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जिला कोर्ट के नए भवन के सामने सरस्वती स्कूल के पास अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही से हड़कंप.. इधर पटेरा में मॉडल स्कूल के पास स्टे के बावजूद भवन निर्माण जारी रहने पर.. तहसीलदार ने जेसीबी से निर्माणाधीन भवन ध्वस्त कराया.. पीड़ितों ने लगाए गंभीर आरोप..

सरस्वती स्कूल के सामने से अवैध कब्जे हटाए गए

दमोह। जिला कोर्ट भवन की नवीन बिल्डिंग काफी समय पहले बन कर तैयार हो गई है वही इसका प्रमुख द्वार सरस्वती स्कूल मार्ग पर होने के बावजूद यहां पर लगातार नाली के ऊपर टपरे रखकर और स्कूल की बाउंड्री वाल से सटाकर टपरे गुमटी आदि रख लिए गए थे। जिन पर स्कूल वाले टाइम में आवारा तत्वों के खड़े रहने तथा स्कूल की बाउंड्री वाल के पास बाथरूम आदि किए जाने की शिकायत है कलेक्टर के पास पहुंची थी।

 मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर एसके चेतनय के निर्देश पर बुधवार शाम सरस्वती स्कूल के पास नगर पालिका नजूल तथा राजस्व विभाग की टीम कार्रवाई करने के लिए संयुक्त रूप से पहुंचे और जेसीबी की मदद से  अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई। जिस से टपरा गुमटी आदि रखकर अपना कार्य व्यवसाय चलाने वाले लोगों में हड़कंप के साथ आक्रोश का माहौल बनते देर नहीं लगी। इस दौरान कुछ लोग कार्रवाई करने वाले अधिकारी कर्मचारी से बहस करते हुए भी नजर आए।

एसडीएम गगन विसेन, तहसीलदार विकास, नायब तहसीलदार महेश दुबे, आरआई अभिषेक जैन, नगर पालिका के सीएमओ भैयालाल सिंह की मौजूदगी में यहां से नगरपालिका की टीम द्वारा  बाउंड्री से सटाकर किये गए अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से हटाने की कार्यवाही की गई। जिससे यहां पर लंबे समय से कार्य व्यवसाय करके रोजी-रोटी चलाने वालों में नाराजगी का माहौल बनते देर नहीं लगी। इस दौरान यहां से अनेक कब्जों को हटाया गया तथा कार्रवाई का दौर चलता रहा। वहीं आगामी दिनों में कोर्ट भवन के बाजू से भी कार्रवाई किए जाने की बात कही गई है।

पटेरा में स्टे के बाद निर्माण जारी रखने पर भवन ध्वस्त
दमोह जिले के पटेरा तहसील अंतर्गत प्रमोद सेन के निर्माणाधीन मकान को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किए जाने की कार्यवाही पुलिस एवं राजस्व अमले के द्वारा तहसीलदार के निर्देशन में की गई। इस दौरान प्रमोद सेन एवं उनके परिजन पटवारी सहित अन्य कर्मचारियों पर हजारों रुपए लेने के साथ जुर्माने की कार्रवाई हो जाने की बात करते नजर आए। 

उनका कहना था कि यह जमीन उन्होंने दूसरे व्यक्ति से खरीदी थी जिसे अतिक्रमण जगह बताया जा रहा है। जबकि तहसीलदार का कहना था कि उपरोक्त निर्माण कार्य और जगह विभाजित होने की वजह से स्टे दिया गया था इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी रखने की शिकायत मिलने पर यह कार्यवाही की गई है। सिर्फ एक ही भवन पर कार्रवाई किए जाने के मामले में तहसीलदार का कहना था कि आसपास के अतिक्रमण को भी चयनित किया जा रहा है तथा इसके बाद यहां भी कार्यवाही की जाएगी।

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