बाढ़ में मन्दिर बहा परन्तु हनुमानजी की प्रतिमा अटल रही
जय जय जय हनुमान गोसाई कृपा करो गुरुदेव की नाई जो सत बार पाठ कर कोई छूट ही बंदी महा सुख होय.. पवन पुत्र संकट मोचन केसरी नंदन हनुमान जी हमेशा से भक्तों की पीड़ा हरने वाले संकट दूर करने वाले कलयुग के जागृत देव माने जाते है। हनुमान चालीसा की एक एक पंक्ति उनकी बल बुद्धि और गाथा को उजागर करने के लिए काफी है। गोस्वामी तुलसीदास जी ने जब रामचरितमानस की रचना की थी उस समय हनुमान चालीसा में उन्होंने लिख दिया था जुग सहस्त्र जोजन पर भानू लील्यो ताहि मधुर फल जान्यू..
दमोह जिले में पिछले तीन दिनों से जारी आफत की बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर है वही नदी किनारे के गांवों को खाली कराकर लोगों के साथ मवेशियों को भी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के कार्य में प्रशासन जुटा रहा। बाढ़ की वजह से नदी किनारे अनेक मकान आशियाने ध्वस्त ढहते होते चले गए। यहां तक की मंदिरों में भी बाढ़ का पानी समाता चला गया।
ग्रामीण जन मंदिर पहुंचे तो वहां थोड़ा बहुत मलवा ही पड़ा था जबकि प्रतिमा अपनी जगह पर अटल अडिग खड़ी थी।
लोगों का मानना है कि हनुमान जी के चरणों का अभिषेक करने के बाद ही गौरैया नदी का उफान कम हुआ और गांव पर आया बाढ़ का संकट टल गया। अब जल्दी भक्त यहां पर हनुमान जी का भव्य मंदिर बनाएंगे। बाढ़ में मंदिर बह जाने और हनुमान प्रतिमा का सुरक्षित खड़े रहने की हालत की खबर सोशल मीडिया के जरिए जंगल में आग की तरह फैलते ही शनिवार को गौरैया तट के हनुमान जी के दर्शन करने के लिए सुबह से बड़ी संख्या में भक्तों का पहुंचना जारी रहा। इस दौरान अनेक भक्त जल्द से जल्द यहां पर भव्य मंदिर बनवाने और इसमें सहयोग करने का संकल्प लेते नजर आए..
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