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श्री बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज पर अनर्गल टिप्पणी दुष्प्रचार के मामले में.. श्याम मानव के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज करने और संस्थान की जांच कराने एसपी को ज्ञापन..

 धार्मिक भावनाएं आहत का मामला दर्ज करने ज्ञापन

दमोह। सर्वनागरिक अधिकार संघर्ष समिति द्वारा बागेश्वर धाम सरकार पर आपत्तिजनक करते हुए धार्मिक भावनाएं आहत करने के मामले में एफ आई आर दर्ज किए जाने की मांग का ज्ञापन एसपी को सौंपा गया है। ज्ञापन देने वालो में प्रांजल चौहान, लखन राय ,संतोष रैकवार, गिरधारी रजक, खिलान लोधी, संतोष कुर्मी आदि अनेक लोगों की उपस्थिति रही।

 ज्ञापन में बताया गया है कि श्री बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर श्री धीरेन्द्र क्रष्ण शास्त्री जी महाराज जी के खिलाफ घोर षणयंत्र के तहत नागपुर में महाराष्ट्र के निवासी “श्याम मानव “ एवं उनकी संस्था अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति द्वारा झूठी अफवाह फैलाकर हमारी हम भक्तो की सनातन हिन्दू धर्म की भावनाओँ को आहत किया गया है। जिस पर दोषियों के खिलाफ FIR दर्ज की जाए। ज्ञात हो कि-“श्याम मानव “ एवं उनकी संस्था द्वरा झूठी अफवाह फैलाई गई, कि बागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वरश्री धीरेन्द्र क्रष्ण शास्त्री जी महाराज अपने पूर्व समय से दो दिन पूर्व ही उनकी चुनौती के भय से नागपुर की कथा छोड़कर भाग गये। जबकि नागपुर कथा का कार्यक्रम पूर्व नियोजित था, जिसकी सूचना 3 जनवरी 2023 को बागेश्वरधाम के अधिक्रत चैनल पर सार्वजनिक प्रसारित की गई थी एवं उनके फेसबुक पेज पर पोस्ट की गई थी, इसलिए श्याम मानव द्वारा लगाये गये आरोप, झूठी व्यानवाजी पूरी तरह से हमारे गुरूदेव परम पूज्य शास्त्री जी बागेश्वर धाम सरकार का अपमान है। जिनपर लगाये गये आरोप पूरी तरह निराधार और झूठे है।

ज्ञापन देने वालो का कहना है कि चूंकि महारज जी पहले ही कह चुके है, कि न वो कोई भगवान है, न वो कोई चमत्कार करते है, चूंकि भारत देश के  सम्विधान ने उन्हें हिन्दू सनातन धर्म के प्रचार पसार का अधिकार दिया है, चूंकि उन्होंने पहले ही अपनी कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से कह दिया है,कि भारतीय सम्विधान की धारा अनुच्छेद 25 के तह सम्विधान 25 धारा के तहत प्रत्येक व्यक्ति को अपने धर्म का प्रचार प्रसार करने का मौलिक अधिकार है। ऐसे में पुलिस प्रशासन से अनुरोध है कि अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति नागपुर के बैंक खातो ,मोबाइल, whatsup एवं ईमेल रिकार्ड की विस्तृत जांच की जाये। धार्मिक भावनाओ को आहत करने वाले के खिलाफ मामला दर्ज करके उचित कार्यवाही की जाए।

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