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बकायन के पं. नाना साहेब पानसे स्मृति में 130 वे गुरु पूर्णिमा संगीत समारोह का रंगारंग शुभारंभ.. प्रथम दिवस पर सुर-ताल-लय की अद्भुत वर्षा..

बकायन के पं.नानासाहेब पानसे स्मृति गुरु पूर्णिमा संगीत समारोह के प्रथम दिवस पर सुर-ताल-लय की अद्भुत वर्षा

दमोह। बकायन के पं.नानासाहेब पानसे स्मृति गुरु पूर्णिमा संगीत समारोह के प्रथम दिवस पर सुर-ताल-लय की अद्भुत वर्षा हुई। सुबह की सभा मे गुरूवंदना तथा बकायन संगीत अखाडे के शिष्य गणो द्वारा पुरातन,परंपरागत बंदिशों का गायन किया गया। वही सायंकालीन सभा मे पं.रामचरण तिवारी द्वारा महाभारत गायन किया गया।इस अवसर पर विधायक हटा श्रीमति उमा देवी खटीक ने गुरूवंदन एवं पूजन किया। रात्रिकालीन सभा मे म.प्र. शासन के मंत्री श्री लखन पटेल एवं पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष डा.रामकृष्ण कुसमरिया,निदेशक उ.अ.खां संगीत कला अकादमी,भोपाल श्री जयंत माधव भिसे एवं गण मान्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन,पूजन किया गया।

सभा का प्रारंभ बकायन अखाडे के शिष्यों द्वारा पुरातन बंदिश गायन से हुआ। प्रथम प्रस्तुति मे कोलकाता से पधारीं वरिष्ठ गायक सुश्री इंद्राणी मुखर्जी ने वर्षाकालीन राग मेघ  की ख्यात बंदिश,"घन गरजत" तथा द्रुत लय मे,"छाई घटा घनघोर ",से प्रारंभ कर कबीर दास का भजन,बनारसी ठाट की कजरी"झिर झिर बरसे सावन रस बुंदिया"गाकर श्रोतावर्ग को आनंद से भिगो दिया.इस दमदार तथा सुरीले गायन मे हार्मोनियम पर परोमिता मुखर्जी,तबले पर पं.विनोद लेले तथा सारंगी पर इस समारोह मे अनेक वर्षों से पधार रहे उ.फारुख लतीफ ने संगति की।

दूसरी प्रस्तुति में विश्वनाथ इंग्लिश मीडियम स्कूल की छात्राओं द्वारा मनमोहक प्रस्तुती दी गई। इसके पश्चात डा.आलोक श्रीवास तथा डॉली पेरिया श्रीवास नई दिल्ली ने कथक युगल नृत्य की शानदार प्रस्तुती दी । अगली प्रस्तुति   अनिरुद्ध जोशी के सितार वादन के साथ हुई जिसमें उन्होंने राग मियांमल्हार में आलाप, जोड, झाला, तथा तीनताल में विलंबित एवं द्रुत गत बजाकर अपनी श्रेष्ठ  प्रस्तुति से श्रोताओं को अभिभूत कर दिया, आपके साथ तबले पर संगति दीपक दास महंत खैरागढ़ के द्वारा की गई। 

अगले क्रम मे इंदौर की निवेदिता पंड्‌या के नेतृत्व मे समूह द्वारा मनमोहक भावपूर्ण  कथक मे,"जरासंध वध परन," "द्रौपदी वस्त्रहरण प्रसंग " सूरदास पद"अब मैं नाच्यो बहुत गोपाल"तथा समापन तराना से करते हुए रायगड घराने की विशेषताओं को प्रकट किया।समापन दमोह की कथक कलाकार आकृति साहू ने अपने अत्यंत दमदार कथक प्रस्तुति से दर्शकों को अचंभित कर दिया।कार्यक्रम का संचालन सुप्रसिद्ध रंगकर्मी राजीव अयाची तथा जबलपुर से वर्षो से पधार रहीं साक्षी वैशंपायन ने किया।

कार्यक्रम के संयोजन मे अरूण पलनीटकर पूर्व निदेशक उ.अ.खां संगीत कला अकादमी,संजय पलनीटकर अध्यक्ष  उत्थान संस्था बकायन,कार्यक्रम संयोजक अर्जुन पटेल,समस्त आयोजन समिति एवं स्थानीय जनों का सहयोग रहा।इस अवसर पर हजारों की संख्या मे संगीत प्रेमी संपूर्ण रात्रि प्रस्तुतियों का आनंद लेते रहे तथा कलाकारों का उत्साहवर्धन करते रहे। रवि प्रियदर्शन की रिपोर्ट

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