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जबलपुर में डेंगू का दंश.. इलाज के दौरान महिला आरक्षक ऊषा तिवारी की सांसे थमी.. डेंगू की रिपोर्ट पोजेटिव आने के दूसरे दिन आशीष हॉस्पिटल में मौत.. एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने घर पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दी, परोपकार निधि से एक लाख रुपए मंजूर..

 आरक्षक उषा तिवारी की डेंगू उपचार के दौरान मौत

जबलपुर। मप्र में कोरोना की तीसरी लहर के इंतजार में ऑक्सीजन प्लांट आदि लगाकर तैयारी करें बैठे स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन के लिए फिलहाल डेंगू से निपटना सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है प्रदेश में जगह-जगह डेंगू के मरीजों की संख्या में इजाफे के साथ मौत की खबरें सामने आ रहे हैं ताजा मामला जबलपुर में एक महिला आरक्षक की डेंगू के इलाज के दौरान मौत हो जाने की दुखद खबर के साथ सामने आया है।


प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर गोहलपुर में निवासरत पुलिस लाईन जबलपुर में पदस्थ महिला आरक्षक श्रीमति उषा तिवारी उम्र 53 वर्ष आलम्बन शाखा में कार्यरत थी। कुछ दिन से स्वास्थ्य खराब होने की वजह से उन्होंने 9 सितंबर को मेडिकल चेकअप करा कर दवाइयां ली थी वही 10 सितंबर को विभिन्न टेस्ट कराने पर डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
 एवं प्लेटलेट्स 1 लाख 20 हजार थी, जो घर पर ही रहकर दवाईयॉ ले रही थी। 11 सितंबर को दोपहर में उनकी हालत ज्यादा खराब होने पर आशीष हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था जहां देर रात उनकी मृत्यु हो जाने की दुखद खबर सामने आई।

भाई आरक्षक उषा तिवारी के दुखद निधन की सूचना मिलते ही एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा रविवार को त्रिमूर्ति नगर स्थित घर पहुंचे। उन्होंने शोकाकुल परिवार को सांत्वना देते हुये कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा पुलिस परिवार आपके साथ है। आपने मौके पर ही परोपकार निधि से एक लाख रूपये प्रदान करने हेतु आर आई सौरभ तिवारी को निर्देशित भी किया। 


डेंगू के दंश से एक महिला पुलिसकर्मी की मौत की खबर ने जहां पूरे पुलिस डिपार्टमेंट को झकझोर कर रख दिया है वही परिजनों पड़ोसियों के साथ पूरे इलाके में गमगीन माहौल बना हुआ है ऐसे में आवश्यक हो गया है कि सब लोग जागरूकता का परिचय देते हुए अपने घर तथा आसपास के क्षेत्र में डेंगू के लारवा को नहीं पनपने दें तथा गड्ढा आदि में मिट्टी तेल का छिड़काव करते रहे जिससे डेमो के लारवा नहीं पनप सके। विनम्र श्रद्धांजलि

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