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जानलेवा साबित हो रहे शिवराज सरकार में अधूरे छूटे विद्युत केबलिंग के कार्य.. हाईटेंशन लाइन की चपेट में आई महिला धू-धू कर जिंदा जली.. सुरेखा कॉलोनी में शटर लगा रहे दो युवक करेंट से बुरी तरह झुलसे..

बिजली तार की चपेट में आने की 2 घटनाओ में 3 झुलसे
 शिवराज सरकार में अटल ज्योति योजना तहत 24 घंटे बिजली देने के लिए करोड़ों की राशि खर्च करके कराए गए केबली कारण कार्य के अनेक क्षेत्रों में अधूरे पड़े रहने से बिजली की हाईटेंशन लाइन सड़क पर गिर के करंट के झटके मारती जानलेवा साबित हो रही है।
दमोह में ऐसे ही कुछ हालात में बड़ापुरा मुख्य मार्ग पर बिजली के हाईटेंशन तार के सड़क पर टूट कर गिर जाने के बाद एक बुजुर्ग महिला के उसकी चपेट में आकर जिंदा जल जाने का बेहद दर्दनाक दुखद घटनाक्रम सामने आया है। इस दौरान करंट लग जाने के डर से लोग तमाशा ही बने रहे तथा चाह कर भी करंट की आग से झुलस रही महिला की मदद करने को आगे नहीं बढ़े। 
हाई पावर करंट की भयानकता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि तार के संपर्क में आने से सीसी रोड के हिस्से भी पिघल गए। बाद में बिजली विभाग द्वारा विद्युत सप्लाई बंद किए जाने पर महिला को तार की चपेट से अलग करके जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां से गंभीर हालत में उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया।
सुरेखा कॉलोनी में निर्माणाधीन भवन में दो युवक झुलसे-
हाईटेंशन लाइन के करंट का दूसरा मामला सुरेखा कालोनी क्षेत्र में सामने आया है। जहां हल्काई सेन के निर्माणाधीन मकान में शटर लगाने का कार्य कर रहे खुशाल जैन और अर्जुन आठ्या करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गए। दोनों को 108 की मदद से जिला अस्पताल लाया गया। जहा से प्राथमिक उपचार के बाद जबलपुर रेफर कर दिया गया है।
आपको बता दें कि बिजली के खुले तारों पर की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को तथा बिजली चोरी को रोकने के लिए शिवराज सरकार ने फीडर सेपरेशन के साथ विद्युत के बली करण कार्य शुरू कराया था लेकिन बीच में ही अधूरे छोड़ दिए गए केवली करण कार्य की वजह से अनेक क्षेत्रों में पुराने विद्युत तारों के भरोसे ही बिजली सप्लाई चल रही है। बारिश के दिनों में और तेज हवा में पुरानी जर्जर तारों के टूट कर गिरने से इस तरह के हादसे हो रहे हैं। 
वही कालोनी क्षेत्रों में नागरिकों द्वारा अपने भवनों का निर्माण विद्युत लाइन से सटाकर कर लिए जाने की वजह से हादसे सामने आ रहे हैं। दमोह जिला मुख्यालय पर आज हुए इन दोनों घटनाक्रमों की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी और कठोर कार्रवाई की अपेक्षा प्रशासन से की जा रही है।अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट

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