प्रशासन और शासन को चाहिए कि कड़ी कानूनी कार्रवाई करके अपराधियों को गिरफ्तार करें। चाहे वह किसी भी पार्टी या किसी भी दल से जुड़े हुए और कितने ही प्रभावशाली क्यों ना हो।
हटा पहुंचे नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के बेटे युवा नेता और दमोह संसदीय क्षेत्र से भाजपा टिकट के दावेदार अभिषेक दीपू भार्गव मीडिया से चर्चा के दौरान कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहद खराब बताया उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से मांग की कि राजनीतिक संरक्षण प्राप्त अपराधियों पर लगाम लगाएं तथा देवेंद्र चौरसिया के परिवार को सुरक्षा व्यवस्था करते हुए अपराधियों को तत्काल पकड़ने का साहस पुलिस दिखाएं।
इधर पूर्व मंत्री व वर्तमान में कांग्रेस नेता रामकृष्ण कुसमरिया से जब पत्रकारों ने देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड को लेकर सवाल किए तो उन्होंने कहा कि जब घटना हो ही गई है तो अब पुलिस प्रशासन को सतर्क हो जाना चाहिए। पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट रहने के सवाल पर बाबा जी का कहना था कि जब तक अपराधियों को पकड़ नहीं लिया जाता तब तक किसी को संतोष नहीं होगा।
 हालांकि देवेंद्र चौरसिया कांड के बाद पुलिस द्वारा  बसपा विधायक राम बाई के आवास पर आरोपियों की पतासाजी हेतु दबिश दिए जाने की की जानकारी सामने आई है। जबकि सूत्रों का कहना है दमोह के पूर्व एसपी विवेक अग्रवाल के तबादले मे बसपा विधायक राम भाई की अहम भूमिका रही थी वही वर्तमान एसपी उनके Khas बताए गए हैं। 
कांग्रेसी नेता देवेंद्र चौरसिया की अंत्येष्टि के बाद शनिवार शाम हटा पहुंचे मंत्री हर्ष यादव के समक्ष उनके परिजनों द्वारा दमोह एसपी को हटाए जाने की मांग किया जाना भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।
हालांकि मंत्री हर्ष यादव इस मामले में स्पष्ट कर चुके हैं कि घटना से जुड़े किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा तथा जिन अधिकारियों ने लापरवाही की है उन्हें भी नहीं छोड़ा जाएगा।
इधर पथरिया से बसपा विधायक रामबाई भी आज अपने समर्थकों के साथ एसपी ऑफिस पहुंची। जहां उन्होंने एसपी को ज्ञापन सौंपते हुए देवेंद्र चौरसिया कांड की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए अपने रिश्तेदारों को झूठा फंसाने का आरोप लगाया।
कुल मिलाकर कानून व्यवस्था को लेकर उठाए जा रहे इन सभी सवालों के बीच कर रविवार को पथरिया में आयोजित पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा के प्रदर्शन के दौरान दमोह जिले की कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर पुलिस प्रशासन मुख्यमंत्री के निशाने पर रहता है तो किसी को आश्चर्य नहीं होगा। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट

Post a Comment

0 Comments