बच्ची चोरी की घटना का फिल्मी स्टाइल में पटाक्षेप..
दमोह। जिला अस्पताल से चार दिन की नवजात मासूम बच्ची के चोरी होने के घटनाक्रम का पुलिस ने जोरदार प्रयास करते हुए 6 घंटे में बच्ची को बरामद करके पटाक्षेप कर दिया है। वही पूरा घटनाक्रम किसी फिल्मी कहानी की तरह एक फूल दो माली की कहानी को दोहराता याद दिलाता हुआ नजर आ रहा है।
हालांकि इस मामले में चोरी करने वाली महिला का पक्ष कमजोर दिख रहा है लेकिन इसके पीछे उसकी अपनी बच्ची की मौत हो जाने जैसी सच्चाई के अभाव की मजबूरी भी झलकती नजर आ रही है। दमोह जिला अस्पताल में पथरिया से आई एक आदिवासी महिला की चार दिन की नवजात बच्ची के चोरी हो जाने का घटनाक्रम गुरुवार शाम से सुर्खियों में बना हुआ था। घटनाक्रम की जानकारी पुलिस प्रशासन तक पहुंचने के बाद कलेक्टर एसपी भी घटनाक्रम को गंभीरता से लेते अस्पताल पहुंचकर बारीकी से जानकारी लेने में जुटे रहे थे। वही जिला अस्पताल की सीसीटीवी फुटेज के आधार पर यह तय हो गया था कि एक महिला इस बच्ची को अपने साथ छुपा कर ले गई है।
अस्पताल से निकलने के बाद इस महिला की अन्य क्षेत्रों में सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस साइबर सेल द्वारा लगातार तलाश की गई और अंत में जिस ऑटो रिक्शा से यह महिला जटाशंकर क्षेत्र में पहुंची थी वहां वहां तक पहुंच कर पुलिस ने उसके पास से नवजात बच्ची को बरामद कर लिया तथा जिला अस्पताल लाकर इस बच्ची को उसकी असली माता को सौप दिया गया। इस घटनाक्रम के बाद कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने जिला अस्पताल की व्यवस्था में सुधार हेतु एसपी के साथ मिलकर व्यापक समीक्षा करते हुए वीडियो से चर्चा के दौरान आगामी प्लानिंग बताई है।
इधर पूरे शहर में 6 घंटे की फिल्म की तरह चले बच्ची चोरी के इस मामले का पटाक्षेप भी किसी फिल्मी कहानी की तरह होता नजर आया है क्योंकि इसमें बच्ची चोरी करने वाली महिला के विरुद्ध किसी प्रकार का मामला दर्ज होने की बजाय उसके प्रति भी मानवीय संवेदना जैसी स्थिति बनती नजर आई है। दरअसल इस महिला की बच्ची की डिलीवरी के दौरान मौत हो जाना बताया जा रहा है लेकिन परिजनों द्वारा उसे इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी और यह कहा गया था कि उसकी बेटी अस्पताल में भर्ती है।
जिसके चलते वह गुरुवार को जिला अस्पताल से किसी दूसरे की बेटी को अपनी बेटी समझ कर कलेजे से चिपक कर चुपचाप उठा लाई थी। इसके बाद हड़कंप के हालात बने रहे थे। वही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए साइबर सेल और सीसीटीवी की मदद से जब बच्चे तक पहुंचने में सफलता हासिल कर ली तथा उसके बाद बच्चा चोरी करने वाली महिला की दर्द भरी कहानी भी सामने आई तो पुलिस के अधिकारी चाह कर भी फिलहाल इस महिला के खिलाफ कार्रवाई करने में खुद को असहज महसूस करते दिखे है..
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