सागर लोकायुक्त ने दमोह RES के रिश्वतखोर बाबू को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा.. इधर रीवा लोकायुक्त की टीम ने SDM कार्यालय में ट्रेप करते हुए.. पटवारी से 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते कानूनगो को पकड़ा..
सागर लोकायुक्त ने बाबू को 10000 की रिश्वत लेते पकड़ा
दमोह।
ग्रामीण यांत्रिकी विभाग दमोह के संभागीय कार्यालय में चलने वाले
कमीशन/रिश्वतखोरी के खुले खेल पर ट्रेप कार्यवाही करने पहुची सागर
लोकायुक्त की टीम ने चर्चित बाबू अंकित सैनी को ईई के खाली पड़े चेंबर में
10000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ने के बाद में भ्रष्टाचार
अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की है।
दरअसल
शिकायतकर्ता पत्रकार कम ठेकेदार प्रमोद तिवारी ने सागर लोकायुक्त एसपी को
एक लिखित शिकायत देते हुए बताया था कि उनके द्वारा हिनौती रामगढ़ में एक
स्टाफ डैम का निर्माण कराया गया है। जिसके 24 लाख रुपए का बिल ग्रामीण
यांत्रिकी सेवा संभाग दमोह कार्यालय में लगाए जाने के बदले में संविदा वर्ग
तीन लिपिक अंकित सैनी के द्वारा एक प्रतिशत कमीशन के रूप में 24000 रुपए रिश्वत
की मांग की जा रही है।
उपरोक्त शिकायत की पुष्टि करने के बाद गुरुवार दोपहर
सागर लोकायुक्त की टीम डीएसपी मंजू सिंह एवं निरीक्षक रोशनी जैन के
नेतृत्व ने दमोह पहुंचकर आरईएस कार्यालय में अपना जाल फैलाया। जैसे ही संविदा बाबू
अंकित सैनी ने ईई के खाली पड़े चेंबर में ठेकेदार प्रमोद तिवारी के हाथों
से रिश्वत के 10000 रुपये लिए वैसे ही लोकायुक्त टीम ने अंकित बाबू को
दबोचने में देर नहीं की। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं
के तहत कार्रवाई की गई है।
एक उपयंत्री वर्षो से फर्जी मार्कशीट पर नौकरी कर रहे हैं..उल्लेखनीय की ग्राम
पंचायत में होने वाले विभिन्न निर्माण कार्यों के आधे अधूरे घटिया होने के
बावजूद ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के सहायक यंत्री उपयंत्री सहित अन्य
की मिलीभगत से भारी कमीशन के बीच बरसों से भुगतान होता आ रहा है। यहां तक
कि यहां के एक उपयंत्री वर्षो से फर्जी मार्कशीट पर नौकरी कर रहे हैं इस
बात की जानकारी बड़े अधिकारियों से लेकर छोटे कर्मचारी तक को है। फिर भी
कार्यवाही करने के बजाय उनकी सेवा पुस्तिका को ही गायब करा दिया गया है।
वही उपरोक्त उप यंत्री पटेरा जनपद में करोड़ों का खेला कराके अब दमोह जनपद
में होने वाले निर्माण कार्यों को दीमक की तरह चट कराने में लगे हुए हैं।
प्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री से लेकर कलेक्टर महोदय से जन अपेक्षा की जा
रहीं है कि ऐसे फर्जीबाड़े में माहिर उपरोक्त उपयंत्री को सेवा से बर्खास्त
करके उनके द्वारा कराए गए कार्यों का मूल्यांकन उच्च स्तरीय टीमों से कराते
हुए करोड़ों की राशि के फर्जी वाले की भरपाई इनसे वसूली जाए।
रीवा लोकायुक्त ने 5 हजार की रिश्वत लेते बाबू को पकड़ा.. रीवा। रीवा लोकायुक्त की टीम ने मनगंवा में ट्रैप कार्रवाई करते हुए एसडीएम कार्यालय में पदस्थ कानूनगो वर्ग वर्ग 3 को 5000 रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ने के बाद भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की है। रिश्वत की यह रकम पटवारी हल्का से ट्रांसफर करने के बदले में ली जा रही थी।
रीवा लोकायुक्त के डीएसपी प्रवीण सिंह परिहार एवं निरिक्षक जिया उल हक सहित 15 सदस्यीय टीम ने गुरुवार 14 दिसंबर को अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय मनगवां जिला रीवा पहुचकर ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपी विनोद प्रसाद द्विवेदी, सहायक ग्रेड 3 (ऑफिस कानूनगो) कार्यालय अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मनगवां जिला रीवा को रिश्वत राशि -5000 रु के साथ रंगे हाथों पकड़ने में सफलता प्राप्त की है। दरअसल आवेदक रामबहोर कोल, पटवारी हल्का पिपराव ग्राम गोरगी तहसील गुढ गुढ जिला रीवा ने रीवा लोकायुक्त एसपी से शिकायत की थी कि फरियादी द्वारा पटवारी हल्का पिपरांव से स्थानांतरण हेतु अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मंनगवाॕ को दिए गए आवेदन पर पटवारी हल्का पिपरांव से स्थानांतरण करवाने के एवज में आरोपी द्वारा ₹10000 की रिश्वत मांग की गई है। पूर्व में 2000 रुपये लिए गए और आज दिनांक 14.12. 2023 को ₹5000 रिश्वत लेते पकड़ा गया।
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