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लोकसभा चुनाव के पहले प्रभारी मंत्री से कांग्रेस महामंत्री ने लगाई गुहार.. हटा की तरफ ध्यान दे, हटा कांग्रेस विहीन हो गया है..

प्रभारी मंत्री से कांग्रेस महामंत्री की मांग चर्चाओं में-
दमोह। कांग्रेस सरकार बनने के बाद दमोह जिले के प्रभारी मंत्री का दायित्व साची विधायक प्रभु राम चौधरी को मिला है। प्रभारी मंत्री बनने के बाद दमोह में योजना समिति की बैठक लेने के लिए आए प्रभारी मंत्री का स्वागत कांग्रेस नेताओं ने उत्साह के साथ किया वहीं दमोह से पन्ना जाते समय हटा मुख्यालय पर भी श्री चौधरी की जोरदार अगवानी और स्वागत किया गया।
इस दौरान कांग्रेस से विधानसभा चुनाव के दौरान बगावत करने वाले निष्कासित नेताओं को भी सत्तारूढ़ दल स बाहर होने का अभाव खटकता दिखा। वहीं पूर्व मंत्री राजा पटेरिया की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही। इधर प्रभारी मंत्री का स्वागत करने वालों में युवा नेता योगेश सराफ गोलू की टीम से लेकर कांग्रेस के जिला महामंत्री रामनाथ राय सक्रियता दर्ज कराते नजर आए।
प्रभारी मंत्री प्रभु राम चौधरी के हटा में स्वागत अवसर के एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें जिला कांग्रेस के जिला महामंत्री रामनाथ राय श्री चौधरी का स्वागत करते हुए गुहार लगा रहे हैं कि अब आप ही हटा की ओर ध्यान दें, क्यों कि हटा तो कांग्रेस विहीन हो गई है। उनकी बात राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जबकि कांग्रेस से लोकसभा प्रत्याशियों के नामों में पूर्व मंत्री राजा पटेरिया का भी है। जो हटा के निवासी है और यही से विधायक रहकर दिग्विजय सरकार में मंत्री रह चुके हैं। इधर श्री राय स्वयं जिला कांग्रेस के महामंत्री हैं, फिर हटा कैसे कांग्रेस बिहीन हो गया यह बात समझ के परे है।
विधानसभा चुनाव के पहले की बात की जाए तो पुष्पेंद्र हजारी, प्रदीप खटीक, नीलू पाठक, देवेंद्र राय जैसे अनेक कांग्रेसी चेहरे हटा की राजनीति में कांग्रेस का झंडा बुलंद किए हुए थे लेकिन हरिशंकर चौधरी को विधानसभा टिकट मिलने के बाद प्रदीप खटीक ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर ताल ठोक दी थी वहीं हटा के नगर अध्यक्ष रहे देवेंद्र राय ने तो बाहरी प्रत्याशी को टिकिट देने पर कांग्रेस को सत्ता से बाहर रहने का श्राप तक दे दिया था। 


विधानसभा चुनाव की टिकिट वितरण के बाद हटा कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र राय को अपनी इस बयान बाजी की वजह से पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था वहीं सामाजिक कार्यकर्ता नीलू पाठक इत्यादि के निर्दलीय प्रदीप खटीक के समर्थन में रहने से यह भी कांग्रेस के लिए बेगाने हो गए थे। इधर पथरिया से अनुराग वर्धन हजारी को कांग्रेसी टिकट नहीं मिलने पर पुष्पेंद्र हजारी भी बेटे को सपा की टिकट पर लड़ा कर कांग्रेस से बाहर हो गए थे। 
इस तरह हटा में कांग्रेस के करीब आधा दर्जन नेताओं को ही बाहर का रास्ता दिखाया गया था। वहीं जिला महामंत्री रामनाथ राय चुनाव के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी हरि शंकर चौधरी का प्रचार करने के बजाय पवई में कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व मंत्री मुकेश नायक के प्रचार में चले गए थे। लोकसभा चुनाव के पहले श्री राय को हटा कांग्रेस बिहीन क्यों नजर आ रही है यह बात समझ के परे है। लेकिन उनकी इन बातों से इतना तो तय है कि वह पूर्व विधायक पूर्व मंत्री राजा पटेरिया जैसे नेताओं को या तो हटा का नहीं मानते या फिर कांग्रेसी नहीं मानते। अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट

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