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जिले भर में अवैध खनिज खनन परिवहन भरे हालात के बीच.. मूसा कंस्ट्रक्शन के लाखो के अवैध रेत भंडारण पर खनिज विभाग की दबिश..महज 2500 घन मीटर रेत के अवैध स्टॉक की पंचनामा कार्यवाही की औपचारिकता के बाद खनिज अधिकारी का मोबाइल हुआ बन्द....

 लाखो की अवैध रेत भंडारण पर पंचनामा कार्यवाही 


दमोह। जिले भर में रेत पत्थर मुरम सहित अन्य खनिज संपदा का राजस्व तथा वन क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध उत्खनन और परिवहन जैसे हालात किसी से छिपी नहीं है वही शिकायतों के बाद भी खनिज तथा वन विभाग द्वारा अनेक मामलों में की जाने वाली कार्यवाही नाकाफी साबित होती रही है ऐसे ही कुछ दौर में मूसा कंस्ट्रक्शन कंपनी के अवैध रेत भंडारण पर खनिज विभाग की पंचनामा कार्यवाही अब चर्चाओं में है। क्योंकि जब यह कार्रवाई की गई उसकी भनक रेत माफिया को पहले ही लग चुकी थी जिस वजह से मौके पर एक भी ट्रैक्टर, डंपर, जेसीबी पोकलेन और एक भी मजदूर नहीं मिला। जबकि कार्रवाई के कुछ घंटे पूर्व ही यहां बड़ी संख्या में मजदूरों की मौजूदगी में मशीनरी का उपयोग रेत डंप करने में किया जा रहा था।



दमोह छतरपुर जिले की सीमा पर स्थित मडियादो थाना अंतर्गत पन्ना टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आने वाले चोरईया क्षेत्र से निकली बारना नदी से अवैध रेत उत्खनन परिवहन की शिकायतें लगातार सामने आती रही है वही पिछली लंबे समय से यहां मूसा कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा रेत खनन करा कर आसपास के खेतों में भारी मात्रा में भंडारण किए जाने की सूचना पर खनिज अधिकारी रवि पटेल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उनके द्वारा 2500 घन मीटर अवैध रेत के स्टाक होने की पंचनामा कार्रवाई की गई है। लेकिन यह पता लगाने की कोशिश नहीं की गई किन डंपर ट्रैक्टर जेसीबी की मदद से इस रेत को यहां पर डंप किया गया है।


 उल्लेखनीय है कि जिले में रेत रॉयल्टी वसूली मामले में रेत कारोबार करने वालों के साथ मनमानी करने के आरोप पूर्व में भी मूसा कंस्ट्रक्शन पर लगते रहे हैं वही इस कंपनी को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने जैसे हालात के बीच खनिज विभाग द्वारा लाखों रुपए के अवैध रेत स्टाक लेकर की गई पंचनामा कार्यवाही को भी जानकार विभाग की महज औपचारिकता बताते नजर आ रहे हैं।
 जबकि मध्यप्रदेश शासन की खाने खनिज भंडारण नीति के अनुसार ठेकेदार अब 5 से 8 किलोमीटर के अंदर ही रेत का भंडारण कर सकता है। लेकिन यहां पर नदी के नजदीक ही भंडारण करके खनिज नीति और नियम निर्देशों का धड़ल्ले से माखोल उड़ाया जाता रहा है । 


यहां पर अवैध खनन की खबरें पिछले कुछ दिनों से समाचार पत्रों की सुर्खियां बनती रही हैं वही राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारी अपने कार्य क्षेत्र के बाहर का मामला बताकर बचते रहे हैं। ऐसे में आज की गई खनिज विभाग की कार्यवाही भी चर्चा का विषय बनी हुई है। खनिज विभाग द्वारा की गई पंचनामा कार्रवाई के बाद खनिज अधिकारी से लगातार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाइल बंद होने से कार्रवाई की विस्तृत जानकारी नहीं मिल सकी है। 


उल्लेखनीय है कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध क्रेशर से लेकर पत्थर से रेत बनाने का कारोबार भी धड़ल्ले से चल रहा है वही पंचायतों में फर्जी बिलों के जरिए गौण खनिजरेत, मुरम सप्लाई के सैकड़ों मामले सामने आते रहे हैं लेकिन कार्रवाई के नाम पर खनिज विभाग द्वारा की जाने वाली औपचारिकताएं कहीं ना कहीं खनिज माफिया से मिलीभगत की ओर इशारा करती नजर आती है। पिक्चर अभी बाकी है..

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1 Comments

  1. जितने भी अवैध काम होते हैं वो शासन प्रशासन राजनैतिक के सपोर्ट के बगैर सम्भव नहीं,,

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