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हटा में संगठन कार्यकर्ता पर शराब माफिया के हमले के विरोध में दमोह एसपी को ज्ञापन.. इधर रैपुरा में संगठन कार्यकर्ताओ पर झूठी FIR मामले में सागर IG के नाम सौंपा ज्ञापन..

शराब माफिया के हमले के विरोध में ज्ञापन..

दमोह जिले के हटा नगर में समाजसेवा और जनजागरण के लिए सक्रिय भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ता दीपक गर्ग पर कुख्यात शराब माफिया महेश पुरानी ने दूसरी बार जानलेवा हमला किया। इस गंभीर घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी और आक्रोश फैला दिया है।
संगठन के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने आज सामूहिक रूप से पुलिस अधीक्षक, दमोह को ज्ञापन सौंपा और अपराधी महेश पुरानी के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की। संगठन ने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो जिलेभर में उग्र आंदोलन चलाया जाएगा।
संगठन के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि प्रशासन की ढिलाई से शराब माफियाओं के हौसले बुलंद हैं और समाजसेवियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बार यदि अपराधी पर कड़ी कार्यवाही नहीं हुई तो संगठन चुप नहीं बैठेगा।

भगवती मानव कल्याण संगठन ने IG सागर को सौंपा ज्ञापन.. देशभर में नशामुक्त भारत अभियान को गति देने वाले भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस और शराब माफिया की मिलीभगत से गंभीर अन्याय हुआ है। संगठन द्वारा सागर संभाग के पुलिस महानिरीक्षक (IG) को सौंपे गए एक विस्तृत ज्ञापन में थाना रैपुरा के प्रभारी संतोष सिंह यादव पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। रैपुरा थाना क्षेत्र के अवंतीबाई तिराहा पर संगठन के कार्यकर्ताओं ने अवैध शराब से भरे एक पिकअप वाहन को रंगेहाथ पकड़ा और पुलिस को सूचना देकर थाने पहुँचाया। संगठन ने वाहन की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्यवाही की मांग की, लेकिन थाना प्रभारी ने इसे ‘आबकारी विभाग का मामला’ बताकर कार्यवाही से साफ इनकार कर दिया। पुलिस की इस निष्क्रियता के विरोध में संगठन ने थाने के बाहर 48 घंटे का शांतिपूर्ण धरना दिया। इसके बाद आबकारी अधिकारी ने अधूरी कार्यवाही करते हुए सिर्फ धारा 34(1) और 39(ग) में प्रकरण दर्ज किया, जबकि धारा 34(2) की गंभीर धाराएं जानबूझकर नहीं लगाई गईं।

रैपुरा में झूठी FIR से कार्यकर्ताओं को फंसाने का प्रयास.. सबसे चौंकाने वाला पहलू यह है कि अवैध शराब पकड़ वाने वाले 10 कार्यकर्ताओं पर ही FIR क्रमांक 0196/ 2025 दर्ज कर दी गई – जिसमें झूठे आरोप लगाए गए कि उन्होंने अवैध शराब ले जा रहे व्यक्तियों के साथ मारपीट की। जबकि संगठन का दावा है कि CCTV फुटेज व मौके के वीडियो स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि कहीं कोई मारपीट या अभद्रता नहीं हुई। संगठन के कार्यकर्ता पूरी तरह आध्यात्मिक, शांतिपूर्ण और अनुशासित व्यवहार वाले हैं।


संगठन ने उठाई ये 3 मुख्य मांगें: संगठन के कार्यकर्ताओं पर दर्ज झूठी FIR को तत्काल निरस्त किया जाए। थाना प्रभारी संतोष सिंह यादव को तत्काल निलंबित कर उनके विरुद्ध विभागीय जांच हो। अवैध शराब प्रकरण में अधूरी कार्यवाही को पूर्ण किया जाए, विशेष रूप से धारा 34(2) जोड़ी जाए। आंदोलन की चेतावनी- संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं हुई तो बड़े स्तर पर आंदोलन छेड़ा जाएगा। यह केवल संगठन के कार्यकर्ताओं की नहीं, बल्कि हर उस नागरिक की लड़ाई है जो नशे के खिलाफ आवाज उठा रहा है।

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