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जबलपुर टोल प्लाजा पर चौथे दिन भाजपा नेताओ ने धरना देकर बस यूनियन के सुर में सुर मिलाया.. आज पांच जगह चका जाम करेगी भाजपा.. अभाना तेंदूखेड़ा सड़क निर्माण में देरी से.. जान जोखिम में डालकर निकलने को मजबूर वाहन चालक व यात्री..

चौथे दिन भी बिना टोल चुकाए निकलते रहे वाहन..
दमोह। जबलपुर स्टेट हाईवे के जर्जर हालत में सुधार की मांग को लेकर 18 जनवरी से बस यूनियन द्वारा शुरू किया गया "रोड नहीं तो टोल नहीं" आंदोलन के साथ धरना प्रदर्शन का दौर चौथे दिन भी शांतिपूर्ण तरीके से जारी रहा। मंगलवार को पूर्व घोषणा के अनुसार बाइकों के साथ यहां पहुंचे भाजपा नेताओं ने धरना देते हुए जल्द सड़क निर्माण कराए जाने की मांग का समर्थन किया। तथा बुधवार को पांच स्थानों पर चका जाम करके विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है
जिला बस यूनियन के तत्वाधान में मारुताल टोल प्लाजा पर जबलपुर स्टेट हाईवे के मरम्मत पुनर्निर्माण की मांग को लेकर अध्यक्ष शंकर राय एवं महामंत्री समीम कुरेशी के निर्देशन में बस ऑपरेटरों द्वारा शुरू किए गए शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन और रोड नहीं तो टोल नही आंदोलन के चलते 4 दिनों से टोल प्लाजा से सभी छोटे-बड़े वाहन बिना टोल टैक्स चुकाए धड़ल्ले के साथ निकल रहे हैं। जिससे टोल वसूली करने वालों को भी लाखों का नुकसान हो चुका है। इधर इस धरना प्रदर्शन के पहले दिन मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जल्द सड़क सुधार निर्माण कार्य प्रारंभ कराए जाने का आश्वासन रूपी वायदा आश्वासन भी हवा में उड़ता नजर आ रहा है।  शायद यही वजह है कि बस ऑपरेटर यूनियन द्वारा शुरू किया गया धरना प्रदर्शन जहां लगातार जारी है वही विभिन्न सामाजिक व्यापारिक राजनैतिक संगठनों का भी उनको समर्थन प्राप्त हो रहा है।
 मंगलवार को यहां पहुंचकर भाजपा नेताओं ने भी धरने में सहभागिता की तथा खुलकर अपने विचार व्यक्त किए इस दौरान जिला भाजपा अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव महामंत्री रमन खत्री, आलोक गोस्वामी, श्रीमती मालती असाटी, प्रतिभा तिवारी, अनिल मिश्रा, कपिल सोनी, सिद्धार्थ मलैया, मनीष तिवारी, संतु लाल रोहित, संजय सेन, प्रमोद विश्वकर्मा, भरत यादव,  विशाल शिवहरे सहित बड़ी संख्या में नेता कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही। रोड नहीं तो टोल नही के मुद्दे को लेकर पूर्व में भी ज्ञापन दे चुके चुके भाजपा मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी ने बताया कि बुधवार को जबलपुर रोड पर भाजपा कार्यकर्ता अभाना, नोहटा, जबेरा, सिंगरामपुर आदि पांच स्थानों पर चका जाम करके सड़क निर्माण की मांग को जोरदार तरीके से उठाएंगे। 
मंगलवार को युवा व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने भी अध्यक्ष संजय यादव के नेतृत्व में मारुताल टोल बैरियर पहुंचकर रोड नहीं तो टोल नहीं आंदोलन का समर्थन करते हुए सहभागिता दर्ज कराई। आपको बता दें कि दमोह जबलपुर स्टेट हाईवे के करीब 100 किलोमीटर मार्ग को पार करने में वाहन चालकों को दो स्थानों पर टोल टैक्स अदा करना पड़ता है। कटंगी के समीप पढ़ने वाले टोल बैरियर पर पूर्व में हुए आंदोलन के बाद जहां कटंगी के उस पार की सड़क में एक हद तक सुधार कराया जा चुका है वही दमोह के मारुताल से गुबारा कटंगी तक की सड़क के जर्जर हालात को लेकर अनेकों ज्ञापन और आश्वासनों के बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं। 
MPRDC के GM तथा दमोह विधायक के आश्वासन पर बस एसोसिएशन का आंदोलन खत्म-  मंगलवार शाम एमपीआरडीसी के जीएम टोल टैक्स स्टेट धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने गुरुवार से सड़क सुधार प्रारंभ कराए जाने का आश्वासन बस यूनियन के पदाधिकारियों को देने तथा उनके इस बात की गारंटी दमोह विधायक राहुल सिंह द्वारा लिए जाने पर बस एसोसिएशन का आंदोलन खत्म हो गया है। वहीं सूत्रों का कहना है कि भाजपा के आंदोलन के दौरान हिंसा भड़कने की आशंका में बस एसोसिएशन का शांतिपूर्ण आंदोलन प्रभावित होने की संभावना के चलते विधायक के प्रयास पर बस यूनियन ने अपना आंदोलन खत्म कर दिया है। ऐसे में अब भाजपा को अकेले ही मोर्चा संभालना पड़ेगा। वही कांग्रेस नेता अभाना तेंदूखेड़ा तथा दमोह बालाकोट मार्ग निर्माण में लेटलतीफी को लेकर भी आंदोलन की रणनीति बनाते नजर आ रहे हैं।
अभाना तेंदूखेड़ा मार्ग निर्माण पूरा होने में भी देरी-इधर दमोह से पाटन होकर जबलपुर जाने वाले दूसरे रास्ते के अभाना से तेंदूखेड़ा के बीच के करीब 30 किलोमीटर के जर्जर मार्ग के निर्माण मैं अभी और भी विलंब के हालात बने हुए है। जिससे तेंदूखेड़ा मार्ग पर बसों का संचालन करने वाले ऑपरेटरों की मुश्किलें आने वाले 6 महीने तक बरकरार रह सकती है। यहां सड़क निर्माण कराने वाली एजेंसी के स्थानीय पार्टनर ने चर्चा के दौरान बताया कि सड़क किनारे के कुछ अतिक्रमण तथा वन भूमि आदि की समस्या की वजह से यह सड़क निर्माण में विलंब हुआ है वही सड़क का डब्ल्यूबीएम व पुलिया आदि का कार्य तेजी से चल रहा है। इसके बावजूद अभाना तेंदूखेड़ा सड़क निर्माण में देरी से जान जोखिम में डालकर निकलने को वाहन चालक व यात्री मजबूर है। अटलराजेंद्र जैन

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