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450 रूपये में गैस सिलिंडर हेतु पोर्टल पर पंजीयन के निर्देश जारी.. मिलते जुलते नाम के मिलान, आवेदिका का फोटो से मिलान होने पर पंजीयन हो सकेगा.. संभाग स्तरीय सीएम राइज शिक्षकों एवं समितियों के अध्यक्ष का प्रशिक्षण संपन्न..

 450 रूपये में गैस सिलिंडर हेतु पोर्टल पर पंजीयन के निर्देश 

दमोह। प्रधानमंत्री उज्जवला योजना ;पीएमयूवाईद्ध के एलपीजी गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ता एवं गैर पीएमयूवाई श्रेणी में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना एमएमएलबी वाई के अंतर्गत ऐसी पंजीकृत लाड़ली बहनें जिनके स्वयं के नाम से गैस कनेक्शन हैं को 450 रूपये में गैस सिलिंडर रिफिल प्रदाय कराने हेतु लाड़ली बहना योजना के पोर्टल पर पंजीयन के निर्देश राज्य शासन द्वारा जारी किए गए है।
जारी आदेशानुसार गैस कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं के आधार नंबर एवं गैस कनेक्शन में उल्लेखित नामों में भिन्नता होने के कारण पोर्टल पर पंजीयन में कठिनाई के संबंध में अवगत कराया गया है जिसके संबंध में कार्यवाही सुनश्चित की गई है जिसमें समग्र सदस्य आईडी में नाम तथा गैस कनेक्शन की एलपीजी आईडी में मिलते जुलते नाम के मिलान की सुविधा लाड़ली बहना पोर्टल पर उपलब्ध कराई गई है।
आवेदिका का पंजीयन स्थल पर आवेदिका का फोटो से मिलान होने पर पंजीयन हो सकेगा। पंजीयन स्थल पर फोटो खीचकर उसका आधार के फोटो से मिलान होने पर ही पंजीयन हो सकेगा। सुविधा की दृष्टि से ग्राम पंचायत सचिव एवं वार्ड प्रभारी को मल्टीपल लॉगिन की सुविधा प्रदान की जाएगी। तीनों आयल कंपनियों द्वारा जारी गैस कनेक्शन के डाटा पोर्टल पर उपलब्ध करा दिए जाने से गैस कनेक्शनधारी लाड़ली बहना एवं पीएमयूवाई गैस कनेक्शन का डाटा उपलब्ध न होने की समस्या का निराकरण हो चुका है। हितग्राही के मोबाईल नंबर परिवर्तन होने परए समग्र पोर्टल पर संबंधित सम्रग आईडी पर नवीन मोबाईल नंबर दर्ज करने की सुविधा उपलब्ध हैए उक्तानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

संभाग स्तरीय सीएम राइज शिक्षकों का 5 दिवसीय प्रशिक्षण
दमोह। शासन की महत्वाकांक्षी सीएम राइज विद्यालय योजना के अंतर्गत इन विद्यालयों में अध्यापन कराने वाले माध्यमिक विभाग के शिक्षकों के उन्मुखीकरण हेतु स्थानीय होटल दमोह के सभागार में सागर संभाग के सागर दमोह पन्ना छतरपुर टीकमगढ़ एवं निवाड़ी जिलों से आए शिक्षको ने 22 सितंबर से 26 सितंबर तक आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीवन कौशल उमंग पर आधारित प्रशिक्षण प्राप्त किया।
संयुक्त संचालक सागर डॉ मनीष वर्मा के निर्देशन एवं सहायक संचालक डॉक्टर आशुतोष गोस्वामी के मार्गदर्शन में यह प्रशिक्षण लगातार 5 दिन तक सफलतापूर्वक संचालित किया गया। पांचवें दिन राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षक एवं कन्या अभाना के प्राचार्य डॉक्टर आलोक सोनवलकर द्वारा नई शिक्षा नीति पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया गया जो सभी प्रशिक्षणर्थियों के लिए काफी ज्ञानवर्धक रहा।

समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी एस के नेमा ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए बताया कि 5 दिनों तक मास्टर ट्रेनर्स द्वारा जो मेहनत आप लोगों के साथ की है आप उसे अपने विद्यार्थियों के बीच साझा करें तथा आने वाली पीढ़ी को नवाचारों के साथ आगे बढ़ाने के नए.नए अवसर दें। अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक एस के असाटी एवं सहायक परियोजना समन्वयक मोहन राय ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर कार्यक्रम का समापन किया। इस अवसर पर सभी मास्टर ट्रेनर रेशमा मिंज विवेचना मिश्रा राकेश खरे जीतेन्द्र सूत्रकार एवं सभी प्रशिक्षणार्थी उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के समन्वय में नेहा गौतम एवं मनीषा द्विवेदी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

समितियों के अध्यक्ष सह सदस्यों का प्रशिक्षण संपन्न
दमोह। जिला न्यायाधीश अम्बुज पाण्डेय के निर्देशन में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संजीव मिश्रा के मार्गदर्शन में मिशन वात्सल्य अंतर्गत जिले में बाल संरक्षण समितियों का गठन एवं इनका उन्मुखीकरण हेतु जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के एडीआर भवन में वार्ड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय समितियों के अध्यक्षों सह सदस्यों का एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में जिला न्यायाधीश अम्बुज पाण्डेय ने कहा दमोह जिले को बाल संरक्षण मय एवं बाल हितेषी बनाना है तो इन समितियों को गतिशील एवं सक्रिय होकर कार्य करना होगा एवं ग्राम का सर्वे कर यदि कोई वंचित बच्चेए बाल विवाह होने की आशंकाए बाल श्रम या बाल भिक्षा वृत्ति में संलग्न बच्चों की पहचान कर नियमित बैठकों के माध्यम से समितियों को विकासखंड स्तरीय समितियों एवं जिला बाल संरक्षण एवं कल्याण समितियों को अवगत कराते हुएए इन्हें सामाजिक एवं आर्थिक योजनाओं से जोड़कर इनका पुनर्वास कराना होगा।

जिला विधिक सहायता अधिकारी रजनीश चौरसिया ने कहा समितियों का यह भी कर्त्तव्य होना चाहिए की वह अपने ग्रामों एवं वार्ड में बाल अनुकूल माहौल का निर्माण करेंए बच्चों को खेलनेए स्कूल में स्वच्छ वातावरणए बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग.अलग शौचालयों की व्यवस्था हो बालिकाओं एवं बालकों के साथ छेड़.छाड़ हो हो तो इसके लिए उचित कदम उठाये जाएंए रात्रि में बालक बालिकाओं को सुरक्षित करने हेतु उचित रोशनी की व्यवस्था हो प्रत्येक बच्चे का टीकाकरण होना सुनिश्चित हो। कार्यक्रम के मुख्य प्रशिक्षक शालीन शर्मा सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पीपीटी के माध्यम से सर्वप्रथम बाल संरक्षण समितियों के संचानंलाय से प्राप्त आदेश के अनुसार समितियों का गठन एवं इसके दायित्वों व कार्यो को विस्तार से बताया गया। बाल अधिकारए बाल विधि तथा दैनिक जीवन में बच्चों से जुड़ी परिस्थितियों में समिति की भूमिका के बारे में उदाहरणों के माध्यम से परस्पर चर्चा से प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही प्रश्नोत्तर काल में प्रतिभागियों की विभिन्न शंकाओं का समाधान भी किया गया।

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