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स्वच्छता सर्वे टॉप 20 में मप्र के 6 शहर.. इंदौर प्रथम, भोपाल सबसे स्वच्छ राजधानी.. दमोह देश के 4237 शहरों में 78 वे नंबर पर.. फिर भी शहरवासियों ने खुश होकर दी बधाईया..

 स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में दमोह 100 के अंदर-
 देहली। स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 के आधार पर देश के सबसे स्वच्छ और साफ शहरों के नाम का एलान बुधवार को राष्ट्रपति भवन में किया गया। जिसमे मप्र के इंदौर ने लगातार तीसरी बार सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा हासिल करने में सफलता प्राप्त की। इधर मप्र की राजधानी भोपाल ने सबसे स्वच्छ राजधानी वर्ग में प्रथम स्थान पाया। देश के टॉप 20 स्वच्छ शहरों में मध्यप्रदेश के 6 शहर इंदौर, उज्जैन, देवास, खरगोन, नागदा और भोपाल शामिल हैं।
 देवास, खरगोन और नागदा जैसे छोटे शहरों को देश के कई बड़े शहरों से भी ज्यादा नंबर मिले हैं। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन ने बाजी मारी है। देश और प्रदेश की नगर पालिका में खरगोन नंबर-1 स्थान पर रहा। भोपाल को क्लीनेस्ट कैपिटल और जबलपुर को इनोवेशन में पहला स्थान मिला। 

देश के सबसे स्वच्छ शहर
1. इंदौर, मध्यप्रदेश
2. अंबिकापुर, छत्तीसगढ़
3. मैसूर, कर्नाटक
4. उज्जैन, मध्यप्रदेश
5. नई दिल्ली
6. अहमदाबाद, गुजरात
7. नवी मुंबई, महाराष्ट्र
8. तिरुपति
9. राजकोट, गुजरात
10. देवास, मध्यप्रदेश


मध्य प्रदेश के शहरों की रैंकिंग
- इंदौर - पहला नंबर - 4659.09 नंबर
- उज्जैन - चौथा नंबर - 4244.47
- देवास - 10वां नंबर- 3967.61
- खरगोन - 17वां नंबर – 3798.34
- नागदा - 18वां नंबर – 3794.48
- भोपाल - 19वां नंबर - 3793.68
(5 हजार में से प्राप्त हुए नंबर)
मप्र ने जीते सबसे ज्यादा खिताब-स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 की कैटेगरी में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के शहरों ने खिताब जीते हैं| मध्य प्रदेश की ओर से मंत्री जयवर्धन सिंह ने ये पुरस्कार लिया| मध्य प्रदेश के इंदौर को सबसे साफ़ शहर, भोपाल को सबसे साफ़ राजधानी और सबसे स्वच्छ छोटा शहर (5 लाख तक की आबादी वाला) कैटेगरी में उज्जैन को सबसे साफ़ शहर चुना गया है| बता दें कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 पुरस्कारों के लिए किए गए सर्वे में दिल्ली से आई टीम ने राज्य में लंबा वक्त बीताया। टीम ने हफ्ते भर से ज्यादा समय तक अलग-अलग क्षेत्रों में सर्वेक्षण किया। शहरी विकास मंत्रालय ने देश के अलग अलग राज्यों के 4,237 शहरों में सर्वे किया। इसके बाद अलग-अलग कैटेगरी में रैंकिंग जारी की गई है। 
इधर देश के सबसे गंदे शहरों में शुमार रहे दमोह शहर ने लंबी छलांग लगाते हुए 78 वां स्थान हासिल किया है। जिसे दमोह शहर के हालात को ध्यान में रखकर बेहतर कहा जा सकता है। स्वच्छता सर्वे अंडर हंड्रेड में जगह बनाने के लिए नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती मालती असाटी, सीएमओ कपिल खरे, स्वास्थ्य समिति के सभापति नितिन चौरसिया पप्पू मलाई, स्वास्थ्य अधिकारी और उनकी टीम को लोग बधाइयां देते हुए और भी बेहतर सफाई व्यवस्था की उम्मीद करते नजर आ रहे हैं।

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