मूल नस्ती तत्काल मप्र शासन को भेजने के निर्देश
कांग्रेस शासित दमोह नगर पालिका में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। करीब 5 महीने पहले हुए कालिख कांड के बाद दमोह से हटा दिए गए सीएमओ प्रदीप शर्मा के स्थान पर पिछले महीने नए नवेले सीएमओ राजेंद्र लोधी की पोस्टिंग शान द्वारा की गई थी। श्री लोधी के सीएमओ पद पर चयनित हुए अभी साल भर भी नहीं हुआ है ऐसे में डेढ़ सौ साल पुरानी कांग्रेस शासित दमोह नगर पालिका के संचालन वैसे भी उनके बस की बात नहीं थी। लंबे समय से परिषद तथा पीआईसी की बैठक आहुत करने तथा भ्रष्टाचार घटिया निर्माण चरम पर होने जैसे हालात को रोक पाना भी नवागत सीएमओ के बस में नजर नही आ रहा है। इस बीच एक पार्षद की पहल पर परिषद तथा पीआईसी की बैठक कराने शासन का ध्यान आकर्षित कराया गया है। जिस पर अब कलेक्टर द्वारा त्वरित दिशा निर्देश दिए गए हैं..
दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी दमोह से कहा है नगर पालिका परिषद दमोह में विशेष सम्मिलन आहूत किये जाने से संबंधित मूल नस्ती एवं जिला शहरी विकास अभिकरण में प्रचलित धारा 323 के अंतर्गत की गई कार्यवाही की मूल नस्ती विशेष वाहक के हस्ते उप सचिव मप्र शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग भोपाल को उपलब्ध कराने हेतु निर्देशित किया गया था परंतु अभी तक नस्तियां प्रेषित नही की गई है। उन्होंने निर्देशित किया है तत्काल उक्त नस्तियां उप सचिव मप्र शासन नगरीय विकास एवं आवास विभाग भोपाल को विशेष वाहक के द्वारा प्रेषित करना सुनिश्चित किया जाये।

निर्धारित समयावधि में परिषद एवं पीआईसी की बैठक आहूत करना सुनिश्चित किया जाये.. दमोह कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी दमोह को निर्देशित किया है कि नगर पालिका परिषद दमोह की पीआईसी की बैठक आहूत किये जाने पर किसी भी प्रकार की कोई भी रोक नही लगाई गई है। परंतु नगर पालिका द्वारा लंबे समय से पीआईसी की बैठक भी आहूत नही की गई है। जिस कारण शासन की विभिन्न योजनाओं एवं विकास कार्यो की प्रगति प्रभावित हो रही है। उन्होंने निर्देशित किया है नियमानुसार निर्धारित समयावधि में परिषद एवं पीआईसी की बैठक आहूत करना सुनिश्चित किया जाये।
बैठक कराने को लेकर पार्षद विवेक सेन ने दो दिन पूर्व सौपा था कलेक्टर को पत्र.. दमोह नगर पालिका परिषद एवं PIC प्रेसिडेंट-इन-काउंसिल
की बैठक कराने की मांग को लेकर पार्षद विवेक सेन द्वारा कलेक्टर को पत्र
सौंप कर दमोह नगर में व्याप्त हालातो की तरफ उनका ध्यान आकर्षित कराया गया
साथ ही जल्द बैठक बुलाने की मांग की गई है। दमोह
नगर पालिका के लगभग समस्त वार्डों में व्याप्त गंभीर समस्याओं की ओर ध्यान
आकर्षित कराने हेतु सौंपे गए पत्र में बताया गया कि पिछले एक वर्ष से नगर
पालिका परिषद की पी.आई.सी. (प्रेसिडेंट-इन-काउंसिल) और परिषद की कोई बैठक
नहीं हुई है, जिसके कारण शहर की व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। इससे
वार्डवासियों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। खराब
सफाई और जल निकासी: कर्मचारियों की कमी के कारण सफाई व्यवस्था बिगड़ गई है।
जल निकासी की व्यवस्था खराब होने से नालियाँ जाम हो रही हैं, जिससे
मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है और बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। टूटा
बुनियादी ढाँचा: वार्डों में सड़कें और नालियाँ टूटी-फूटी हैं, जिससे
दुर्घटनाएँ हो रही हैं। बिजली के खंभों, तारों और पाइपलाइनों का रखरखाव भी
सही तरीके से नहीं हो पा रहा है। साथ ही ठेकेदारों के द्वारा वार्ड में
नाली सड़को के टेंडर लेने के बाद एक -एक् साल से टेंडर लेंव के बाद भी काम
नही लगाया जा रहा है और यदि काम किया भी जा रहा है तो गुणवत्ताहीन कार्य
किया जा रहा है और शिकायतों के बाद भी ठेकेदारों पर कोई कार्यवाही नही हो
रही
रुकी हुई जन कल्याणकारी योजनाएँ: नई
योजनाओं को मंजूरी नहीं मिल पा रही है और पुरानी योजनाओं का कार्यान्वयन भी
रुक गया है। प्रधान मंत्री आवास योजना में बाधा: पी.आई.सी. की बैठक न होने
के कारण
प्रधानमंत्री आवास योजना के आवेदकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा
है, जिससे वे अपने घर के लिए भटक रहे हैं। पार्षद
विवेक सेन ने इस स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि इस
गंभीर विषय पर तत्काल ध्यान देने और नगर पालिका परिषद की बैठक बुलाने के
लिए आवश्यक निर्देश जारी करने की जरूरत है, ताकि इन समस्याओं का समाधान
किया जा सके और शहर की व्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके। यदि शीघ्र ही कोई
सकारात्मक कदम नही उठाया जाता है तो हमे जन समस्याओं को लेकर धरने पर बैठने
विवश होना पड़ेगा।
0 Comments