दमोह के किसान ने तहसीलदार को पकड़वाया
दमोह।
8 साल से रायपुर की तहसील कार्यालय के चक्कर लगा लगाकर परेशान हो चुके
दमोह जिले के गरीब किसान ने आखिरकार थक हार कर लोकायुक्त की मदद ली और
आखिरकार रिश्वतखोर तहसीलदार के लोकायुक्त के जाल में फसते देर नहीं लगी।
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए तहसीलदार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण
अधिनियम की धारा 7 के तहत कार्यवाही की गई है।
प्राप्त
जानकारी के अनुसार दमोह जिले के निवासी किसान कल्याण सिंह लोधी की पत्नी
के नाम पर पन्ना जिले के रैपुरा तहसील अंतर्गत थोड़ी सी जमीन दर्ज थी जिसे
रिकॉर्ड में खुर्द बुर्द कर दिया गया था। जिस का फिर से कब्ज पाने के लिए
किसान कल्याण सिंह 8 साल से रायपुर के तहसील कार्यालय के चक्कर लगाकर
परेशान हो रहा था। आखिरकार मामला जब आदेश के स्टेज पर पहुंचा तो तहसीलदार
चंद्रमणि सोनी के द्वारा 10000 रु रिश्वत की मांग की गई। 9000 में मामला
तय होने के बाद 4000 रु की पहली किस्त भी तहसीलदार को दे दी गई थी। इसके
बाद भी जब तहसीलदार द्वारा आदेश पर साइन करने में टाला मटोली की जाती रही।
जिसके बाद किसान कल्याण सिंह ने 6 जून को सागर लोकायुक्त कार्यालय पहुंचकर
एसपी लोकायुक्त को लिखित शिकायत देते हुए गुहार लगाई।
जिस
पर तत्काल एक्टिव हुई लोकायुक्त टीम ने जल्द ही साक्ष्य जुटाए तथा 9 जून
को निरीक्षक श्रीमती रोशनी जैन के नेतृत्व में लोकायुक्त टीम ने रैपुरा
पहुंचकर तहसीलदार चंद्रमणि सोनी को अपने आवास पर किसान कल्याण सिंह से
रिश्वत के 3000 रु लेते हुए रंगे हाथों पकड़कर कार्यवाही करने में देर नहीं
की। फिलहाल तहसीलदार के खिलाफ एफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के
तहत कार्यवाही की गई है वही लोकायुक्त की इस कार्यवाही से सनसनी के हालात
बने रहे और लोग चटकारे लेकर तहसील कार्यालय में ऊपर से लेकर नीचे तक
रिश्वतखोरी के खेल की चर्चा करते नजर आए।
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