पीड़िता ने बताया कि आरोपी मनोज चौरसिया का विवाह पूर्व में रोशनी नाम की युवती के साथ हुआ था। परन्तु उसको भी दहेज के लिऐ प्रताड़ित करने के कारण रोशनी द्वारा भी मनोज चौरसिया आदि के विरुद्ध थाना दमोह में धारा 498ए एवं अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कराया था। बाद में दोनों के मध्य तलाक हो गया। आरोपी की यह दूसरी शादी थी।
आरोपी मनोज चौरसिया के द्वारा कई दिनों तक पीड़िता के साथ वैवाहिक सम्बन्ध स्थापित नही किऐ। पीड़िता के कुछ भी कहने पर पीड़िता की सास माया चैराियसा एवं पति मनोज पीड़िता के साथ मारपीट करते थे। कई दिनों बाद पीड़िता को पता चला कि मनोज चौरसिया नपुंसक है और पीड़िता के साथ शारीरिक संबंध बनाने में सक्षम नही है। पीड़िता के द्वारा अपने पति से इलाज कराने को कहा परन्तु पीड़िता के पति के द्वारा अपना इलाज नही कराया गया बल्कि पीड़िता से दहेज की मांग करने लगे।
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