जबेरा पुलिस ने किया अंधे हत्याकांड का खुलासा
दमोह। जबेरा थाना अंतर्गत सिंग्रामपुर चौकी के गुवरा के जंगलों में पांच माह पूर्व पुलिस को अज्ञात मानव नर कंकाल मिलने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिस पर पुलिस ने मर्ग क्रमांक 44/ 23 के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच में लिया था। जांच में आसपास के जिलों के थाने में संपर्क किया तो कटंगी थाना में गुम इंसान की सूचना मिली। जिस पर परिवारजन व रिश्तेदार मौके पर पहुंचे हाथ में पहने कड़ा ब गमझा से पहचान तो हुई। किन्तु मृतक की स्पष्ट पहचान नहीं हो पा रही थी। जिससे परिवार जन नर कंकाल लेने से मना कर दिया। क्योंकि परिवारजन का कहना था कि ना तो मोटरसाइकिल ना ही मोबाइल वहां से मिला है।
जिस
पर पुलिस ने डीएनए परीक्षण हेतु नरकंकाल जांच हेतु भेजा। डीएनए रिपोर्ट
प्राप्त होने के बाद पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
संदीप मिश्रा के निर्देशन में एसडीओ की देवी सिंह के मार्गदर्शन में थाना
प्रभारी विजय अहिरवार, सिंग्रामपुर चौकी प्रभारी आलोक तिरपुडे, सहित पुलिस
स्टाफ बा साइबर सेल की मदद से 2 दिन में ही संपूर्ण प्रकरण व तथ्यो को
एकत्रित करते हुए। आरोपी मोहन पिता कालू यादव सहित एक युवती आरोपी को पकड़ने
में सफलता प्राप्त की। उक्त प्रकरण में जानकारी
लेने पर यह प्रेम प्रसंग का मामला समझ में आ रहा है मामले में युवती ने अपने पूर्व प्रेमी की मदद से दोनों ने एक राय होकर षडयंत्र पूर्वक अपराध
कारित किया है। वह साक्ष्य विलोपित करना पाया जा रहा है। जिन्हें गिरफ्तार
कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया।
उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी
विजय अग्रवाल, सिग्रामपुर चौकी प्रभारी आलोक तिरपुड़े, एस आई सियाराम सिंह,
एम एस कोरकू, सायवर सेल प्रभारी अमित मिश्रा , राकेश अठया,सौरभ टंडन अजीत,
एएसआई रविशंकर डिम्हा,मनोज पांडे, प्रधान आरक्षक संतोष हरी ,रणधीर ,महिला
प्रधान आरक्षक स्वाति तिवारी आरक्षक वीरेंद्र, निशांत, दिलीप ,राम मनोहर,
साहेब नगर रक्षा समिति सदस्य महेंद्र नामदेव, राजा, सुशील गुलाब, किरण,
सरला की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जबेरा से मयंक जैन की खबर
0 Comments