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विक्की रोहित सुसाइड मामले की जांच करने दमोह पहुची कांग्रेस की टीम.. पूर्व मंत्री बोले जब केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल को पुलिस पर भरोसा नहीं तो कांग्रेस कैसे करें.. बंडा विधायक बोले, पुलिस को FIR में लिखना चाहिए मंत्री का नाम..

विक्की रोहित मामले में दोषियों पर की गिरफ्तारी की मांग

दमोह। नगर के बजरिया वार्ड में 23 जुलाई को राशन दुकान के संचालक विक्की रोहित की आत्महत्या के मामले में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा गठित की गई 5 सदस्यीय जांच टीम के सदस्य सोमवार को दमोह पहुंचे और विक्की रोहित के परिवार से मुलाकात की। इसके बाद टीम के सदस्यों ने पत्रकारों के सामने अपनी बात रखी..मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा विक्की रोहित सुसाइड मामले में गठित की गई कमेटी में पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी, बंडा विधायक तरवर सिंह, सागर शहर अध्यक्ष रेखा चौधरी, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष राकेश राय और रामजी दुबे शामिल हैं, जिनमें से राम जी दुबे को छोड़कर बाकी सभी लोग आज जांच करने के लिए दमोह पहुंचे थे
पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि जब केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल को दमोह पुलिस पर भरोसा नहीं तो विपक्ष इस पुलिस पर कैसे भरोसा करें। वही बंडा विधायक तरवर सिंह लोधी ने कहा यदि केंद्रीय राज्यमंत्री खुद कह रहे हैं कि सुसाइड नोट में उनका नाम है तो पुलिस को उनके खिलाफ भी f.i.r. करनी चाहिए, तो अब पुलिस पीछे क्यों हट रही है।

पूर्व मंत्री बोले sc-st पर लगातार हो रहे हमले.. टीम में शामिल पूर्व मंत्री सुरेंद्र चौधरी ने कहा सच्चाई सबके सामने हैं। इस जिले में सत्ता दल के कारण कानून व्यवस्था स्वतंत्र रूप से काम नहीं कर पा रही। इसका जीता जागता उदाहरण विक्की रोहित की आत्महत्या है, जो न्याय की गुहार लगाता रहा लेकिन किसी ने उसकी सुनवाई नहीं की। क्योंकि वह एससी एसटी वर्ग से जुड़ा था। उसे मजबूरी में सुसाइड करना पड़ा। जिनके नाम सुसाइड नोट में थे पुलिस ने उनके खिलाफ f.i.r. की है, लेकिन सत्ता के लोग उन आरोपियों को जेल में डालने की बजाय बचाने में जुटे हैं। मंत्री परिषद में बैठे लोग इस पूरे मामले को सीआईडी को सौंप कर इस मामले को रफा-दफा कराना चाहते हैं  एससी एसटी के लोग प्रताड़ित होकर जान दे रहे हैं, लेकिन निष्पक्ष जांच नहीं हो रही। वो चाहते हैं कि पीड़ित को मुआवजा मिले, परिवार के सदस्यों को नौकरी मिले और इस पूरे मामले की निष्पक्ष एजेंसी से सीआईडी से जांच कराई जाए। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल के बयान पर उन्होंने कहा वह खुद स्पष्ट कर रहे हैं कि उन्हें मध्य प्रदेश की पुलिस पर भरोसा नहीं है, तो विपक्ष पुलिस पर कैसे भरोसा करे। इसलिए वह चाहते हैं इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। सीआईडी कैसे जांच करती है यह मुझे भी पता है, क्योंकि मैं भी लंबे समय तक मंत्री रहा हूं। यह सब रफा दफा करने की तैयारी चल रही है।
बंडा विधायक बोले, पुलिस को f.i.r. में लिखना चाहिए मंत्री का नाम.. बंडा विधायक तरवर सिंह लोधी ने कहा कि सभी जान रहे हैं कि बात क्या है, लेकिन सत्ता के दबाव में विक्की के सुसाइड नोट को नजर अंदाज करने का प्रयास किया जा रहा है। सुसाइड नोट में 4 लोग आरोपी हैं। पुलिस ने उन पर कार्रवाई की, लेकिन सत्ता के लोग अब उन्हें गिरफ्तार ना करवाकर उन्हें बचाने में जुटे हैं। जबकि दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए और परिवार के भरण-पोषण की व्यवस्था भी प्रशासन को करनी चाहिए। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल अगर यह बयान दे रहे हैं कि सुसाइड नोट में उनका नाम है और उन पर भी पुलिस को f.i.r. करनी चाहिए, तो अब इस मामले में पुलिस पीछे क्यों हट रही है। 
इस दौरान जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष रतनचंद जैन,शहर अध्यक्ष मनु मिश्रा, तेजीराम रोहित, कमलेश उपाध्या, अरूण मिश्रा, भगवान दास चौधरी, केके वर्मा, मदन सुमन, रवि चौधरी, बब्लू राज, राजेश बेलू, अनिल जैन, शमीम कुरैशी, प्रफुल्ल श्रीवास्तव,  हेमराज ने शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने की बात कही।

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