चर्चित DSO तबादले रिलिविंग के बाद भी डटे
दमोह। कलेक्ट्रेट कार्यालय में कलेक्टर की नाक के नीचे सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। यहां तक की शासन के आदेशों तथा दिशा निर्देशों का भी पालन करने से अनेक अधिकारी कर्मचारी नहीं चूक रहे हैं। मामला खाद्य विभाग तथा भू अभिलेख शाखा से सामने आए है जहाँ दो मामलों में जिसकी ढपली हवेली उसका राग जैसी कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। पहला मामला हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी एक राजस्व निरीक्षक को एक नायब तहसीलदार द्वारा अधिकार नहीं होने के बाद भी रिलीफ कर देने का है वही दूसरा मामला तबादले तथा रिलीविंग के बाद भी रात में कार्यालय में बैठकर काम करने का सामने आया है।
पहले
हम बात करते हैं दमोह खाद्य़ विभाग में पदस्थ रहे चर्चित प्रभारी सहायक
आपूर्ति अधिकारी राजेश पटैल की। जिनका तबादला 13 जून.2025 को दमोह से सागर
प्रशासकीय आधार पर किया गया था। इसके बाद भी इनका दमोह से मोह नही छूटने या
फिर इन्हें दमोह से रिलीव नही किये जाने पर शासन स्तर पर 20 जून 2025 को
इनको एक तरफा भारमुक्त करके सागर में कार्यभार ग्रहण करने हेतु आदेशित
किया गया था। इसके बावजूद श्री पटैल आज दिनांक 25 जून 2025 को भी शासन से
भारमुक्त पश्चात भी जिला कार्यालय दमोह खाद्य शाखा में प्रभारी जिला
आपूर्ति अधिकारी के रूप में कार्य करते हुए नजर आए हैं।
यहां
तक की बुधवार रात को भी कलेक्ट्रेट कार्यालय स्थित खाद्य विभाग शाखा में
बैठकर यह फाइलों को कंप्लीट करते मोबाइल कैमरे में कैद हुए है। जानकारों का
कहना है कि इनके द्वारा खाद्यान एवं उपार्जन कार्यों में की गई अनियमितताओ
को कार्यालय में बैठकर रफा दफा किया जा रहा है।
पूर्व
में भी इन पर वरिष्ठ अधिकारियों की कृपा दृष्टि के चलते खाद्य विभाग के
इस कनिष्ठ अधिकारी को उच्च सीट का प्रभार सौंपा गया था। जिसके मोह के कारण
एवं वरिष्ठ अधिकारियों की अनदेखी के चलते शासन से भारमुक्ति पश्चात भी
कनिष्ठ अधिकारी आज भी अपने अनुसार फाइलों को दुरुस्त करने में जुटे नजर आए।
तबादले के बाद भी कार्यालयीन वाहन इत्यादि का दुरूपयोग निजी कार्यो हेतु
भ्रमण इत्यादि में करने वाले राजेश पटेल के खिलाफ कलेक्टर महोदय कोई एक्शन
लेते हैं। पिक्चर अभी बाकी है..
0 Comments