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महानगरों से गांव में कोरोना की दस्तक जारी.. दमोह जिले में पहले कोरोना पेशेंट के ठीक होने पर समारोह पूर्वक विदाई.. इधर प्रवासी मजदूरों की फौज से तैयार हो गई कोरोना पाजेटिव इलेविन.. एक परिवार के चार सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.. 11 अन्य सदस्यों की रिपोर्ट आना अभी शेष..

 पहले कोरोना मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव, अस्पताल से छुट्टी
दमोह जिले के तेंदूखेड़ा ब्लॉक के सर्रा क्षेत्र निवासी महाराष्ट्र से लौटे युवक की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर 14 दिन पूर्व उसे दमोह जिला अस्पताल स्थित कोविड-19 वार्ड में आइसोलेशन में एडमिट किया गया था। आज उस की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उसे 5 दिन की होम क्वॉरेंटाइन की सलाह के साथ छुट्टी दे दी गई।
इस अवसर पर जिला अस्पताल के स्टाफ ने फूल माला पहनाकर तथा तालियां बजाकर उसका स्वागत किया तथा 108 वाहन से उसे गांव रवाना किया गया इस मौके पर कलेक्टर तरुण राठी ने भी अस्पताल पहुंचकर उसे शुभकामनाएं दी तथा आगामी 5 दिनों तक घर में रहने को कहा इस दौरान सीएमएचओ डॉ तुलसा ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ ममता, तिमोरी डॉ दिवाकर पटेल डॉक्टर सचिन मलैया सहित अस्पताल के स्टाफ की मौजूदगी रही।

दो नये केसों के साथ कोविड-19 केसों की संख्या 11
दमोह। लॉक डाउन थ्री तक कोरोना केसो से पूरी तरह फ्री रहे ग्रीन जोन वाले जिलों में महानगरों से आने वाले मजदूरों के साथ शुरू हुई कोरोना की दस्तक बढ़कर अब टीम में तब्दील हो गई है। दमोह जिले में आज सामने आए दो नये केसों के साथ इलाजरत कोविड-19 केसों की संख्या 11 हो गई है। जबकि एक परिवार के 11 सदस्यों के अलावा अन्य सैंपलो की रिपोर्ट आना बाकी है।
 दमोह जिले से भेजे गए कोविड-19 सैंपल कि आज जो जांच रिपोर्ट आई है उसमें हटा ब्लॉक निवासी दो और लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव रही है। इस परिवार के दो और सदस्यों (सास बहू) की पूर्व में ही रिपोर्ट पॉजिटिव चुकी थी। वही नाती जो पटेरा ब्लॉक स्थित गांव में अपने माता-पिता के पास चला गया था उसकी भी रिपोर्ट पॉजिटिव रही थी। यह सभी लोग प्रवासी मजदूर होने के साथ इनके परिवार के 20 लोग महानगर से गांव लौटे थे। अब तक 4 प्लस वन रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने के बाद अब परिवार के 11 लोगों के सैंपल जांच हेतु भेजे गए हैं जिनकी रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना से बचाव हेतु देश भर में 25 मार्च से शुरू हुए लॉक डाउन आज 25 मई को पूरे 2 माह का हो चुका हैं। इस दौरान जिस तरह से कोरोना संक्रमण के फैलने में बृद्धि भरे हालात बनते रहे हैं वह लॉक डाउन के चौथे चरण में मिली छूट तथा महानगरों से गांव की ओर आये प्रवासी मजदूरों की फौज के साथ कोरोना की दस्तक ग्रीन जोन वाले जिलों तथा गांव तक पहुंच चुकी है। ऐसे में अब गांव से लेकर कस्बाई शहरों तक मैं संक्रमण को लेकर विस्फोटक हालात बने हुए हैं जिस से निपटने के लिए स्वयं की जागरूकता के साथ दूसरों को भी जागरूक करना मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस का पालन करना उतना ही आवश्यक हो गया है जितना गर्मी तथा लू से बचने के लिए आम के पने और अधिक मात्रा में पानी का सेवन करना जरूरी है।

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