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पति से विवाद की सजा मासूम बच्चों को कुएं में धक्का देकर दी.. केरवना में कुएं में मिले भाई बहिन के शव मामले में सनसनीखेज खुलासा.. बच्चों की हत्या के आरोप में माँ गिरफ्तार..

 कुएं में बच्चो के शव मिलने के मामले में माँ गिरफ्तार

दमोह। क्या कोई मां इतनी भी निष्ठुर हो सकती है कि पति से झगड़े का बदला लेने के लिए अपनी ही ममता का गला घोंटने में संकोच नहीं करे। पति साथ में शादी में न जाए तो उसे सबक सिखाने के लिए बच्चों को कुंए में फेंक ने के बाद रिश्तेदारों के यहां आराम से घूमती रही।

 यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि दमोह जिले के बटियागढ़ थाना अंतर्गत केरबना क्षेत्र में एक कुएं में मिले दो मासूम बच्चों की मौत से जुड़ा वह खुलासा है जो पुलिस जांच के बाद सामने आया है। पुलिस ने मासूम बच्चों की मौत के मामले में उनकी ही मां जिसका नाम दसोदा बताया गया है के ऊपर हत्या का मामला दर्ज करके हिरासत में ले लिया है।

एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि 4 मई 2024 को केरवना ग्राम के कोटवार ने एक कुएं में दो बच्चों के शव पड़े होने की सूचना दी थी। जिनको निकलवाने के बाद इनकी पहचान सुनवाहा बक्सवाहा निवासी रज्जू लोधी की 11 साल की बेटी वैशाली तथा 5 साल की बेटी ईशांत के रूप में हुई थी। चार-पांच दिन पुराने शवों के मिलने के बावजूद परिवार द्वारा इन बच्चों की गुमशुदगी की कोई सूचना दर्ज नहीं कराई गई थी। मामले में पिता रज्जू लोधी का कहना था कि पत्नी दशोदा बाई 30 अप्रैल को अपने मायके सेमरा बंडा जाने के लिए तीनों बच्चों को साथ में लेकर बस से निकली थी। इधर दसोदा बाई चार-पांच दिन तक रिश्तेदारी में यहां वहां जाती रही लेकिन उसने भी बच्चों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं दी।

बटियागढ़ थाना प्रभारी नेहा गोस्वामी ने बताया कि बच्चों की मां दसोदा बाई पर शंका होने पर जब पूंछताछ की गई तो उसके द्वारा दोनों बच्चों को कुएं में धक्का देकर गिरा देने की बात स्वीकार की गई। अपने ही बच्चों की प्रति इस तरह के क्रूर बर्ताव की वजह उसका पति से हुआ विवाद बताया जा रहा है। दरअसल 26 अप्रैल को यशोदा ने अपने पति रज्जू लोधी से भतीजी की शादी में साथ में चलने को कहा था लेकिन रज्जू ने इनकार कर दिया था जिस पर उसने गुस्से में आकर बड़ा कदम उठाने की बात कहते हुए पछताने की बात बोली थी।

 उस समय तक पति को यह पता नहीं था कि ग़ुस्सेल पत्नी इतना खतरनाक कदम उठा लेगी। उसके बाद 30 अप्रैल को सेमरा जाने के लिए बस से निकली तो केरवना में बस से वह बच्चों के साथ उतर गई। गोदी वाले बच्चों को आज साथ में लिए रही जबकि बड़ी बेटी और बेटे को उनके पास ले जाकर धक्का देकर गिरा कर वापस आ गई और रिश्तेदारी में घूमती रही। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में मामले के पर्दाफाश तथा आरोपियों की गिरफ्तारी मैं बटियागढ़ थाना पुलिस का विशेष योगदान रहा।

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